ये हैं टॉप 10 जॉब ओरिएंटेड कोर्स (Best Job Oriented Courses)

Best Job Oriented Courses: आज के स्टूडेंट्स में पारंपरिक कोर्स को लेकर माइंडसेट काफी चेंज हो गया है। अब वे इस बात को नहीं देखते कि उन्हें केवल मेडिकल, इंजीनियरिंग या फिर सीए, सीएस जैसे कोर्स करने हैं, बल्कि वह अब पारंपरि

Best Job Oriented Courses: आज के स्टूडेंट्स में पारंपरिक कोर्स को लेकर माइंडसेट काफी चेंज हो गया है। अब वे इस बात को नहीं देखते कि उन्हें केवल मेडिकल, इंजीनियरिंग या फिर सीए, सीएस जैसे कोर्स करने हैं, बल्कि वह अब पारंपरिक कोर्सेज की बजाय जॉब ऑरिएंटेड कोर्स को ज्यादा तरजीह देने लगे हैं। एमपी भोज यूनिवर्सिटी से एजुकेशन टेक्नोलॉजी का कोर्स पूरा करने के बाद सीमा शर्मा अमेरिकी कंटेंट डेवलपमेंट कंपनी में काम कर रही है। यहां उसका काम अमेरिकी स्कूलों के लिए एजुकेशनल वीडियो बनाना है। इस जॉब में उसे प्रतिमाह 80 हजार रुपये सैलरी के रूप में मिलती है। आज जॉब ऑरिएंटेड कोर्स न सिर्फ जॉब के नए ऑप्शन खोल रहे हैं, बल्कि यह करियर बिल्डिंग में भी सहायक साबित हो रहा है। आइए हम आपको बताते हैं भारत के बेस्ट टॉप 10 जॉब ऑरिएंटेड कोर्स के बारे में, जिसे कम्पलीट करने के बाद जॉब के चांसेज काफी ब्राइट हैं।

ये हैं टॉप 10 जॉब ओरिएंटेड कोर्स (Best Job Oriented Courses)

बढ़ रहा है जॉब ओरिएंटेड कोर्स का क्रेज
आमतौर पर माना जाता है कि जॉब ऑरिएंटेड कोर्स करने के बाद एंट्री लेवल पर जॉब आसानी से मिल जाती है। जॉब ओरिएंटेड कोर्स को लेकर करियर काउंसलर जुबीन मल्होत्रा का कहना है कि जॉब ओरिएंटेड कोर्स स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन आपको देखना होगा कि जिस कोर्स में आप एडमिशन ले रहे हैं, उसमें आने वाले दिनों में जॉब स्कोप किस तरह का रह सकता है। इसके लिए आप एडमिशन लेने से पहले उस कोर्स से जुड़े पूर्व स्टूडेंट्स से जानकारी हासिल कर लें। यह आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इससे आपको मार्केट सीनेरियो के बारे में भी पता चल जाएगा। वैसे, आज कल स्टूडेंट्स में यह ट्रेंड देखा जा रहा है कि वे कॉलेज में दाखिला लेने के बाद उससे साथ-साथ कोई-न-कोई टेक्निकल या प्रोफेशनल जॉब ओरिएंटेड कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं, ताकि बाद में उन्हें जॉब मिलने में ज्यादा परेशान न हो। दरअसल, वर्तमान समय को देखते हुए आज का युवा बहुत कम समय में बहुत ज्यादा पा लेने की इच्छा रखता है। उसके पास जानकारियों की भरमार है। यही कारण है कि वे जॉब ओरिएंटेड कोर्स कर पढ़ाई के दौरान ही अपने भविष्य को दिशा दे रहे हैं।

