पीएचडी एंथ्रोपोलॉजी 2 से 6 साल तक की अवधि का डॉक्टरेट लेवल का कोर्स है जो कि उन छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है जो एंथ्रोपोलॉजी यानि की मनुष्य जाति का विज्ञान से संबंधित विषयों में रिसर्च करने में रूचि रखते हो। इस कोर्स में सामाजिक, सांस्कृतिक और जैविक नृविज्ञान से संबंधित विषयों का अध्ययन करना शामिल है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी एंथ्रोपोलॉजी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर एंथ्रोपोलॉजी में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में एंथ्रोपोलॉजी में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलोसफी इन एंथ्रोपोलॉजी
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 2 से 6 साल
• एलिजिबिलिटी- न्यूनतम 55% अंको के साथ फिलॉसफी
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 1,00,000 के करीब
• शुरुआती सैलरी- लगभग 7 से 8 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- रिसर्च साइंटिस्ट, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, टेक्निकल डायरेक्टर, असिस्टेंट प्रोफेसर, जनरल मैनेजर।
पीएचडी एंथ्रोपोलॉजी: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से एंथ्रोपोलॉजी से संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन की होनी चाहिए।
• पीएचडी एंथ्रोपोलॉजी में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• जबकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% छूट मिलती है।
• एंथ्रोपोलॉजी में पीएचडी करने के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट जैसे सीएसआईआर-यूजीसी-नेट आदि देना आवश्यक है।
पीएचडी एंथ्रोपोलॉजी: एडमिशन प्रोसेस
पीएचडी एंथ्रोपोलॉजी में एडमिशन प्रोसेस कॉलेज से कॉलेज में भिन्न होती है। कुल कॉलेज में एडमिशन मेरिट + इंट्रव्यू के आधार पर होता है जबकि ज्यादातर कॉलेजों में एंथ्रोपोलॉजी में पीएचडी करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर एडमिशन होता है। भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है।
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी एंथ्रोपोलॉजी में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। एंट्रेंस एग्जाम के लिए छात्रों को रजिस्ट्रेशन करना होता है और रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी एंथ्रोपोलॉजी के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी-नेट फॉर जेआरएफ, सीएसआईआर- यूजीसी नेट फॉर जेआरएफ, एनबीएचएम आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट मेरिट लिस्ट के रूप में घोषित किया जाता है। जिसके बाद छात्रों को उनकी रैंक अनुसार कॉलेज आवंटित किए जाते हैं। रिजल्ट चैक करने के लिए छात्रों को नियमित रूप से यूनिवर्सिटी की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर एंथ्रोपोलॉजी का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी एंथ्रोपोलॉजी: सिलेबस
एंथ्रोपोलॉजी में पीएचडी का सिलेबस छात्रों की रुचि अनुसार हर कॉलेज में अलग हो सकता है जबकि सामान्य सिलेबस निम्नलिखित है।
- रिसर्च मैथेडलॉजी इन एंथ्रोपोलॉजी
- थ्योरिटिकल एंड मैथोडिकल अपरोर्च इन एंथ्रोपोलॉजी
- फिल्डवर्क, इंटर्नशिप एंड असाइनमेंट
- एडवांस इन मेडिकल एंथ्रोपोलॉजी
- पर्सपेक्टिवस इन सोशल कल्चरल एंथ्रोपोलॉजी
- पर्सपेक्टिवस इन डेवलेपमेंट एंथ्रोपोलॉजी
- एडवांस इन बायोलॉजिक्ल एंथ्रोपोलॉजी
आमतौर पर कॉलेज फैक्लटी पीएचडी करने वाले छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी एंथ्रोपोलॉजी: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद- फीस 8,980
- आंध्र विश्वविद्यालय विशाखापत्तनम- फीस 10,000
- एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा- फीस 1,00,000
- उत्तर-पूर्वी पहाड़ी विश्वविद्यालय शिलांग- फीस 13,350
- पांडिचेरी विश्वविद्यालय- फीस 36,283
- उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर- फीस 9,500
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली- फीस 16,800
- नागालैंड विश्वविद्यालय, जुन्हेबोटो- फीस 30,290
- राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर- फीस 40,215
- शिवाजी विश्वविद्यालय कोल्हापुर- फीस 16,374
पीएचडी एंथ्रोपोलॉजी: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- रिसर्च साइंटिस्ट- सैलरी 6,00,000
- असिस्टेंट प्रोफेसर- सैलरी 5,00,000
- क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट- सैलरी 4,00,000
- एजुकेशनल एडमिनिसट्रेटर- फीस 3,30,000
- टेक्नीकल डायरेक्टर- फीस 25,00,000