UPSC IAS Success Story: बायोकेमिकल इंजीनियरिंग से यूपीएससी की यात्रा, मिलिए IAS Aniruddh Yadav से

UPSC IAS Success Story in Hindi: रोजाना करीब 16 से17 घंटों तक पढ़ाई, मॉक टेस्ट, संदर्भ पुस्तकों से रिवीजन, यूपीएससी की राह आसान नहीं होती। भारत के सर्वोच्च सेवा यानी सिविल सेवा के लिए केवल पढ़ना काफी नहीं होता। इस प्रतिष्ठित परीक्षा में टॉप करने के लिए समर्पण की आवश्यकता होती है। आज के लेख में हम ऐसे ही एक आईएएस अधिकारी की सफलता की कहानी जानेंगे जिन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए पढ़ाई के साथ-साथ अपना पूरा समर्पण किया।

यूपीएससी सीएसई 2022 में 8वां रैंक हासिल करने की यात्रा

आज हम बातयेंगे अनिरुद्ध यादव की उल्लेखनीय यूपीएससी यात्रा के बारे में। अनिरुद्ध यादव, जिन्होंने 1051 अंकों के उत्कृष्ट स्कोर के साथ यूपीएससी सीएसई 2022 में 8वीं रैंक हासिल की। अधिकारियों के परिवार में पले बढ़े अनिरुद्ध ने लगातान चौथे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा में पूर्ण सफलता हासिल की और देश के सबसे गरिमामय पद के लिए चयनित हुए।

बायोकेमिकल इंजीनियरिंग और बायोटेक्नोलॉजी की डिग्री

आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र 27 वर्षीय अनिरुद्ध यादव मूल रूप से चंडीगढ़ से हैं। उनके परिवार के कई सदस्य सरकारी सेवाओं से जुड़े हुए हैं। उनकी शैक्षिक यात्रा में आईआईटी दिल्ली से बायोकेमिकल इंजीनियरिंग और बायोटेक्नोलॉजी की डिग्री शामिल है। सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों के माहौल में पले-बढ़े अनिरुद्ध ने अपनी स्कूली शिक्षा संस्कृति स्कूल से पूरी की।

चौथे प्रयास में मिली सफलता

अनिरुद्ध की यूपीएससी की यात्रा बेहद कठिन रही। दृढ़ मनोबल और मजबूत इरादों ने अनिरुद्ध का साथ कभी नहीं छोड़ा। वे एक के बाद एक प्रयास करते चले और हमेशा मंजिल तक पहुंचने के लिए दृढ़ संकल्पित रहें। यूपीएससी परीक्षा में यह उनका चौथा प्रयास था। पहले के प्रयासों में, उन्होंने भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा (आईआरपीएस) और भारतीय सूचना सेवा में स्थान हासिल किया। उनकी क्रमिक प्रगति एक शानदार प्रदर्शन के रूप में परिणित हुई, और उन्होंने यूपीएससी सीएसई 2022 में एआईआर 8 रैंक हासिल किया।

प्रेरणास्रोत बनें बड़े भाई

आईएएस अनिरुद्ध यादव, अपनी सफलता का श्रेय अपने बड़े भाई, असम के आईएएस अधिकारी को देते हैं। अनिरुद्ध उनके मार्गदर्शन और उनकी बातों से प्रेरणा लेते हैं। 2018 में 72वीं रैंक के साथ उनके भाई की सफलता ने अनिरुद्ध की आईएएस अधिकारी बनने की आकांक्षाओं और प्रतिबद्धता को बढ़ावा दिया।

आईएएस बनने के लिए तैयारी के साथ समर्पण

अनिरुद्ध की सफलता उनकी कठोर अध्ययन दिनचर्या, प्रतिदिन 16 से 17 घंटे समर्पित करने में निहित है। उनके दृष्टिकोण में व्यापक मॉक टेस्ट, संदर्भ पुस्तकों का ध्यान केंद्रित करना और मेन्स के लिए लगातार उत्तर लिखने का अभ्यास शामिल था। आत्मविश्वास और संतुलित दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर देते हुए अनिरुद्ध यूपीएससी के विशाल पाठ्यक्रम से अभिभूत न होने की सलाह देते हैं।

आईएएस अधिकारी अनिरुद्ध की भविष्य की योजनाएं

हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश कैडर में रुचि के साथ, अनिरुद्ध महिला सशक्तिकरण, जल और स्वच्छता और कृषि सहित ग्रामीण क्षेत्रों में चुनौतियों का समाधान करने की कल्पना करते हैं। राज्य के ग्रामीण विकास में योगदान देने की उनकी प्रतिबद्धता सामाजिक कल्याण के प्रति उनके समर्पण को दर्शाती है। यूपीएससी सीएसई 2022 में अनिरुद्ध यादव की जीत उनकी दृढ़ता और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है। उनकी सफलता की कहानी सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि सिविल सेवा परीक्षा की चुनौतियों पर विजय पाने का लक्ष्य रखने वाले उम्मीदवारों के लिए एक प्रेरणा है।

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English summary
UPSC IAS Success Story: Mere studies are not enough for civil services. Topping this prestigious exam requires dedication. In today's article, we will know the success story of one such IAS officer who gave his full dedication along with studies for the preparation of UPSC. UPSC Success Story Know Topper AIR 8 IAS Aniruddh Yadav Inspiration Motivation Story Read Details in Hindi. upsc story
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