किस तरह के जॉब ओरिएंटेड कोर्स के प्रति स्टूडेंट्स का रुझान अधिक देखा जा रहा है?
इन दिनों स्टूडेंट्स का रुझान ट्रैवल एंड टूरिजम, प्रबंधन, आईटी और इंजीनियरिंग में पीजी डिप्लोमा, मार्केटिंग प्रबंधन, जनसंपर्क में डिप्लोमा, एडवरटाइजिंग प्रबंधन और कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा, आईटी मार्केटिंग, फाइनेंस, ई-कामर्स, एनिमेशन, ग्राफिक डिजाइन, कम्युनिकेशन स्किल, एविएशन, कैटरिंग ऐंड हॉस्पिटैलिटी, फ्रेंच, एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन, ऑफिस आटोमेशन एंड वेब डिजाइन, इंवेस्टमेंट मैनेजमेंट, इंटीरियर डिजाइन, बॉयोइंफॉर्मेटिक, एप्लाइड डिजाइन, बैंकिंग एंड इंश्योरेंस, कॉस्मेटोलॉजी, वीडियो प्रोडक्शन आदि जॉब आरिएंटेड कोर्सेज के प्रति देखा जा रहा है।

1.पीजी डिप्लोमा इन प्रिवेंटिव ऐंड प्रोमोटिव हेल्थकेयर
यदि आप ग्रेजुएट हैं और हेल्थकेयर सेक्टर में करियर बनाना चाहते हैं, तो प्रिवेंटिव ऐंड प्रोमोटिव हेल्थकेयर में डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। आज दुनिया भर में लोग मोटापा, अवसाद, हृदय रोग, कैंसर आदि से पीड़ित हैं। इन बीमारियों पर दुनिया का 80 प्रतिशत मेडिकल कॉस्ट आता है। ऐसी स्थिति में इस क्षेत्र से जुड़े प्रोफेशनल्स की डिमांड दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। इस फील्ड के प्रोफेशनल लोगों के लाइफस्टाइल में सुधार कैसे लाया जाए, इससे जुडेÞ प्रोग्राम्स आयोजित करते हैं। इस कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स को मॉडर्न लाइफस्टाइल से संबंधित डिजीज से मुकाबला कैसे करें और उसके मैनेजमेंट के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके अलावा, हेल्थ ऐंड डिजीज मैनेजमेंट, कार्डियक केयर, कैंसर रिस्क फैक्टर मैनेजमेंट, हेल्थ सायकोलॉजी ऐंड स्ट्रेस मैनेजमेंट, न्यूट्रिशन और डायटेटिक्स, एक्सरसाइज हेल्थ ऐंड लाइफस्टाइल असेंसमेंट आदि के बारे में बताया जाता है। इस कोर्स में एंट्री लेने के लिए मेडिसिन/ साइकोलॉजी/ बायो-साइंस/ अल्टरनेटिव मेडिसिन/ न्यूट्रिशन या फिजियो थैरेपी में ग्रेजुएट होना जरूरी है।
यूनिवर्सिटी : डॉ बीआर अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी हैदराबाद
अवधि: एक साल
फीस : 20000 रुपए
क्वालिफिकेशन : ग्रेजुएशन
जॉब: हॉस्पिटल्स, कॉरपोरेट हाउस, सेल्फ बिजनेस
वेबसाइट: www.braou.ac.in

