Resume Tips For Freshers: अगर आप फ्रेशर है और अभी हाल ही में कॉलेज पासआउट हुए है तो जॉब मार्केट में जाने से पहले आपके पास एक अच्छा रिज्यूमे होना जरूरी है। किसी भी जॉब को हासिल करने की सबसे पहली सीढ़ी रिज्यूमे ही होता है। हालाँकि रिज्यूमे तो सभी बनाते है लेकिन सभी को मनमुताबिक जॉब नही मिल पाता है।
दरअसल फ्रेशर्स को जॉब नही मिलने के सबसे बड़े कारणों में से एक है उनका रिज्यूमे ढंग का नही बना होना। जब एक ही प्रोफाइल के लिए एक जैसे क्वालिफाईड में से कुछ लोगों को ही चुना जाता है तो उनके रिज्यूमे में ऐसा क्या अलग होता है जिससे उनका रिज्यूमे शॉर्टलिस्ट कर लिया जाता है। एक सर्वे के मुताबिक अधिकतर रिज्यूमे को इसलिए कचरे के डिब्बे में डाल दिया जाता है क्योंकि उनमें वो चीजें नही होती है जिसकी कंपनी को तलाश रहती है।
जब फ्रेशर्स जब पहली बार रिज्यूमे बना रहे होते है तो वे कुछ गलतियां करते है, अगर आप इन गलतियों का सुधार करके फिर से रिज्यूमे बनाएंगे तो निश्चित ही आपको इंटरव्यू के लिए सेलेक्ट किया जाएगा। यहां पर हम आपको रिज्यूमे से संबंधित कुछ जरूरी बातें बताने जा रहे है, अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे तो आपका रिज्यूमे एक पर्फेक्ट रिज्यूमे बन जाएगा। तो आइये जानते है फ्रेशर्स को रिज्यूमे बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना है। फ्रेशर्स जो गलतियां आम तौर पर करते हैं, उन्हें हमने नीचे बोल्ड किया है।
फ्रेशर्स रिज्यूमे बनाते समय रखें इन खास बातों का ध्यान (Resume Tips For Freshers)-
1. पर्सनल डिटेल
रिज्यूमे बनाते समय सबसे पहले आपको अपनी पर्शनल डिटेल्स के बारे में बताना होता। कुछ लोग पर्सनल डिटेल के बारे में बताते हुए कई फालतु की चीजें भी बता देते हैं जिसकी जरूरत नही होती है। एक फ्रेशर को अपने रिज्यूमे में अपना पूरा नाम, पता, जन्मतिथि, कॉन्टेक्ट नंबर और ईमेल आईडी देना चाहिए इसके अलावा पर्शनल डिटेल्स में कोई अन्य बात नही होनी चाहिए। पर्सनल डिटेल में सिर्फ इतनी बातें ही बताएं।
2.करियर ऑब्जेक्टिव
एक फ्रेशर्स के लिए करियर ऑब्जेक्टिव के बारे में बताना जरूरी होता है क्योंकि उसके पास एक्सपीरियंस के बारे में बताने को कुछ नही होता है। करियर ऑब्जेक्टिव के बारे में बताते हुए आप अपने करियर में क्या हासिल करना चाहते है उसकी समरी लिख सकते है। लेकिन इतना ध्यान रखें कि करियर ऑब्जेक्टिव के बारे में आप जिस प्रोफाइल के लिए आवेदन कर रहे है उससे मिलता जुलता ही लिखें। कुछ लोग इंटरनेट से करियर ऑब्जेक्टिव कॉपी पेस्ट कर देते हैं, जो तुरंत पकड़ में आ जाता है।
3. क्वालिफिकेशन
यहां पर आपको अपने एजुकेशन के बारे में लिखना है। आपने जिस इंस्टीट्यूट से ग्रेजुएशन अथवा पोस्ट ग्रेजुएशन किया है, उसके बारे में डिटेल में लिखे। इसमें कोर्स का नाम, पासिंग ईयर, इंस्टीट्यूट का नाम शामिल होना चाहिए। साथ ही अगर आपको कोई अवार्ड मिला है तो उसके बारे में भी यहां पर लिख सकते है। कुछ लोग क्वालिफिकेशन में दसवीं से पहले की डीटेल भी भर देते हैं, जिसकी कोई जरूरत नहीं होती।
4. एडिशनल कोर्सेस अथवा डिप्लोमा
