भारत के सबसे प्रसिद्ध टेक्नोलॉजी संस्थानों में से एक भारतीय प्रोद्योगिकि संस्थान - आईआईटी में पढ़ने की इच्छा सभी छात्रों की रहती है लेकिन क्योंकि इन संस्थानों में केवल इंजनियरिंग कोर्स शामिल होते हैं इसलिए इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त करने के लिए ये छात्रों का सपना होता है कि वह आईआईटी संस्थानों से पढ़ें। लेकिन अब आप यहां से कुछ अन्य कोर्स भी कर सकते हैं। आज आफको बताएंगे आईआईटी मद्रास के बारे में जो अब इंजीनियरिंग कोर्सेस से हट कर कुछ नए कोर्सेस भी ऑफर करने लगा है और हाल ही में संस्थान द्वारा एक नए कोर्स को लॉन्च किया गया है।
हाल ही में आई जानकारी से मालूम पड़ता है कि आईआईटी मद्रास अब बीएसई कोर्स भी ऑफर करेगा वो भी इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में। इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम की शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों के लिए तो ये एक गोल्डन चांस है कि वह आईआईटी मद्रास से अपनी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। ये इतने पर ही सिमित नहीं होता है। आईआईटी मद्रास द्वारा डाटा साइंस में डिप्लोमा और डिग्री प्रोग्राम भी ऑफर किया जाएगा। जिसे कक्षा 12वीं के बाद किया जा सकता है। आइए आपको इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम नए कोर्स से संबंधित खबर की पूरी जानकारी दें।
केंद्रीय शिक्षा मेंत्री ने किया नए कोर्स का शुभारंभ
आईआईटी मद्रास में बीएस इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के नए 4 साल के कोर्स का शुभारंभ भारत के केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा वर्चुअल मोड में किया गया। इस कोर्स का शुभारंभ आज यानी सोमवार, 6 मार्च को सुबह 11 बजे किया गया था। इससे पहले आईआईटी मद्रास द्वारा बीएस इन डाटा साइंस और डिप्लोमा कोर्स लॉन्च किया गया था। उस दौरान आईआईटी मद्रास पूरी दुनिया का पहला ऐसा संस्थान है जो बीएस इन डाटा साइंस कोर्स में 4 साल की अवधि का प्रग्राम ऑफर कर रहा है। अब आईआईटी मद्रास द्वारा एक नया कोर्स बीएस इन इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम ऑफर किया जाने वाला है।
नए कोर्स की लॉन्च पर क्या बोले केंद्रीय शिक्षा मंत्री
आज (6 मार्च 2023) सुबह 11 बजे हुए आईआईटी मद्रास के नए कोर्स बीएस इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के लॉन्च पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इस कार्यक्रम की परिकल्पना देश की नई शिक्षा नीति 2020 के तहत की गई है।
अपने बात में आगे उन्होंने कहा कि एनईपी 2020 को लागू करने के लिए यह एक सही दृष्टिकोण है। इस प्रोग्राम की सभी विशेषताएं, जिसमें लचीलापन, जॉब ओरिएंटेशन, एंटरप्रेन्योरशिप और मल्टिपल एक्सिट के साथ भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली में गुणवत्ता तक की पहुंच के लिए सामर्थ्य भी शामिल है।
आईआईटी मद्रास ने इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम कोर्स को लेकर क्या कहा
बीएस इन इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के नए कोर्स को पर आईआईटी मद्रास ने एक बयान देते हुए कहा कि "आईआईटी मद्रास भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स और एम्बेडेड सिस्टम क्षेत्र में कुशल स्नातकों की महत्वपूर्ण और बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स में बीएस डिग्री प्रोग्राम शुरू कर रहा है।"
बीएस डाटा साइंस प्रोग्राम
आईआईटी मद्रास द्वारा बीएस डाटा साइंस कोर्स बढ़ती डाटा साइंस की मांग को देखते हुए वर्ष 2022 में लॉन्च किया गया था। अपने बीएस डाटा साइंस कोर्स के बारे में सूचित करते हुए संस्थान ने बताया कि फिलहाल आईआईटी मद्रासे के बीएस प्रोग्राम में वर्तमान समय में करीब 17,000 छात्र पढ़ रहे हैं।
बीएस इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम
आईआईटी मद्रास द्वारा शुरू किया गया नया और दूसरा बीएस इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम छात्रों को हाईब्रिड मोड में पढ़ाया जाएगा, जिसमें इसके व्यवहारिक प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रीत किया जाएगा।
इस कोर्स की खास बात ये है कि आप इसके कुछ स्तरों पर पूरा कर सकते हैं। जिसमें यदि छात्र एक साल के बाद कोर्स आगे नहीं करता तो साल की अंत में उसे सर्टिफिकेट प्राप्त होगा, यदि 2 साल में छोड़ता है डिप्लोमा प्राप्त होग और यदि पूरे चार साल का पूरा कोर्स करता है तो वह डिग्री का पात्र होगा। इसे नई शिक्षा नीति की सिफारिशों के अनुसार मल्टिपल एक्सिट के साथ तैयारी किया गया है।
1 वर्ष - सर्टिफिकेट
2 वर्ष - डिप्लोमा
4 वर्ष - बीएस डिग्री
इस कोर्स की सबसे अच्छी बात ये है कि इसके लिए कोई आयु सीमा तय नहीं कि गई है। लेकिन कोर्स केवल कक्षा 12वीं की बाद की शिक्षा के बाद ही किया जा सकता है। यानी कक्षा 12वीं पास करने वाला किसी भी उम्र का उम्मीदवार कोर्स को करने योग्य है। इसी के साथ जो छात्र 11 वीं कि अंतिम परीक्षा में शामिल हुए है वह भी आवेदन कर सकते हैं और जिन्होंने 12वीं पास कर ली है वो तो इस कोर्स में शामिल हो ही सकते हैं। लेकिन कोर्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवार को 12वीं में भौतिक यानी फिजिक्स और गणति विषय का अध्ययन करना अनिवार्य है।
बीएस इलेक्टॉनिक सिस्टम में प्रवेश के लिए छात्रों को जेईई परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं है। इस कोर्स में प्रवेश चार सप्ताह के क्वालीफायर प्रक्रिया के माध्यम से दिया जाएगा। इस प्रक्रिया में पास होने वाला उम्मीदवार कोर्स में प्रवेश प्राप्त कर सकेगा। 4 सप्ताह की इस क्वालीफायर प्रक्रिया के लिए उम्मीदवार को आईआईटी मद्रास की फैकल्टि द्वारा पढ़ाया जाएगा। जिसके कंटेंट के आधार पर भी क्वालीफायर परीक्षा को पास किया जा सकता है।
इस कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए सबसे अच्छि खबर ये है कि वह ये कोर्स दोहरी डिग्री कोर्स है, जिसे उम्मीदवार अपनी अन्य डिग्री शिक्षा के साथ कर सकता है।