पीएचडी एनाटॉमी 3 साल की अवधि का डॉक्टरेट लेवल का फुल टाइम कोर्स है जो कि उन छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है जो एनाटॉमी से संबंधित विषयों में रिसर्च करने में रूचि रखते हो। बता दें कि एनाटॉमी विज्ञान का एक विभाग है जो जीवित चीजों के संरचनात्मक संगठन से संबंधित है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी एनाटॉमी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर एनाटॉमी में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में एनाटॉमी में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलोसफी इन एनाटॉमी
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- पोस्ट ग्रेजुएशन
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 1,00,000 से 9,00,000
• शुरुआती सैलरी- लगभग 2 से 10 लाख तक
पीएचडी एनाटॉमी: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल की होनी चाहिए।
• पीएचडी एनाटॉमी में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• जबकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% छूट मिलती है।
• एनाटॉमी में पीएचडी करने के लिए उम्मीदवार को एमबीबीएस/ पोस्ट ग्रेजुएशन इन एनाटॉमी में पास होना आवश्यक है।
• उम्मीदवार के पास कम से कम एक साल का कार्य अनुभव होना चाहिए।
पीएचडी एनाटॉमी: एडमिशन प्रोसेस
पीएचडी योगा में एडमिशन प्रोसेस कॉलेज से कॉलेज में भिन्न होती है। कुल कॉलेज में एडमिशन मेरिट + इंट्रव्यू के आधार पर होता है जबकि ज्यादातर कॉलेजों में एनाटॉमी में पीएचडी करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर एडमिशन होता है। भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है।
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
यदि उम्मीदवार पीएचडी एनाटॉमी में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। एंट्रेंस एग्जाम के लिए छात्रों को रजिस्ट्रेशन करना होता है और रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
पीएचडी एनाटॉमी कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं निम्नलिखित है।
- सीईटी-पीजीएमसी - पांडिचेरी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एमडी, एमएस एंट्रेंस
- भारती विद्यापीठ विश्वविद्यालय पुणे अखिल भारतीय स्नातकोत्तर (पीजी) मेडिकल प्रवेश परीक्षा
- बीएलडीईयू-पीजीईटी बीएलडीई विश्वविद्यालय बीजापुर पीजी डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रवेश परीक्षा
- बीएचयू पीजी मेडिकल प्रवेश परीक्षा
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट मेरिट लिस्ट के रूप में घोषित किया जाता है। जिसके बाद छात्रों को उनकी रैंक अनुसार कॉलेज आवंटित किए जाते हैं। रिजल्ट चैक करने के लिए छात्रों को नियमित रूप से यूनिवर्सिटी की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर एनाटॉमी का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी एनाटॉमी: सिलेबस
एनाटॉमी में पीएचडी का सिलेबस छात्रों की रुचि अनुसार हर कॉलेज में अलग हो सकता है जबकि सामान्य सिलेबस निम्नलिखित है।
- हिस्ट्री ऑफ एनाटॉमी जनरल एनाटॉमी
- अलिमेंट्स ऑफ एनाटॉमी ग्रोस ह्यूमन एनाटॉमी
- क्रोस-सेक्शनल एनाटॉमी अप्लाइड एनाकटॉमी
- प्रिंसिपल्स ऑफ माइक्रोस्कोपी एंड हिस्टोलॉजिकल टेक्नीक्स
- जनरल एंड सिस्टमेटिक हिस्टोलॉजी
- जनरल एंड सिस्टमेटिक एम्ब्रोयोलॉजी
- न्यूरोएनाटॉमी
- सर्फेस एनाटॉमी
- ह्यूमन जेनेटिक्स
- कम्पेरेटिव एनाटॉमी
- प्रिंसिपल ऑफ फिजिकल एंथ्रोपोलॉजी
- रिसेंट एडवांस इन एनाटॉमी
आमतौर पर कॉलेज फैक्लटी पीएचडी करने वाले छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी एनाटॉमी: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- दिल्ली विश्वविद्यालय- फीस 50,000
- एम्स, दिल्ली- फीस 10,000
- सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, महाराष्ट्र- फीस 70,000
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, त्रिशूर- फीस 1.5 लाख
- कुरनूल मेडिकल कॉलेज- फीस 30,000
- गुंटूर मेडिकल कॉलेज- फीस 3.5 लाख
- पीपुल्स यूनिवर्सिटी, भोपाल- फीस 2.7 लाख
- रामा यूनिवर्सिटी, कानपुर- फीस 4 लाख
- एरा यूनिवर्सिटी, लखनऊ- फीस 2 लाख
पीएचडी एनाटॉमी: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- असोसिएट प्रोफेसर एनाटॉमी- सैलरी 6 से 8 लाख तक
- मेडिकल साइंटिस्ट- सैलरी 6 से 7 लाख तक
- रिसर्च असिस्टेंट- सैलरी 3 से 5 लाख तक
- एनाटॉमी इंस्ट्रक्टर- सैलरी 3 से 6 लाख तक
- मेडिकल कंस्लटेंट- सैलरी 2 से 5 लाख तक