भारत में लगभग 2.5 लाख छात्र जेईई एडवांस का देने के लिए तैयार है। जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) एडवांस की परिक्षा 28 अगस्त, 2022 को आयोजित की जाएगी। बता दें कि छात्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए जेईई एडवांस्ड का एग्जाम इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी (आईआईटी) में एडमिशन लेने के लिए देते हैं।
हर इंजीनियरिंग छात्र का सपना होता है कि वे आईआईटी या एनआईटी से इंजीनियरिंग में ग्रैजुएशन करें। आईआईटी में एडमिशन लेने के लिए पहले छात्रों को जईई मेन्स का एग्जाम क्लियर करना होता है। जिसके बाद आईआईटी मेन्स के टॉप 2.5 लाख रैंकर्स ही एडवांस के लिए क्वालिफाई करते हैं।
आईआईटी में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को दो एग्जाम पात्र करने होते हैं। पहला जेईई मेन्स फिर जेईई एडवांस ये दोनों की एग्जाम भारत के सबसे कठिन एग्जाम में माने जाते हैं। इन एग्जाम की तैयारी के लिए छात्र लगातार कई महीनों व कई सालों तक तैयारी करते हैं। एग्जाम की तैयारी के दौरान, वे चिंता और तनाव का अनुभव करने के लिए बाध्य होते हैं, साथ ही उनकी तैयारी के स्तर में आत्मविश्वास की कमी भी होती है। और छात्रों के मन में तरह-तरह के सवाल उठने लगते हैं कि अगर उनसे ये एग्जाम क्लियर नहीं हो पाया तो वे क्या करेंगे, आदि।
तो आइए आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ टिप्स देते हैं कि जेईई एडवांस की तैयारी करते हुए छात्रों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. प्लेनिंग करें
यदि आप प्लेनिंग बनाने में असफ़ल है तो शायद ही आप अपना लक्ष्य पूरा कर पाएंगे। जेईई एडवांस एग्जाम के कुछ ही दिन बाकी है। इसलिए इन दिनों के लिए अब छात्रों को एक नया प्लैन बनाकर उसे फॉलो करना चाहिए कि उसे दिन में कितने घंटे रिविजन करना है, कितने मॉक टैस्ट देने हैं, आदि।
2. एनसीआरटी की किताबें पढ़े
जहां जेईई मेन्स का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा किया जाता है, वहीं जेईई एडवांस का संचालन जोनल आईआईटी द्वारा किया जाता है। इस साल परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी आईआईटी मुंबई को सौंपी गई है। छात्रों को एग्जाम देने से पहले एनसीआरटी किताबों से एक बार जरूर रिविजन करना चाहिए। क्योंकि एनसीआरटी की किताबें ही एकमात्र ऐसी किताबें है जिन्हें सभी एंट्रेंस एग्जाम की आंसर बुक कहा जा सकता है।
3. स्ट्राइव फॉर परफेक्शन
जेईई एडवांस को क्रैक करने के लिए परफेक्शन अल्टीमेट की है। यह केवल मॉक टेस्ट और पिछले सालों के प्रश्नपत्रों की प्रैक्टिस करके प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा, आधिकारिक जेईई वेबसाइट परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट अपलोड करती है। मॉक टेस्ट छात्रों को परीक्षा के कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड से परिचित कराने में मदद करते हैं। छात्रों को परीक्षा के आधिकारिक घंटों के दौरान मॉक टेस्ट का अभ्यास करना चाहिए, यानी पेपर 1 सुबह 9 बजे से 12 बजे के बीच और पेपर 2 दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे के बीच। इससे उन्हें समय प्रबंधन की अनिवार्यता सीखने में भी मदद मिलेगी।
4. अकादमिक बातचीत से बचें
छात्रों को अपनी तैयारी पर पूर्ण विश्वास होना चाहिए। साल भर पढ़ाई के प्रति आपकी ईमानदारी आपके आस-पास की नकारात्मकता से समझौता नहीं करेगी। इसलिए, छात्रों को जेईई एडवांस परीक्षा से संबंधित बात करने से बचना चाहिए कि आपके साथियों का मॉक टेस्ट रिजल्ट कैसा आया है, आदि।
5. आखिरी समय में होने वाली गड़बड़ियों से बचें
तैयारी के अंतिम कुछ दिनों के दौरान, छात्रों को परीक्षा के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होते ही अपने एडमिट कार्ड प्रिंट करवा लें। हालांकि, छात्रों के पास परीक्षा के दिन तक इसे डाउनलोड करने का विकल्प होता है, लेकिन वेबसाइट पर भारी मात्रा में ट्रैफ़िक की संभावना के कारण होने वाली अंतिम-मिनट की तकनीकी गड़बड़ियों पर विचार करना अनिवार्य है। एग्जाम सेंटर को पहले जाकर चैक करने चाहिए कि वहां पहुंचने का सही रास्ता क्या है।
6. स्वास्थ्य का ध्यान रखें
छात्रों को एग्जाम की तैयारी करते समय शारीरिक व मानसिक दोनों प्रकार से अपना स्वास्थ्य का देखना रखना चाहिए। इसलिए, नियमित व्यायाम और पोषक तत्वों से भरपूर आहार के साथ एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखना अनिवार्य है। परीक्षा से ठीक पहले मन की स्वस्थ स्थिति बनाए रखने के लिए ध्यान महत्वपूर्ण है। जिन छात्रों को देर रात तक पढ़ने की आदत है, उन्हें अपने सोने के शेड्यूल को जेईई एडवांस के साथ एलाइंड करने का प्रयास करना चाहिए। बेहतर नींद छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ परीक्षा के दौरान भी ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगी, जो अंततः उनके परिणामों में सकारात्मक रूप से प्रतिबिंबित होगी।