2.यूवोदया एड-ऑन कोर्स
इंश्योरेंस सेक्टर में स्किल्ड एजेंट्स की डिमांड अधिक है। अगर आप इंश्योरेंस एजेंट के रूप में अपना करियर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो यूवोदया एड ऑन कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। इंश्योरेंस कंपनी मैट लाइफ इंडिया और दिल्ली यूनिवर्सिटी इस तरह का कोर्स ऑफर कर रही है। यह कोर्स ग्रेजुएशन करने वाले स्टूडेंट्स कर सकते हैं। यह प्रोग्राम नौ सप्ताह का है, जिसमें एक महीने की जॉब ट्रेनिंग दी जाती है। कोर्स खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स का मूल्यांकन किया जाता है। इसके बाद मेटलाइफ में जॉब मिलने की सं भावना काफी बढ़ जाती है। इस प्रोग्राम के दौरान स्टूडेंट्स को इंश्योरेंस सेल्स प्रैक्टिस, लीगल और रेगुलेटरी ऑस्पेक्ट्स के बारे में बताया जाता है। साथ ही, स्टूडेंट्स के ग्रूमिंग और कम्युनिकेशन स्किल पर भी ज्यादा जोर दिया जाता है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज में ही यह कोर्स उपलब्ध है।
यूनिवर्सिटी: दिल्ली यूनिवर्सिटी
अवधि: तीन माह
फीस: 10 हजार
क्वालिफिकेशन: ग्रेजुएशन
जॉब: इंश्योरेंस कंपनीज
वेबसाइट: www.andcollege.du.ac.in

3.पीजी डिप्लोमा इन आर्काइव्स कीपिंग
अन्नामलाई ओपन यूनिवर्सिटी से आप जॉब ओरिएंटेड कोर्स आर्काइव्स कीपिंग में पीडी डिप्लोमा कर सकते हैं। कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स को भारत और विदेशी आर्काइव कम्युनिटी द्वारा अपनाए मानकों के अनुसार आर्काइवल मैटीरियल के सिद्धांत और तरीकों के बारे में समझने में मदद मिलती है। इस एक वर्षीय कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कैंडिडेट्स के पास इतिहास या आर्कियोलॉजी में स्नातकोत्तर की डिग्री जरूरी है। कोर्स खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स कंजर्वेसन, रेप्रोग्राफी और आर्काइवल साइंस से संबंधित फील्ड में लेक्चरर, अर्काइविस्ट, इंफॉर्मेंशन मैनेजर्स, लाइबे्ररियन, पब्लिक रिलेशन ऑफिसर और रिकॉर्ड्स मैनेजर्स के रूप में करियर बना सकते हैं।
यूनिवर्सिटी: अन्नामलाई यूनिवर्सिटी
अवधि: एक वर्ष
क्वालिफिकेशन: इतिहास या पुरातत्व के साथ एमए की डिग्री
जॉब: कंजर्वेसन, रेप्रोग्राफी और आर्काइवल साइंस से संबंधित फील्ड
वेबसाइट: www.annamalaiuniversity.ac.in

4.सर्टिफिकेशन इन अकाउंड ऐंड फाइनेंस
इन दिनों इंडस्ट्री में इस फील्ड से जुड़े स्किल्ड प्रोफेशनल्स की अच्छी डिमांड है। एनआईआईटी यूनिक्वा ने जेनपैक्ट के साथ मिलकर कर एक महीने का फाइनेंस ऐंड अकाउंट में सर्टिफिकेशन कोर्स शुरू किया है। प्रोग्राम के तरह स्टूडेंट्स को बिजनेस प्रोसेस, बेसिक वाइस ट्रेनिंग के साथ-साथ एडवांस्ड वाइस ट्रेनिंग और बेसिक फाइनेंस की ट्रेनिंग दी जाती है। इस प्रोग्राम के दौरान स्टूडेंट्स को इस फील्ड से संबंधित टर्मिनोलॉजी, बारीकियों और फाइनेंस एंड अकाउंट्स से जुड़े कार्य प्रणाली को समझने में मदद मिलती है। इसके अलावा, आउटसोर्स टूल के बारे में भी स्टूडेंट्स को बताया जाता है। कोर्स के दौरान ऐप्लिकेशन बेस्ड डेमो, ईआरपी सिमुलेशन, एक्सरसाइज और प्रैक्टिस सेशन पर ज्यादा जोर दिया जाता है। कोर्स पूरा करने के बाद जॉब मिलने की सं भावनाएं काफी बढ़ जाती हैं।
इंस्टीट्यूट : एनआईआईटी यूनिक्वा
अवधि: 4 सप्ताह
फीस: 15 हजार
क्वालिफिकेशन: बीकॉम
जॉब: फाइनेंस, आईटी, एफएमसीजी, सर्विस सेक्टर आदि
वेबसाइट : www.niituniqua.com