अगर आपने अपनी पढ़ाई के अलावा कोई एडिशनल कोर्स या डिप्लोमा कोर्स किया है तो उसके बारे में भी लिखें। इसके अलावा आपने किसी आर्ट फॉर्म की ट्रेनिंग ली है तो उसके बारे में भी यहां पर बता सकते हैं। कुछ लोग रिज्यूमे बनाते समय शॉर्ट टर्म ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स ऐड कर देते हैं, जो उन्होंने केवल अटेंड किया होता है, परीक्षा नहीं दी होती है। ऐसा करने से बचें।
5. एक्सपीरियंस
फ्रेशर्स को अधिकतर ये कंफ्यूजन रहता है कि एक्सपीरियंस में क्या लिखा जा सकता है। लेकिन अगर आपने उस जॉब से संबंधित कोई ट्रेनिंग ली है या इंटर्नशिप की है तो उसके बारे में डिटेल में लिख सकते हैं। इसके अलावा कोई पार्ट टाइम जॉब किया है तो उसके बारे में भी लिख सकते है। कुछ लोग पार्ट टाइम जॉब, पेड प्रोजेक्ट, या इंटर्नशिप को एक्सपीरियंस में काउंट करके लिख देते हैं। ऐसा करने से बचें। Having 2 years of experience in Digital Marketing में अगर 6 महीने की ट्रेनिंग या इंटर्नशिप है, तो रिक्रूटर उसे काउंट नहीं करते हैं।
6. हॉबिज और स्किल्स
अपनी हॉबी और स्किल के बारे में भी जरूर लिखें। लेकिन सिर्फ उन्हीं स्किल और हॉबी के बारे में लिखे जिसके बारे में वास्तव में आप जानते हैं। क्योंकि हो सकता है इंटरव्यू के दौरान आपसे उस हॉबी के बारे में पूछा जाए। कुछ लोग बड़ी आसानी से लिख देते हैं- Reading books, playing cricket, etc. ऐसे में आपसे सीधा सवाल पूछ जा सकता है कि हाल ही में आपने कौन सी बुक पढ़ी, उसके ऑथर का नाम बताइये। या फिर कौन सी टीम से क्रिकेट खेलते हैं। तब आप फंस जाते हैं, क्योंकि आपतो गली क्रिकेट खेलते आये हैं। और हां अगर आप लिख भी रहे हैं, तो अपने देश के क्रिकेट प्लेयर्स के बारे में आपको अच्छी जानकारी होनी चाहिए।
7. रिज्यूमे में रिफरेंस
अगर आप फ्रेशर हैं तो किसी का रिफरेंस आपके बहुत काम आ सकता है। किसी अपने परिचित से आप उनका रिफरेंस ले सकते हैं। लेकिन एक बात का ध्यान रखें रिफरेंस में किसी का नाम और नंबर देने से पहले उसको इस बारे में बता जरूर दें। कुछ लोग बिना सोचे समझे इंडस्ट्री के किसी बड़े नामचीन व्यक्ति का रिफरेंस दे देते हैं, केवल जान-पहचान के आधार पर। रिफरेंस उसी का देना चाहिए जिनके साथ या तो आपने काम किया हो, या फिर जिन्होंने आपको पढ़ाया हो। किसी नामचीन व्यक्ति का रिफरेंस आपको तब महंगा पड़ सकता है, जब रिक्रूटर आपसे पूछेगा कि आपने उनके साथ कहां और किस प्रोजेक्ट पर काम किया है।
8. रिज्यूमे में फोटो
रिज्यूमे में फोटो एक नया ट्रेंड है, कुछ लोग मानते हैं कि फोटो लगाने से शॉर्ट लिस्ट होने में आसानी होती है, लेकिन आप इस भ्रम में मत रहिये कि आपका अच्छा सा फोटो देख कर रिक्रूटर आपको तुरंत हायर कर लेगा। सच पूछिए तो कई बार रिज्यूमे में फोटो की वजह से ही आप रिजेक्ट हो जाते हैं। उसके पीछे भी कई कारण हैं, जैसे आपने अगर सेल्फी फोटो लगा दी, कैजुअल फोटो या फिर ऐसी फोटो जिसमें आप एकदम बच्चे लग रहे हैं, तो निश्चित रूप से आपको रिजेक्ट कर दिया जाएगा। हमारी सलाह यही है कि फोटो मत लगायें, लेकिन अगर लगा भी रहे हैं, तो ऐसी कोई फोटो मत लगायें, जिसका निगेटिव इम्पैक्ट पड़ सकता है। अगर रिक्रूटर आपसे फोटो लगा कर रिज्यूमे भेजने को बोले तो आप अपना लेटेस्ट पासपोर्ट साइज़ फोटो ही लगायें।