डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन एनालिटिकल केमिस्ट्री 3 साल तक की अवधि का डेक्टरेट लेवल का फुल-टाइम कोर्स है। इस कोर्स में एनालिटिकल केमिस्ट्री विज्ञान में शामिल अवधारणाओं, प्रक्रियाओं और अनुसंधान के संबंध में सभी विवरणों का अध्ययन करना शामिल है। इस शोध कोर्स को पूरा करने के बाद, उम्मीदवारों को मूल्यांकन के लिए थीसिस जमा करनी होती है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी एनालिटिकल केमिस्ट्री से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर एनालिटिकल केमिस्ट्री में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में एनालिटिकल केमिस्ट्री में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन एनालिटिकल केमिस्ट्री
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम + इंटरव्यू
• कोर्स फीस- 10,000 से 1,00,000 तक
• अवरेज सैलरी- 4.5 लाख
• जॉब प्रोफाइल- प्रोफेसर, सिनियर रिसर्चर, रिसर्च असोसिएट, आर एंड डी मैनेजर्स आदि।
• टॉप रिक्रूटर्स- कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी, रिसर्च लेबोरेट्री, केमिकल फेक्ट्री आदि।
पीएचडी एनालिटिकल केमिस्ट्री: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास एनालिटिकल केमिस्ट्री या उससे संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एफ.फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी एनालिटिकल केमिस्ट्री में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को 5% अंकों की छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी एनालिटिकल केमिस्ट्री: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी एनालिटिकल केमिस्ट्री कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी एनालिटिकल केमिस्ट्री के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी एनालिटिकल केमिस्ट्री में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन एनालिटिकल केमिस्ट्री के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी- नेट, यूजीसी सीएसआईआर नेट, गेट आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर एनालिटिकल केमिस्ट्री का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी एनालिटिकल केमिस्ट्री: सिलेबस
- इलेक्ट्रॉन स्पिन अनुनाद स्पेक्ट्रोस्कोपी
- बहुपरमाणु एनएमआर
- सतह विश्लेषण के तरीके
- इलेक्ट्रोएनालिटिकल तरीके
- विवर्तन के तरीके
- भूतल विश्लेषण के तरीके
- आणविक कक्षीय सिद्धांत
- औद्योगिक विश्लेषण
- प्रदूषक मिश्रित सामग्री का विश्लेषण
- जिओलाइट्स
- सुपरकंडक्टर्स
- विश्लेषण के ऑप्टिकल तरीके
- रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी
- स्पेक्ट्रोफोटोमेट्री
- क्रोमैटोग्राफी
- मास स्पेक्ट्रोमेट्री और हाइफेनेटेड तकनीक
- फोरेंसिक रासायनिक विश्लेषण
- ग्रीन एनालिटिकल केमिस्ट्री
- क्लिनिकल और फार्मास्युटिकल एनालिसिस
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी एनालिटिकल केमिस्ट्री: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- नवरचना विश्वविद्यालय, वडोदरा- फीस 90,000
- मद्रास विश्वविद्यालय, चेन्नई- फीस 10,970
- पारुल विश्वविद्यालय, वडोदरा- फीस 70,000
- आंध्र यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, विशाखापत्तनम- फीस 15,000
- जय हिंद कॉलेज, मुंबई- फीस 23,377
- गुरु नानक खालसा कॉलेज ऑफ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स, मुंबई- फीस 20,000
पीएचडी एनालिटिकल केमिस्ट्री: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- प्रोफेसर- सैलरी 7,00,000
- सिनियर रिसर्चर- सैलरी 4,50,000
- रिसर्च एनालिस्ट- सैलरी 3,87,000
- रिसर्च एंड डेवलेपमेंट मैनेजर- सैलरी 10,00,000
- क्वालिटी कंट्रोल मैनेजर- सैलरी 6,00,000
- मटेरियल प्लेनर- सैलरी 4,70,000
- एनालिटिक्ल केमिस्ट- सैलरी 3,87,000