डॉक्टरों के लिए न्यूक्लियर और एयरोस्पेस फील्ड भी, जानिए कैसे? जब कभी आप किसी अस्पताल के अंदर जाएंगे तो आपको सबसे पहले अस्पताल में घुसते ही सामने इमरजेंसी वॉर्ड दिखाई देगा। फिर जनरल मेडिसिन वॉर्ड, न्यूरोलॉजी वॉर्ड, कार्डियोलॉजी वॉर्ड, बाल चिकित्सा वॉर्ड आदि। ये कुछ ऐसे आम मेडिकल फिल्ड है जिनके बारे में ज्यादातर सभी लोग जानते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में एक ऐसा मेडिकल कॉलेज भी जहां पर डॉक्टरों के लिए न्यूक्लियर और एयरोस्पेस जैसे फील्ड भी हैं।
आज के इस लेख में हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेज की। जहां पर साधारण चिकित्सा कोर्स के अलावा, कुछ ऐसे कोर्स भी है जिनके बारे में आप जरूर जानना चाहेंगे। आगे बढ़ने से पहले चलिए हम आपको बताते हैं कि आमतौर पर कौन से विभाग आर्म्ड मेडिकल कॉलेज में होते हैं।
आर्म्ड फोर्स मेडिकल कोर्स लिस्ट
1. एनेस्थिसियोलॉजी
2. एनाटोमी
3. बायोकेमेस्ट्री
4. ब्लड ट्रांसफ्यूजन एंड इम्यूनोलॉजी
5. कम्युनिटी मेडिसिन
6. त्वचाविज्ञान
7. इमरजेंसी मेडिसिन
8. कान नाक और थ्रोट (ईएनटी)
9. जनरल मेडिसिन
10. जनरल सर्जरी
11. अस्पताल प्रशासन
12. माइक्रोबायोलॉजी
13. प्रसूति एवं स्त्री रोग
14. नेत्र विज्ञान
15. हड्डी रोग
16. बाल चिकित्सा
17. पैथोलॉजी
18. औषध विज्ञान
19. फिजियोलॉजी
20. मनोरोग
21. रेडियोडायग्नोसिस
22. रेडियोथेरेपी
23. श्वसन चिकित्सा
ये थी आम मेडिकल कॉलेज कोर्सो की सूची, जिनके बारे में हर कोई जानता होगा। लेकिन शायद आपने डॉक्टरों के लिए नीचे दिए गए कोर्स के बारे में पहले कभी नहीं सूना होगा।
AFMS स्पेशल मेडिकल डिफेंस सेक्टर कोर्स लिस्ट
1) एयरोस्पेस मेडिसिन (Aerospace Medicine)
2) फोरेंसिक मेडिसिन (Forensic Medicine)
3) जिरियाट्रिक मेडिसिन (Geriatric Medicine)
4) मेराइन मेडिसिन (Marine Medicine)
5) न्यूक्लियर मेडिसिन (Nuclear Medicine)
6) स्पोर्ट्स मेडिसिन (Sports Medicine)
1) एयरोस्पेस मेडिसिन- भारत में मेडिकल छात्रों के लिए एयरोस्पेस मेडिसिन एक नया करियर विकल्प है। जिसके बारे में फिलहाल बहुत कम लोग जानते हैं लेकिन आने वाले वर्षों में यह एक मांग वाला करियर विकल्प होगा। हालाँकि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन बैंगलोर लगभग 40 वर्षों से एयरोस्पेस मेडिसिन या एविएशन मेडिसिन में पीजी पाठ्यक्रम संचालित कर रहा है, फिर भी यह भारतीय मेडिकल छात्रों के लिए एक नया करियर मार्ग है।
2) फोरेंसिक मेडिसिन- फोरेंसिक मेडिसिन विज्ञान की एक शाखा है जो स्थिति पर चिकित्सा तथ्यों को लागू करके अपराध स्थल पर साक्ष्य के परिणामों को खोजने में मदद करती है। इस पाठ्यक्रम के विषय व्यक्तियों को मृत्यु के कारण और समय के साथ-साथ मृतक के बारे में अन्य विवरण खोजने में विशेषज्ञ बनने में मदद करते हैं।
3) जिरियाट्रिक मेडिसिन- वृद्धावस्था चिकित्सा का एक स्पेशल कोर्स है। जिसमें सामान्य चिकित्सा के ठोस बुनियादी ढांचे के आधार पर, इसमें कार्यात्मक और पर्यावरणीय आकलन के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और आध्यात्मिक आयामों पर विचार शामिल है। एक वृद्ध चिकित्सक को कानूनी पहलुओं के बारे में पता होना चाहिए - क्षमता और सहमति, मानवाधिकार, संरक्षकता; और नैतिक उलझनें, जैसे जांच या इलाज कब करना है।
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4) न्यूक्लियर मेडिसिन- परमाणु चिकित्सा प्रौद्योगिकीविद् रोगियों में थोड़ी मात्रा में रेडियोधर्मी सामग्री इंजेक्ट करते हैं और फिर कैंसर या हृदय रोग जैसी कुछ बीमारियों या बीमारियों की प्रगति का निदान या निर्धारण करने के लिए अपने रोगियों के शरीर की तस्वीरें लेते हैं। इस क्षेत्र को बेहतर ढंग से समझने के लिए, जॉब शैडोइंग उन छात्रों के लिए सहायक है जो इस प्रकार की चिकित्सा में रुचि रखते हैं।
5) स्पोर्ट्स मेडिसिन- स्पोर्ट्स की दुनिया अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है। खिलाड़ियों को हर समय अपनी फिटनेस व्यवस्था में शीर्ष पर रहने की जरूरत है। इससे स्वाभाविक रूप से खिलाड़ियों के जीवन में स्पोर्ट्स मेडिसिन विशेषज्ञों का अत्यधिक और गंभीर महत्व और आवश्यकता हो गई है। उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आजकल ऐसे विशेषज्ञों की सहायता और मार्गदर्शन आवश्यक है।
इस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने के इच्छुक लोगों के लिए, एक डिप्लोमा या डिग्री एक फिजियोथेरेपिस्ट, टॉप-फ़्लाइट ट्रेनर, मनोवैज्ञानिक, पोषण विशेषज्ञ या चिकित्सक जैसी कई भूमिकाओं के लिए पहला कदम है।