Career in Mechanical Engineering 2023: कैसे करें मैकेनिकल इंजीनियरिंग में MTech

एम.टेक इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग एक पीजी कोर्स है जो छात्रों को यांत्रिकी, किनेमैटिक्स आदि के संयुक्त अध्ययन की पेशकश करता है जिसका उपयोग निर्माण उद्देश्य, उपकरणों और मशीनों की स्थापना में किया जाता है।

एम.टेक इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग एक पीजी कोर्स है जो छात्रों को यांत्रिकी, किनेमैटिक्स आदि के संयुक्त अध्ययन की पेशकश करता है जिसका उपयोग निर्माण उद्देश्य, उपकरणों और मशीनों की स्थापना में किया जाता है। बता दें कि इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य उन सभी गतिविधियों की योजना बनाना, डिजाइन करना, बनाए रखना और नियंत्रित करना है जिनका उपयोग किसी भी संगठन में उत्पादों के उत्पादन में किया जाता है।

चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एमटेक करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एमटेक करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।

Career in Mechanical Engineering 2023: कैसे करें मैकेनिकल इंजीनियरिंग में MTech

• कोर्स का नाम- मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी मैकेनिकल इंजीनियरिंग
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएशन
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- बीटेक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• जॉब सैलरी- 3 से 10 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- मैकेनिकल इंजीनियर, डिजाइन इंजीनियर, मैकेनिकल डिजाइन इंजीनियर, प्रोजेक्ट इंजीनियर, प्रोडक्शन इंजीनियर आदि।
• टॉप रिक्रूटर्स- बीएमडब्ल्यू, जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी (जीई), जनरल मोटर्स कॉर्पोरेशन, फोर्ड मोटर कंपनी, कैटरपिलर, इंक, लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड आदि।

एमटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग: पात्रता

  • उम्मीदवार के पास न्यूनतम 60% अंकों के साथ बीटेक की डिग्री होना अनिवार्य है।
  • उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से पीसीएम विषयों में 12वीं कक्षा की मार्कशीट होनी चाहिए।
  • उम्मीदवार के 12वीं कक्षा में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
  • अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में कुछ प्रतिशत छूट प्रदान दी जाती है।

एमटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग: प्रवेश प्रक्रिया

किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है जबकि कुछ कॉलेजों में मेरिट आधार पर भी एडमिशन दिए जाते हैं।

एमटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन

  • उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
  • ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
  • आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
  • मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
  • आवेदन पत्र सबमिट करें।
  • क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।

चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम

  • यदि उम्मीदवार एमटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
  • बता दें कि एमटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिए एडमिशन प्रोसेस एसआरएमजेईई, डब्ल्यूबीजेईई, एपी पीजीईसीईटी, टीएस पीजीईसीईटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।

चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।

चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट

  • एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
  • इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एमटेक का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।

एमटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग: सिलेबस

सेमेस्टर 1

  • संख्यात्मक विश्लेषण और अनुकूलन
  • उपकरण और युवती
  • प्रायोगिक तनाव विश्लेषण
  • धातु बनाने का विश्लेषण
  • मेक्ट्रोनिक्स और उत्पाद डिजाइन
  • प्रायोगिक तनाव विश्लेषण प्रयोगशाला
  • यांत्रिक माप प्रयोगशाला
  • कम्प्यूटेशनल लैब

सेमेस्टर 2

  • लोच का सिद्धांत
  • यांत्रिकी का डिजाइन
  • मशीन डिजाइन के सिद्धांत
  • जनरल इलेक्टिव 1
  • जनरल इलेक्टिव 2
  • सेमिनार
  • सीएडी/सीएएम लैब डिजाइन प्रैक्टिकल लैब

सेमेस्टर 3

  • सामग्री का यांत्रिक व्यवहार
  • यांत्रिकी कंपन
  • जनरल इलेक्टिव 3
  • सामान्य प्रायोगिक प्रयोगशाला 4
  • सामग्री व्यवहार और कंपन प्रयोगशाला
  • माइनर प्रोजेक्ट

सेमेस्टर 4

  • डिसर्टेशन
  • इलेक्टिव असर और बदलाव का डिजाइन
  • कंप्यूटर एडेड डिजाइन
  • प्रदूषण नियंत्रण का डिजाइन
  • कंप्यूटर एडेड वाहन डिजाइन

एमटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग: टॉप कॉलेज और उनकी फीस

  • डॉ डी वाई पाटिल कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी- फीस 2,02,000
  • जादवपुर विश्वविद्यालय- फीस 9,60,000
  • लोकमान्य इंजीनियरिंग कॉलेज- फीस 4,47,000
  • कला और प्रौद्योगिकी के भारत रत्न महाविद्यालय- फीस 5,44,000
  • कोयंबटूर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग- फीस 2,67,000

एमटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग: जॉब प्रोफाइल और सैलरी

  • मैकेनिकल इंजीनियर- सैलरी 6 लाख
  • प्रोडक्शन एग्जीक्यूटिव- सैलरी 3.42 लाख
  • मशीन एनालिस्ट- सैलरी 5 लाख
  • रिसर्चर- सैलरी 7 लाख

यह खबर पढ़ने के लिए धन्यवाद, आप हमसे हमारे टेलीग्राम चैनल पर भी जुड़ सकते हैं।

For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

English summary
M.Tech in Mechanical Engineering is a PG course which offers the students the combined study of mechanics, kinematics etc. which are used in manufacturing purpose, setting up of tools and machines. Explain that the main objective of this course is to plan, design, maintain and control all those activities.
--Or--
Select a Field of Study
Select a Course
Select UPSC Exam
Select IBPS Exam
Select Entrance Exam
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
Gender
Select your Gender
  • Male
  • Female
  • Others
Age
Select your Age Range
  • Under 18
  • 18 to 25
  • 26 to 35
  • 36 to 45
  • 45 to 55
  • 55+