नीट यूजी के रजिस्ट्रेशन अभी शुरू भी नहीं हुए हैं और छात्र परीक्षा की तैयारी में जुट गए हैं। मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले कक्षा 12वीं के छात्र फिलहाल बोर्ड की परीक्षा दे रहे हैं लेकिन साथ ही साथ उन्हें नीट यूजी की परीक्षा की तैयारी की चिंता भी सता रही है। एनटीए द्वारा जारी सूचना के अनुसार नीट यूजी 2023 की परीक्षा का आयोजन 13 भाषाओं में 7 मई 2023 को किया जाएगा। फिलहाल मार्च का महिना चल रहा है और बच्चों के पास तैयारी के केवल 3 महिने का समय ही बाकि है।
3 महीने की समय अवधि में नीट यूजी की परीक्षा की तैयारी करना छात्रों के लिए एक चैंलज से कम नहीं है। लेकिन आप 3 महीने के भीतर ही नीट यूजी की परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं और वो भी इतनी अच्छी तरह से की आप परीक्षा में 550 से अधिक स्कोर प्राप्त कर सकते हैं। 550 से अधिक स्कोर प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को बस कुछ महत्वपूर्ण टिप्स को फॉलो करना होगा। उम्मीदवारों की सहायता के लिए टिप्स करियर इंडिया हिंदी के इस लेख में दी गई है। यदि आप सही में नीट की परीक्षा में 550 से अधिक स्कोर प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं तो आपको नीचे दी गई टिप्स का अनुशासित ढंग से पालन करना होगा।
नीट परीक्षा का पैर्टन
नीट यूजी की परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों को बता दें कि परीक्षा का आयोजन पेन और पेपर मोड में होगा। परीक्षा की अवधि 3 घंटों की होगी। जिसमें 180 प्रश्न पूछें जाएंगे। परीक्षा का आयोजन कुल 720 अंकों के लिए किया जाएगा। परीक्षा में नेगटिव मार्किंग है इसलिए परीक्षा देने वाले उम्मीदवार ध्यानपूर्वक उत्तरों का चयन करें। जहां प्रत्येक सही उत्तर पर उन्हें 4 अंक प्राप्त होंगे वहीं प्रत्येक गलत उत्तर पर उनका 1 अंक काट भी लिया जाएगा। साथ ही साथ आपको बता दें कि परीक्षा का आयोजन 13 भाषाओं में किया जाएगा।
3 महीने में कैसे करें नीट परीक्षा की तैयारी
जैसा की हमने बताया है कि इस समय कक्षा 12वीं के बोर्ड परीक्षा चल रही है ऐसे में बोर्ड की तैयारी करना और नीट की परीक्षा की तैयारी करना कोई आसान कार्य नहीं है। लेकिन यदि आप इसे शांत मन से करें तो ये दोनों संभव है आप कक्षा 12वीं में भी अच्छा स्कोर प्राप्त कर सकते हैं और नीट की परीक्षा में भी अच्छा स्कोर प्राप्त कर पाएंगे। नीट की परीक्षा में पीसीबी के विषयों को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है। जिसकी तैयारी वह बोर्ड परीक्षा के दौरान भी करते हैं और उन्हें इसके माध्य्म से दोनों में फायदा होगा। आइए आपको विस्तार में बताएं कि आप 3 महीने में किस प्राकर नीट यूजी 2023 की परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।
एनसीईआरटी को चुने
बोर्ड की परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को लिए सबसे बेहतर है कि वह एनसीईआटी की पुस्तकों का प्रयोग नीट परीक्षा की तैयारी के लिए भी करें। एनसीआरईटी की पुस्तक उनके लिए बहुत अधिक फायदेमंद साबित होगी। क्योंकि करीब 70 प्रतिशत प्रश्न एनसीईआरटी की पुस्तक से ही आते हैं। ऐसी स्थिति में उम्मीदवारों के लिए परीक्षा की तैयारी करना आसान होगा और वह बोर्ड और नीट दोनों में अच्छा स्कोर प्राप्त कर पाएंगे।
सिलेबस को समझना आवश्यक है
परीक्षा की तैयारी कर उम्मीदवारों के लिए सबसे आवश्यक है कि परीक्षा के सिलेबस को समझे। ऐसा करने से वह हर विषय और उसमें शामिल चैप्टर की तैयारी ठीक तौर पर कर पाएंगे।
विषयों के आधार पर तैयारी कैसे करें
बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री में कई ऐसे विषय है जिससे संबंधित प्रश्न ज्यादा आते हैं और उनकी अंक वेटेज ज्यादा होती है। सभी टॉपिक्स से साथ इन विषयों पर खास ध्यान देना आवश्यक है। आइए आपको बताएं।
बायोलॉजी
1. स्ट्रक्चर ऑफ सेल
2. इकोलॉजी
3. ह्यूमन फिजियोलॉजी
