Difference Between BE and BTech: इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त करने के लिए लाखों छात्र आवेदन करते हैं। इंजीनियरिंग कोर्स हाई सैलरी जॉब कोर्स में शामिल है। एक अच्छे करियर का सपना देखने वाले उम्मीदवार इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त करने का सपना देखते हैं। इतना ही बच्चों के साथ उनके माता-पिता भी अपने बच्चों को इंजीनियरिंग में करियर बनाते हुए देखना चाहते हैं।
इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश कक्षा 12वीं साइंस स्ट्रीम के उम्मीदवार प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। इंजीनियरिंग में दो तरह की डिग्री कोर्स किए जा सकते हैं। पहला बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी यानी बीटेक (BTech) और दूसरा बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग यानी बीई (BE)। इन दोनों को कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार का साइंस स्ट्रीम से पढ़ा हुआ होना आवश्यक है।
इंजीनियरिंग में बीई और बीटेक की डिग्री छात्रों को बहुत अधिक दुविधा में डालती है। उम्मीदवारों सोचते हैं कि कौन सी डिग्री उनके लिए बेहतर है, किस डिग्री को करने के बाद वह अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं, किस डिग्री को करने के बाद वह अपने करियर को बुलंदियों पर ले जा सकते हैं। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बीई और बीटेक डिग्री के बारे में जानकारी देंगे। ताकि आप इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त करते समय सही डिग्री का चुनाव कर सकें।
बीई बीटेक डिग्री
कक्षा 12वीं के बाद इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों को दोनों ही विषयों में प्रवेश प्राप्त करने के लिए पीसीएम के विषयों का ज्ञान होना और उनमें अच्छे अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। जिसमें एक भाषा के विषय के तौर पर अंग्रेजी विषय का ज्ञान आवश्यक है। इन दोनों डिग्री में से किसी एक डिग्री का चुनाव करना कोई आसान कार्य नहीं होता। उम्मीदवारों को ये दोनों डिग्री दुविधा में डाल देती है। इंजीनियरिंग के बारे में सोचते ही हर उम्मीदवार के मन में एक ही ये सवाल उठता है कि बीई और बीटेक में क्या अंतर है? कौन सी डिग्री उनके लिए लाभकारी होगी? तो आइए आपको इन प्रश्नों के उत्तर दें और आपकी सहायता करें ताकि आप एक सही डिग्री का चुनाव अपनी रूचि के अनुसार ले सकें और एक अच्छे करियर की दिशा में अपना पहला कदम रख सकें।
क्या अंतर है बीई और बीटेक में
भारत में इंजीनियरिंग कोर्स के दो रूप है बीटेक और बीई। इसकी जानकारी छात्रों को लेख में नीचे दी गई है।
BTech - बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (BTech) चार साल का अंडर ग्रेजुएशन कोर्स है। बीटेक मुख्य तौर पर स्किल बेस्ड कोर्स है। इसमें सैद्धान्तिक ज्ञान तो दिया जाता है लेकिन प्रैक्टिकल नॉलेज पर ज्यादा फोकस किया जाता है। कोर्स के दौरान उम्मीदवार का इंटर्नशिप करना अनिवार्य है। इस कोर्स में उम्मीदवार को प्रैक्टिकल नॉलेज के साथ एक पेशेवर के तौर पर तैयार करना है ताकि वह वास्तविक जीवन में सिखाई गए सारे ज्ञान का प्रयोग करना है।
BE - बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग कोर्स भी 4 साल की अवधि का कोर्स है। इस कोर्स में सैद्धांतिक ज्ञान यानी थ्योरिटिकल और फंडामेंटल नॉलेज पर आधारित होता है। इस कोर्स में उम्मीदवार को मुख्य रूप से कोर्स में दिए गए सिद्धांतों और उसकी अवधारणाओं के बारे में ज्ञान दिया जाता है। बीई में इंटर्नशिप अनिवार्य नहीं है। थ्योरी आधारित कोर्स होने के कारण इसे बार-बार अपडेट नहीं किया जा सकता है।
बीई कोर्स कहां से किया जा सकता है
बीई कोर्स की शिक्षा उम्मीदवार ऐसे संस्थानों से भी प्राप्त कर सकते हैं जो कला, साइंस और अन्य कई संबंधित विषयों के कोर्स भी ऑफर करते हैं। यही कारण है कि इन संस्थानों से प्राप्त इंजीनियरिंग की डिग्री को बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग यानी बीई कहा जाता है।
बीटेक डिग्री कहां से प्राप्त की जा सकती है
इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री केवल उन संस्थानों द्वारा ऑफर की जाती है जहां केवल इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी संबंधित कोर्स की डिग्री दी जाती है। ये संस्थान केवल इंजीनियरिंग स्पेशलाइजेशन कोर्स ऑफर करते हैं। इसलिए यहां से प्राप्त की गई डिग्री को बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी यानी बीटेक कहा जाता है।
बीई कोर्स लिस्ट
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
- एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग
- अंतरिक्ष इंजीनियरिंग
- कृषि और खाद्य इंजीनियरिंग
- वास्तुशिल्पीय इंजीनियरिंग
- बायोकेमिकल इंजीनियरिंग
- जैव चिकित्सा अभियांत्रिकी
- जैव प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग
- केमिकल इंजीनियरिंग
- असैनिक अभियंत्रण
- कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग
- पर्यावरणीय इंजीनियरिंग
- आग और सुरक्षा इंजीनियरिंग
- भू - तकनीकी इंजीनियरिंग
- औद्योगिक इंजीनियरिंग
- सूचना प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- धातुकर्म इंजीनियरिंग
- मरीन इंजीनियरिंग
- खनन अभियांत्रिकी
- रोबोटिक्स इंजीनियरिंग
- टेक्सटाइल इंजीनियरिंग
- टूल इंजीनियरिंग
बीटेक कोर्स की लिस्ट
- एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग
- एयरोस्पेस इंजीनियरिंग
- एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
- अपरयल प्रोडक्शन मैनेजमेंट
- बायोटेक्नोलॉजी
- केमिकल इंजीनियरिंग
- सिविल इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर विज्ञान
- सेरमिक इंजीनियरिंग
- डेटा साइंस एंड इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग
- फूड टेक्नोलॉजी
- फुटवियर इंजीनियरिंग
- जेनेटिक इंजीनियरिंग
- सूचान प्रौद्योगिकी
- मरीन इंजीनियरिंग
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- नैनो टेक्नोलॉजी
- उत्पादन इंजीनियरिंग
- रोबोटिक्स इंजीनियरिंग
- सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
- दूरसंचार इंजीनियरिंग
- पेट्रोलियम इंजीनियरिंग
- प्लास्टिक इंजीनियरिंग
- उत्पादन इंजीनियरिंग