5. डिप्लोमा इन एजुकेशन टेक्नोलॉजी (डीईटी)
एमपी भोज यूनिवर्सिटी शिक्षकों को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सक्षम बनाने के लिए डिप्लोम इन एजुकेशन टेक्नोलॉजी कोर्स ऑफर करती है। कोर्स के दौरान एजुकेशनल सेटिंग्स में मल्टीमीडिया के एकीकरण के बारे में बताया जाता है। यह कोर्स शिक्षक और एजुकेर्ट्स के लिए है। कोर्स के दौरान वर्तमान शिक्षण पद्धति में मल्टीमीडिया के इस्तेमाल के बारे में बताया जाता है। इसके अलावा, एमएस-ऑफिस की ट्रेनिंग, मल्टीमीडिया और ग्राफिक्स टूल्स के इस्तेमाल की ट्रेनिंग दी जाती है। इस कोर्स को एक वर्ष से लेकर तीन वर्ष की अवधि में कम्पलीट कर सकते हैं।
यूनिवर्सिटी : एमपी भोज यूनिवर्सिटी
अवधि: एक वर्ष
फीस: 10 हजार
क्वालिफिकेशन: 12वीं पास
जॉब: एजुकेशन सेक्टर
वेबसाइट: www.bhojvirtualuniversity.com

6.सिस्टेमैटिक ट्रेनिंग एंड एजुकेशन
ओबेराय ग्रुप सिस्टेमैटिक ट्रेनिंग एंड एजुकेशन में तीन वर्षीय प्रोग्राम ऑफर करती है। दरअसल, यह एक प्रैक्टिकल ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जिसके तहत स्टूडेंट्स को फ्रंट ऑफिस, हाइस कीपिंग, फूड ऐंड बेवरेज और किचन सर्विस के बारे में बताया जाता है। किचन ऑपरेशंस प्रोग्राम के तहत वेस्टर्न और इंडियन किचन के बारे में जानकारी दी जाती है। फिलहाल यह प्रोग्राम ओबराय आगरा, ओबराय शिमला, ओबराय राजविलास जयपुर, ओबराय उदयविलास उदयपुर आदि जगह पर चलाए जा रहे हैं। इसका फायदा यह है कि आप ओबराय ग्रुप में ही करियर बना सकते हैं। इस प्रोग्राम को खत्म करने के बाद स्टूडेंट्स को बैचलर ऑफ टूरिजम की डिग्री इग्नू के द्वारा दी जाती है। इसके बाद आप होटल में ऑपरेशनल असिस्टेंट के तौर पर काम कर सकते हैं। इसके अलावा, आपके पास ओबराय सेंटर ऑफ लर्र्निंग ऐंड डेवलपमेंट से दो वर्षीय मैनेंजमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम करने का भी मौका होता है।
इंस्टीट्यूट : ओबराय ग्रुप
अवधि: तीन वर्ष
फीस: नो फीस, स्टाइपेंड 3,500
क्वालिफिकेशन: 12वीं
जॉब: ट्रेवल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर
वेबसाइट : www.oberoigroup.com

7. पीजी डिप्लोम इन इंस्ट्रक्शनल डिजाइन
इस प्रोग्राम के दौरान थ्योरेटिकल और प्रैक्टिकल स्किल दोनों के बारे में जानकारी दी जाती है। कोर्स का मुख्य उद्देश्य प्रोफेशनल को इंडस्ट्री के अनुरूप तैयार करना है। कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स को मैनेजमेंट प्रिंसिपल्स, एजुकेशनल साइकोलॉजी, इफेक्टिव कम्युनिकेशन के बारे में बताया जाता है। इस कोर्स की अवधि एक वर्ष है।
इंस्टीट्यूट: सिम्बायोसिस सेंटर फॉर डिस्टेंस लर्निंग
अवधि: एक वर्ष
फीस: 20 हजार
क्वालिफिकेशन: ग्रेजुएशन
वेबसाइट : www.scdl.net

