डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन कम्प्यूटेशनल साइंस 3 साल की अवधि का डेक्टरेट लेवल का फुल-टाइम कोर्स है। पीएचडी कम्प्यूटेशनल साइंस एक ऐसा कोर्स है जिसे वास्तविक दुनिया की समस्याओं से निपटने के लिए तैयार कम्प्यूटेशनल मॉडल बनाने के लिए गणित, विज्ञान, इंजीनियरिंग और कंप्यूटिंग के सिद्धांतों को एकीकृत और लागू करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी कम्प्यूटेशनल साइंस से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर कम्प्यूटेशनल साइंस में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में कम्प्यूटेशनल साइंस में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन कम्प्यूटेशनल साइंस
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 75,000 से 1,50,000 तक
• अवरेज सैलरी- 54,00,000 से 10,00,000 तक
• जॉब प्रोफाइल- डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, कंप्यूटर नेटवर्क आर्किटेक्ट, सिक्योरिटी आर्किटेक्ट, फैकल्टी, रिसर्च साइंटिस्ट, डेटा मॉडलर, कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर, कंप्यूटर सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर, कंप्यूटर साइंटिस्ट, रेडियोलॉजी सॉफ्टवेयर इंजीनियर, प्रोफेसर, डेटा साइंटिस्ट आदि।
• टॉप रिक्रूटर्स- नोवार्टिस, ओकुलस, कंडुएंट सर्विसेज, ओरेकल, एक्यूआर, सेल्सफोर्स, बिगथिनक्स, मैकिन्से एंड कंपनी, गूगल, रेड लोटस, जेपी मॉर्गन आदि।
पीएचडी कम्प्यूटेशनल साइंस: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास कम्प्यूटेशनल साइंस या उससे संबंधित विषयों में मास्टर की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी कम्प्यूटेशनल साइंस में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 50% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को 5% अंकों की छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी कम्प्यूटेशनल साइंस: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी कम्प्यूटेशनल साइंस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी कम्प्यूटेशनल साइंस के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी कम्प्यूटेशनल साइंस में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन कम्प्यूटेशनल साइंस के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी- नेट, गेट, सीयूसीईटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर कम्प्यूटेशनल साइंस का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी कम्प्यूटेशनल साइंस: सिलेबस
- स्टेटिसटिकल राइटिंग
- इंटरनेट ऑफ थिंग्स
- रिसर्च मैथेडलॉजी
- डाटा साइंस एंड एनालिटिक्स
- डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग
- रिपोर्ट राइटिंग
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी कम्प्यूटेशनल साइंस: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- पंजाब सेंट्रल यूनिवर्सिटी- फीस 16,7001
- भारतीय विज्ञान संस्थान- फीस 35,200
- गार्डन सिटी यूनिवर्सिटी- फीस 1.21 लाख
- प्रेसीडेंसी कॉलेज- फीस 1,195
- पीएसजी कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस- फीस 19,000
- चांद गढ़ विश्वविद्यालय- फीस 70,000
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी- फीस 35,000
- जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय- फीस 13,870
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान- फीस 19,670
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय- फीस 8,368
पीएचडी कम्प्यूटेशनल साइंस: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- कंप्यूटर नेटवर्क आर्किटेक्ट- सैलरी 14,84,000
- कंप्यूटर साइंटिस्ट- सैलरी 17,49,000
- डाटा साइंटिस्ट- सैलरी 7,88,000
- सॉफ्टवेयर डेवलेपर- सैलरी 5,89,000
- रेडियोलॉजी सॉफ्टवेयर इंजीनियर- सैलरी 10,00,000
- डाटा मॉडलर- सैलरी 10,95,000