Success Tips Learn Skills जो लोग अपने काम पूरे करने में कामयाब होते हैं न्यूरोसाइंस के अनुसार उनके पास कॉग्निटिव कंट्रोल होता है। यह वह मेंटल फंक्शन होता है जो आपको अपने प्लान्स और गोल्स को अपने एक्शंस के साथ कनेक्ट करने में मदद करता है। असल में हम में से लगभग सभी के लिए कुछ चुनौतीपूर्ण काम पूरे करना संघर्षभरा हो सकता है। इसकी एक सबसे बड़ी वजह वह मानसिक ऊर्जा की तलाश करना और उसे बनाए रखना बहुत मुश्किल होता है। बार-बार आने वाली रुकावटों और डिस्ट्रैक्शंस के बीच शुरू करना मुश्किल हो सकता है एक बार रुकने के बाद फिर से शुरू करना उससे भी ज्यादा मुश्किल और बिना रुके काम करते रहना वाकई कठिन। यहां यह सवाल लाजमी है कि आप बेहतर कॉग्नीटिव कंट्रोल को कैसे काम ले सकते हैं और अपने बड़े गोल्स को भी आसानी से हासिल कर सकते हैं।
मल्टीटास्किंग
रिसर्च बताती है कि जब आप किसी मुश्किल काम को करते हुए मल्टीटास्क करते हैं तो उस काम के लिए जरूरी वर्किंग मेमोरी कम हो जाती है। इसलिए एक ही चीज पर फोकस करें। बीच में कोई बाधा न आए इसे सुनिश्चित करने के लिए आप जाे कर सकते हैं वह करें क्योंकि मल्टीटास्किंग की कॉस्ट यानी एक काम से दूसरे पर शिफ्ट होना एक ऐसी कॉस्ट होती है जो आप वहन नहीं कर सकते हैं।
डिस्ट्रैक्शन
किसी भी मुश्किल काम को करने के लिए बहुत से डेटा, नॉलेज और ऑप्शंस के बीच मेंटल शिफ्टिंग की जरूरत होती है। न्यूरोसाइंस में इन तीनों के कॉम्बिनेशन को टास्क सेट कहा जाता है। आपका चैलेंज जितना मुश्किल होता है आपके लिए इस टास्क सेट को अपनी वर्किंग मेमोरी में रखना उतना ही मुश्किल हो जाता है खासतौर से बार-बार आने वाली रुकावटों और डिस्ट्रैक्शंस के बीच। ऐसे में आप जितना ज्यादा टाइम इनसे दूर रहकर काम करेंगे नतीजे उतने ही बेहतर मिलेंगे।
प्रोडक्टिव
एक ऐसा रूटीन तरीका या ढांचा तलाशें जो आपको पूरी तरह प्रोडक्टिव बना सके। केवल परिणामों का ही नहीं बल्कि एक कदम पीछे जाकर पूरी प्रक्रिया का आकलन करें। आप एक ऐसा तरीका डिवेलप कर पाएंगे जो आपके लिए बेहतरीन होगा। न्यूरोसाइंस की रिसर्च भी कहती है कि बड़े गोल्स हासिल करने के लिए एक्शन को एग्जीक्यूट करने के अलावा फोकस और ऑटोमाइज करने और वर्किंग मेमोरी की क्षमता को बढ़ाने की स्किल्स होना जरूरी है।