कॉरपोरेट वर्ल्ड में ऊंचे ओहदे पर भर्तियों में टॉप बिजनेस स्कूल से एमबीए करने वाले स्टूडेंट्स को काफी अहमियत दी जाती है। अगर आप भी दुनिया के टॉप बिजनेस स्कूल से एमबीए करना चाहते हैं, तो हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। एमबीए का क्रेज आज भी कम नहीं हुआ है। आज केवल कॉमर्स बैकग्राउंड के स्टूडेंट्स ही नहीं, बल्कि अलग-अलग स्ट्रीम के स्टूडेंट्स भी एमबीए को प्राथमिकता देने लगे हैं। सच पूछा जाए, तो बेहतर जॉब हासिल करने के लिए एमबीए को सबसे हॉट ऑप्शन माना जाने लगा है।
वैसे, देश में ऐसे कई नामचीन बिजनेस स्कूल हैं, जहां से एमबीए करना हर किसी के लिए गर्व की बात हो सकती है, लेकिन यदि आप बिजनेस-वर्ल्ड में अपनी साख कायम करने के लिए अब्रॉड से एमबीए करना चाहते हैं, तो अमेरिका के बोस्टन शहर में स्थित हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल में एडमिशन आपका एक बेहतर निर्णय माना जाएगा, क्योंकि यहां आप न केवल बिजनेस के सैद्धांतिक तथ्यों से, बल्कि यहां मौजूद वर्ल्ड क्लास फैकल्टी और संसाधनों की मदद से बिजनेस-वर्ल्ड की आधुनिकतम चुनौतियों और घटनाओं का व्यावहारिक अध्ययन भी कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि हॉर्वर्ड के एमबीए प्रोग्राम में प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स में से लगभग आधी संख्या अंतरराष्ट्रीय ही होती है।
एचबीएस में पढ़े ये चर्चित भारतीय
यदि एचबीएस से शिक्षा प्राप्त कुछ प्रसिद्ध भारतीय एलुमनीज की बात करें, तो इनमें भारत के पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम, बजाज आॅटो के चेयरमैन राहुल बजाज, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर आनंद महिंद्रा, नैना लाल किदवई का नाम गिनाया जा सकता है।
एडमिशन प्रोसेस
हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल में एडमिशन के लिए आपको कई तरह की प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ेगा। इसके लिए आपके पास यूएस बैचलर डिग्री के समकक्ष डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा, आपके पास जीमैट या फिर जीआरई का स्कोर होना चाहिए (राउंड 1 के लिए इस परीक्षा का स्कोर जनवरी 7 सितंबर, 2011 से 7 सितंबर, 2016 के बीच होनी चाहिए।)। टॉफेल, आईएलटीएस (इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम) के अंक पत्र (यह अंक पत्र 1 जनवरी 2015 के बाद का होना चाहिए)। इसके साथ अप-टू-डेट रिज्यूमे की भी जरूरत पड़ेगी। आपके पास स्कूली, कॉलेज और अब तक की शिक्षा से जुडे सभी प्रमाण-पत्र (ये स्वप्रमाणित होने चाहिए)। इसके अलावा, एप्लिकेशन-फी, 2 अनुशंसा-पत्र आदि की जरूरत भी पड़ेगी। इसके अलावा, एप्लिकेशन के आपको एक एसे लिखना पड़ेगा कि आप हॉर्वर्ड में एडमिशन क्यों लेना चाहते हैं। इसके लिए वर्ड लिमिट की कोई सीमा नहीं है।
फुलटाइम एमबीए प्रोग्राम
हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल फुलटाइम एमबीए प्रोग्राम, डॉक्टोरल प्रोग्राम के साथ-साथ कुछ विशेष एग्जीक्यूटिव एजुकेशन प्रोग्राम्स भी संचालित करता है। फुलटाइम एमबीए प्रोग्राम की कुल अवधि दो वर्ष होती है। दो सेमेस्टर में संचालित इस प्रोग्राम के पहले सेमेस्टर में किसी भी कंपनी के अंदरूनी पक्षों की सामान्य जानकारी दी जाती है। इसमें टेक्नोलॉजी ऐंड ऑपरेशन मैनेजमेंट, मार्केटिंग, लीडरशिप ऐंड ऑर्गनाइजेशनल बिहेवियर आदि पर विस्तार से फोकस किया जाता है। वहीं, सेकेंड सेमेस्टर में बिजनेस, गवर्नमेंट, इंटरनेशनल इकोनॉमी, स्ट्रैटेजी, लीडरशिप ऐंड कॉरपोरेट अकाउंटेबिलिटी आदि विषय पर विस्तार से चर्चा की जाती है। इसके अतिरिक्त सेकेंड सेमेस्टर में ही स्टूडेंट्स को कई उपलब्ध कोर्सों में से किसी एक कोर्स का चुनाव करना होता है। इनमें कुछ कोर्सों के नाम इस प्रकार हैं-एग्रीबिजनेस, वेंचर कैपिटल ऐंड प्राइवेट इक्विटी फंड, कन्ज्यूमर मार्केटिंग, रिटेलिंग, मैनेजिंग मेडिसिन, सप्लाई चेन मैनेजमेंट आदि।
एग्जीक्यूटिव एजुकेशन प्रोग्राम
मास्टर और डॉक्टरल प्रोग्राम के अतिरिक्त एचबीएस कुछ नॉन-डिग्री एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम का भी संचालन करती है, जैसे-ऑनर/प्रेसिडेंट मैनेजमेंट प्रोग्राम (पार्ट-टाइम सेल्फ-एम्प्लॉयड एंटरप्रेन्योर के लिए), एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम (आठ हफ्ते का प्रोग्राम, सीनियर मैनेजर्स के लिए), जनरल मैनेजमेंट प्रोग्राम (सामान्य मैनेजर्स के लिए) आदि।
ज्वाइंट डिग्री प्रोग्राम
चार हॉर्वर्ड ग्रेजुएट स्कूल्स और हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल मिलकर पांच ज्वाइंट डिग्री प्रोग्राम्स भी संचालित करते हैं। हॉर्वर्ड कैनेडी स्कूल के साथ मिलकर दो ज्वाइंट डिग्री प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं, एमबीए/एमपीपी ( मास्टर ऑफ पब्लिक पॉलिसी) और एमबीए/एमपीए-आईडी ( मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन-इंटरनेशनल डेवलपमेंट)। इसके अलावा, हॉर्वर्ड लॉ स्कूल के साथ मिलकर जेडी/एमबीए, हॉर्वर्ड मेडिकल स्कूल के साथ एमडी/एमबीए, हॉर्वर्ड स्कूल ऑफ डेंटल मेडिसिन के साथ डीएमडी/एमबीए ज्वाइंट डिग्री कोर्स ऑफर किए जा रहे हैं।