JEE Advanced Exam Preparation Tips Tricks जेईई एडवांस की परीक्षा 28 अगस्त को होने जा रही है और ढाई लाख स्टूडेंट्स देश भर के 23 आईआईटी की 16,232 सीट्स के लिए इस परीक्षा में भाग लेंगे। परीक्षा दो चरणों में होगी, पहला पेपर सुबह 9 से 12 बजे तक और दूसरा पेपर दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक चलेगा। परीक्षा को अब करीब 11 दिन ही शेष हैं, इसलिए शिक्षाविदों से जाना कि स्टूडेंट्स किस तरह एग्जाम के ठीक पहले अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देकर इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
ऐसे प्लान करें
एक्सपर्ट के अनुसार इन 15 में से 5 दिन स्टूडेंट्स को फुल लेंथ टेस्ट पेपर सॉल्व करने चाहिए। एक दिन स्टूडेंट्स टेस्ट पेपर सॉल्व करें और अगले दिन खुद अपनी शीट का एनालिसिस कर गलतियों को दूर करें और उन प्रश्नों से जुड़े कॉनसेप्ट क्लियर करें। शुरू के 10 दिन यही प्रैक्टिस करें। आखरी के 5 दिनों में पुराने पेपर देखें और कांसेप्ट रिवाइज करें।
सिलेबस से तैयारी
आईआईटी, कानपुर से पासआउट फिजिक्स के एक्सपर्ट कमल शर्मा के मुताबिक स्टूडेंट्स को एग्जाम के समय यानी सुबह 9 से 12 और दोपहर में 2 से 5 के बीच ही न्यूमेरिकल सॉल्व करने चाहिए ताकि उनकी बायो क्लॉक एग्जाम के लिए सेट हो जाए। दिन का बाकी समय लर्निंग, मेमोरी और कॉन्सेप्चुअल पार्ट को दिया जाना चाहिए। यदि 80 से 90% सिलेबस के कॉन्सेप्ट भी समझ लिए हैं तो उसकी रैंक बन सकती है।
इन टॉपिक पर ध्यान दें
भौतिक विज्ञान में इलेक्ट्रोस्टाटिक्स, चुंबकत्व, प्रकाशिकी और आधुनिक भौतिकी स्कोरिंग टॉपिक है। गणित में कोनिक सेक्शन, कैलकुलस और प्रोबेबिलिटी महत्वपूर्ण टॉपिक है। रसायन शास्त्र में इन ऑर्गेनिक केमेस्ट्री में साल्ट एनालिसिस और केमिकल बॉन्डिंग तथा ऑर्गेनिक केमेस्ट्री में नेम रिएक्शन, पॉलीमर, बायोमोलिक्यूल और केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ जैसे टॉपिक जरूर रिवाइज करें।
मेंटल-फिजिकल हेल्थ
यह समय जेईई एडवांस देने वाले हर स्टूडेंट के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। ऐसे में स्टूडेंट्स को अपनी मेंटल और फिजिकल हेल्थ का भी ध्यान रखना जरुरी है। करियर एक्सपर्ट नितिल गुप्ता कहते हैं कि एग्जाम सुबह 9 बजे शुरू होगा, जिसके लिए स्टूडेंट्स को करीब साढ़े सात बजे सेंटर पर पहुंचना होगा इसलिए अभी से अपनी बायो क्लॉक को सेट करने के लिए एग्जाम के शेड्यूल के मुताबिक अपना शेड्यूल बनना शुरू करें। दिन की शुरुआत प्रार्थना और हल्की-फुल्की फिजिकल एक्टिविटी के साथ करें ताकि आप मेंटली और फिजिकली बेहतर महसूस करें। पेरेंट्स और मेंटर से अपने मन की हर बात कहें, ताकि तनाव में ना आएं। दोपहर की झपकी को बंद करें, क्योंकि दोनों पेपर्स के बीच नैप लेने का समय नहीं मिलेगा।