8.पीजी डिप्लोमा इन केमो-इंफॉर्मेटिक
भोज यूनिवर्सिटी से केमो-इंफॉर्मेटिक में डिप्लोमा कोर्स किया जा सकता है। यह कोर्स टेक्नोलॉजी और केमिस्ट्री से मिल कर बना है। कोर्स का उद्देश्य एग्रोकेमिकल, फार्मास्यूटिकल और बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री के लिए स्किल्ड प्रोफेशनल्स तैयार करना है। कोर्स के तहत बेसिक ऑफ केमो-इंफॉर्मेटिक्स, केमो-इंफॉर्मेटिक्स टाडाबेस डिजाइन ऐंड मैनेजमेंट, डाटा सीक्वंसिंग आदि को कवर किया जाता है। कोर्स की अवधि एक वर्ष है और कैंडिडेट्स इसे तीन वर्ष की अवधि में पूरा कर सकते हैं।
यूनिवर्सिटी : एमपी भोज यूनिवर्सिटी
अवधि: एक वर्ष
फीस: 18 हजार
क्वालिफिकेशन: ग्रेजुएट (बायो या मैथ्स)
वेबसाइट : www.bhojvirtualuniversity.com

9.डिप्लोमा इन फूड एंड बेवरेज सर्विस मैनेजमेंट
12वीं पास स्टूडेंट्स फूड ऐंड वेबरेज सर्विस मैनेजमेंट के डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। इस कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स को फूड ऐंड वेबरेज सर्विस, फूड ऐंड वेबरेज सर्विस इक्वीपमेंट, मैथड, प्रैक्टिकल ट्रेनिंग, पर्सनल ग्रूमिंग, इक्वीपमेंट का नॉलेज, फूड सर्विस मैथड और उसके टर्मिनोलॉजी के बारे में बताया जाता है। इस कोर्स में एडमिशन 12वीं के मार्क्स, ग्रुप डिसक्शन और इंटरव्यू के आधार पर होता है।
यूनिवर्सिटी : महर्षी दयानंद यूनिवर्सिटी, रोहतक
अवधि: एक वर्ष
फीस: 21,900
क्वालिफिकेशन : 12वीं पास
वेबसाइट: www.mdudde.net/

10. एडवांस्ड सर्टिफिकेट इन पावर डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट
इस सर्टिफिकेट कोर्स को इग्नू और मिनिस्ट्री ऑफ पावर, यूएसएआईडी-इंडिया और पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन ने मिल कर शुरू किया है। कोर्स के दौरान पावर डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर से जुड़े डेवलपमेंट और रिफॉर्म के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके अलावा, नई टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिकल पावर यूटिलिटीज, इलेक्ट्रिकल सेक्टर आदि से जुड़ी चीजों से अवगत कराया जाता है। साथ ही, कोर्स के दौरान पावर डिस्ट्रीब्यूशन और एनर्जी मैनेजमेंट पर ज्यादा फोकस किया जाता है।
यूनिवर्सिटी: इग्नू
अवधि: छह माह
फीस: 10 हजार
क्वालिफिकेशन: इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स या डिप्लोमा
वेबसाइट: www.ignou.ac.in

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English summary
Best Job Oriented Courses: The mindset of today's students regarding the traditional course has changed a lot. Now they do not see that they have to do only medical, engineering or courses like CA, CS, but now they are giving more preference to job oriented courses instead of traditional courses. Today job oriented courses are not only opening up new job options, but it is also proving helpful in career building.
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