UPSC Civil Services IAS Interview Question Answer Pattern: यूपीएससी सिविल सर्विसेस परीक्षा के इंटरव्यू की तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी। पिछले 5 साल (2017 से 2021) में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में टॉपर्स ने मेंस में अच्छा स्कोर किया लेकिन यूपीएससी इंटरव्यू में उनके अंक तुलनात्मक रूप से कम रहे। इससे यूपीएससी सिविल सेवा इंटरव्यू के मुश्किल स्तर का अंदाजा लगाया जा सकता है। आइए जानते हैं यूपीएससी सिविल सेवा आईएएस इंटरव्यू के सवाल जवाब का पैटर्न क्या है।
डीएएफ के आधार पर पूछे जाते हैं इस तरह के सवाल
बता दें, इंटरव्यू में शामिल होने के लिए उम्मीदवार डीटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म (डीएएफ) भरते हैं। इससे इंटरव्यू पैनल को कैंडिडेट का बायोडाटा मिल जाता है। डीएएफ आधारित सवालों में नाम, शिक्षा, अनुभव, उपलब्धियों व हॉबीज के बारे में पूछा जा सकता है। बोर्ड मेंबर मेंटल एबिलिटी जांचने के लिए किसी भी तरह के सवाल पूछ सकते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर आपकी फुटबॉल में रुचि है तो फुटबॉल के मैदान की लंबाई और चौड़ाई के बारे में पूछा जा सकता है।
यूपीएससी आईएएस इंटरव्यू सवाल-जवाब
डीएएफ और नॉन डीएएफ आधारित सवाल दो तरह के होते हैं - ओपन एंडेड और क्लोज एंडेड। क्लोज एंडेड सवालों के जवाब हां, ना या एक शब्द में होते हैं।
उदाहरण के तौर पर - क्या आप वर्तमान में कहीं काम कर रहे हैं? आपको कितने साल का अनुभव है? जरूरत पड़े तो एक-दो वाक्यों में अपना उत्तर खत्म कर दें।
उदाहरण के तौर पर अगर पूछा जाए - क्या आप काम को अपने साथ घर ले जाते हैं? ऐसे में जवाब होना चाहिए- सर, मेरी कोशिश रहती है कि मैं काम को घर न ले जाऊं। लेकिन अगर बहुत जरूरी है तो मैं या तो ओवरटाइम करूंगा या काम घर लेकर जाऊंगा। मुझे लगता है सफलता के लिए वर्क लाइफ बैलेंस बेहद जरूरी है।
हाइपोथेटिकल सवालों पर ध्यान दें
हाइपोथेटिकल सिचुएशन बेस्ड क्वेश्चंस में बोर्ड एक काल्पनिक स्थिति रखता है। उदाहरण के तौर पर अगर आपको डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर बना दिया जाए तो आप शिक्षा की गुणवत्ता कैसे सुधारेंगे। वहीं पिछले अनुभव पर आधारित सवालों से यह पता लगता है कि कैंडिडेट ने पिछली स्थिति को किस तरह संभाला। उदाहरण - उस वक्त के बारे में बताइए जब आपको सख्त डेडलाइन में काम करना पड़ा।
नॉलेज और क्षमताओं का होगा टेस्ट
स्किल बेस्ड क्वेश्चंस के जरिए बोर्ड, क्षेत्र विशेष में कैंडिडेट की नॉलेज और क्षमता के बारे में पता लगाता है। उदाहरण के तौर पर सवाल हो सकता है - आपने आईआईटी से कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की है, सिविल सर्विसस में आपका एजुकेशनल बैकग्राउंड किस तरह काम आएगा? वहीं पजल बेस्ड क्वेश्चंस से कैंडिडेट की प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स, क्रिएटिविटी और अलग सोचने की क्षमता के बारे में जानने का मौका मिलता है।
ओपन एंडेड क्वेश्चन में दे सकते हैं विस्तार से जवाब
ओपन एंडेड सवालों के जवाब लंबे हो सकते हैं। उदाहरण के तौर पर अपने बारे में बताइए, आपकी ताकत और कमजोरी क्या है? ये सवाल नॉलेज पर आधारित भी हो सकते हैं। इनमें तथ्यात्मक सवाल (मनुष्य चांद पर पहली बार कब उतरा), वैचारिक प्रश्न (ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या होती है), विश्लेषणात्मक प्रश्न (अंतरिम बजट और वोट ऑन अकाउंट के बीच क्या अंतर है) पूछे जाते हैं। वहीं ओपिनियन बेस्ड सवाल मुश्किल लेकिन स्कोरिंग होते हैं। उदाहरण- क्या देश में समान नागरिक संहिता लागू कर देनी चाहिए।