Offbeat Courses After 12th Post Graduation: उत्तर प्रदेश-प्रयागराज के चर्चित सर्जन डॉ अर्पित बंसल वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी में भी खूब नाम कमा रहे हैं। फोटोग्राफी के लिए उन्हें ईबर्ड्स डॉट ओआरजी ने सम्मानित भी किया है। ऐसे ही आईआईटी खड़गपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इलेक्ट्रिकल कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले बेदब्रत पेन एक सफल फिल्म डायरेक्टर व पटकथा लेखक हैं। डॉ अर्पित और बेदब्रत दोनों ऑफबीट करिअर में भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। इन उदाहरणों ने इस धारणा को भी तोड़ा है कि करिअर केवल इंजीनियरिंग, मेडिकल के क्षेत्रों में ही सफल माना जाता है। ऑफबीट करिअर के विकल्प 10 साल पहले की तुलना में अब अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं। बड़ी संख्या में युवा अब ऑफबीट विकल्पों जैसे रिहेबिलिटेशन थैरेपी, स्पेशल एजुकेशन, स्पीच लैंग्वेज एंड हियरिंग, आर्ट डायरेक्शन, क्यूरेटर आदि का चुनाव करके मजबूत करिअर बना रहे हैं।
फोटोनिक्स ड्यूअल डिग्री
फोटोनिक्स कोर्स में प्रकाश के उत्सर्जन, संचरण आदि तकनीकों के बारे में पढ़ाया जाता है। साइंस के छात्र ही इस प्रोग्राम में प्रवेश ले सकते हैं। इस कोर्स में 12वीं के बाद ड्यूअल डिग्री के अलावा पीजी के विकल्प हैं। आईआईटी-मद्रास में गेट स्कोर के जरिए इस कोर्स के पीजी प्रोग्राम में प्रवेश लिया जा सकता है। एमआईटी-मनिपाल, सीयूएसएटी-कोचीन आदि संस्थाएं फोटोनिक्स के कोर्स ऑफर करती हैं। इंजीनियर, साइंटिस्ट, रिसर्चर आदि पदों के लिए यहां मौके हैं।
म्यूजियोलॉजी पीजी डिग्री कोर्स
आपको पुरानी चीजों के बारे में जानने की उत्सुकता होती है तो म्यूजियोलॉजी एक बेहतर विकल्प हो सकता है। ज्यादातर संस्थान इस फील्ड में पीजी की डिग्री ही ऑफर करते हैं। सभी के लिए प्रवेश की योग्यता अलग-अलग है। देश भर में करीब 1000 म्यूजियम हैं। ऐसे में यह कोर्स कॅरिअर के लिहाज से भी बेहतर है। एथिकल हैकिंग, फ्लेवर केमिस्ट आदि भी ऑफबीट करिअर के विकल्प हैं।
जेरेन्टोलॉजी पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स
बुजुर्गों में होने वाले सामाजिक, मनोवैज्ञानिक और शारीरिक बदलावों के बारे में जेरेन्टोलॉजी में पढ़ाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुमान के मुताबिक भारत में साल 2030 तक 60 वर्ष से अधिक आयुसीमा की आबादी लगभग 20 करोड़ हो जाएगी। इनकी देखरेख के लिए आने वाले सालों में जेरेन्टोलॉजी के पेशेवरों की मांग में वृद्धि होगी। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस, कोलकाता मेट्रोपॉलिटिन इंस्टीट्यूट ऑफ जेरेन्टोलॉजी, रामनारायण रुइया कॉलेज, मुंबई, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ काउंसलिंग आदि संस्थाओं से जेरेन्टोलॉजी में एक साल का पीजी डिप्लोमा कोर्स किया जा सकता है।