4. फिजियोलॉजी ऑफ एनिमल एंड प्लांट्स
5. रिप्रोडक्शन
6. जेनिटिक्स
फिजिक्स
1. मैकेनिक्स
2. न्यूकिलर फिजिक्स
3. ऑप्टिक्स
4. थर्मोडायनामिक्स
केमिस्ट्री
1. पॉलीमर
2. केमिस्ट्री इन एवरीडे लाइफ
3. एनवायरमेंटल केमिस्ट्री
4. बायोमोलिक्लर
5. जनरल ऑरगेनिक केमिस्ट्री
6. केमिकल बॉन्ड
आसान से मुश्किल की ओर बढ़ें
परीक्षा की तैयारी करने के समय उम्मीदवारों को आवश्यर रूप से ध्यान देने की जरूरत होत है कि वह आसान से कठिन की ओर बढ़ें न कि कठिन से आसान की ओर। अक्सर ही उम्मीदवार ये गलती करते हैं। जिसके कारण उनका अधिक समय कठिन विषयों को समझने में चला जाता है। आसान से मुश्किल की ओर बढ़ने से आपक ज्यादा से ज्यादा सिलेबस कवर कर पाते हैं।
स्मार्ट पढ़ाई में भरोसा रखें
स्मार्ट शिक्षा से हमारा अर्थ यहां ऑनलाइन उपलब्ध सामग्रीयों से है। कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो फ्री मॉक टेस्ट ऑफर करते हैं। प्रतिदिन 2 से 3 मॉक टेस्ट हल करने का प्रयास करें और जांचें की आपकी गति कितनी है और इससे आपको अपनी तैयारी के बारे में भी जानकारी प्राप्त होती रहेगी।
साथ ही साथ यूट्यूब विडियों और वेबसाइट टेक्सट के माध्यम से भी उम्मीदवार परीक्षा की तैयारी कर सकता है। जिसके माध्यम से उम्मीदवार परीक्षा की बेहतर तैयारी कर सकता है।
किसी भी विषय को न छोड़े
उम्मीदवार अस्कर के गलती करते हैं जिसमें वह किसी एक विषय या उसमें शामिल चैप्टर आदि को छोड़ देते हैं। ऐसे में परीक्षा में आए कई प्रश्नों के उत्तर देना भी उनके लिए मुश्किल हो जाता है। यदि आप परीक्षा में 500 से अधिक अंक प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं तो आपको सिलेबस पूरा कवर करना है।
मानसिक संतुलन कैसे रखें सही
बोर्ड की परीक्षा के बाद तुरंत से नीट की परीक्षा की तैयारी में लगना बच्चों के मानसिक संतुलन के लिए हानिकारक हो सकता है। लेकिन क्योंकि परीक्षा में अब केवल 3 महीने का समय है तो ऐसी स्थिति उत्पन्न होना लाजमी है वह तुरंत से तैयारी करें। उम्मीदवारों को सलाह है कि वह बोर्ड परीक्षा की तैयारी के बाद एक दिन का रेस्ट लें और फिर बोर्ड परीक्षा के दौरान पीसीबी विषयों के बनाएं नोट्स की पढ़ें क्योंक एनसीआरटी से ही सबसे अधिक प्रश्न आते हैं, ऐसे में उन्हें याद टॉपिक्स की तैयारी करने की बजाए केवल रिविजन करने की जरूरत होगी।
सिलेबस कवर करने के लिए बनाएं टाइम टेबल
नीट यूपी की परीक्षा के लिए पीसीबी विषयों पर अच्छि पकड़ होना आवश्यक है। इसके लिए उम्मीदवारों को इस तीनों विषयों में आने वाली सभी टॉपिक्स को कवर करना अनिवार्य है तभी आप 500 से अधिक अंक प्राप्त कर पाएंगे। सिलेबस कवर करने के लिए प्रतिदिन किस विषय को कितना पढ़ना है और कितना समय देना है आदि के अनुसार एक टाइम टेबल बनाएं। इस टाइमटेबल में अन्य कार्यों को भी एड करें ताकि पढ़ाई के साथ माइंड फ्रेश करने के लिए भी आपके पास समय हो।
60:40 का नियम बनाएं
इस 60:40 के नियम के माध्यम से आपको बहुत फायदा हो सकता है। 60:40 के नियम से हमारा अर्थ है कि 60 प्रतिशत का समय नए चैप्टर को दें तो वहीं 40 प्रतिशत का समय पुराने चैप्टर की रिविजन को। अपनी बनाई टाइम टेबल में इस नियम के अनुसार तैयार करें। इससे आपकों नए टॉपिक के साथ पुराने विषयों को याद रखने में सक्षम रहेंगे और रिविजन और सिलेबस की तैयारी साथ-साथ चलती रहेगी। लास्ट मिनट की दिक्कतों से बचा जा सकेगा।
ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट और पिछले सालों के प्रश्न पत्र हल करें
पिछले साल के प्रश्न पत्रों से उम्मीदवारों को परीक्षा के पैटर्न और प्रश्नों के प्रकार के बारे में पता रहेगा। साथ ही मॉक टेस्ट देने से उनकी गति बढ़ेगी। इसके साथ आपको बता दें कि कई बार इन पेपरों से प्रश्न रीपिट किए जाते हैं तो ऐसी स्थिति में यदि इन हल किए गए प्रश्नों में 10 प्रश्न भी परीक्षा में आते हैं तो ये आपके लिए विन-विन सिचुएशन होगी। क्योंकि इसमें आपको समय नहीं लेगेगा।