पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा गाइड- पॉलिटेक्निक परीक्षा की तैयारी कैसे करेें? देश के हर राज्य में पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन हर साल किया जाता है। पॉलिटेक्निक परीक्षा एक संचालन राज्य के शिक्षा विभाग, प्राविधिक शिक्षा विभाग, या फिर तकनीकी शिक्षा निदेशालय द्वारा किया जाता है और परीक्षा से जुड़ी सभी सूचनाओं और अधिसूचना को जारी अखबार के माध्यम से जारी किया जाता है।
आइये जानते हैं कि कैसे हम पॉलीटेक्निक परीक्षा के लिए तैयारी कर सकते हैं। उससे पहले आपको यह मालूम होना चाहिए कि पॉलीटेक्निक संस्थान डिप्लोमा प्रदान करते हैं। यह डिप्लोम उसी विधा में होता है, जो आप प्रवेश मिलने के बाद चुनते हैं। परीक्षा को पास करने वाले छात्रों को संस्थान में प्रवेश दिया जाता है जहां छात्र दो से तीन साल का डिप्लोमा करते हैं।
पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स के लिए न्यूनतम अर्हता
आवेदकों अपने राज्य के माध्यमिक शिक्षा परिषद अथवा बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई या फिर एनआईओएस से जैसे मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्षा में उत्तीर्ण होना चाहिए।
जो आवेदक होटल मैनेजमेंट कोर्स में प्रवेश लेना चाहते हैं, उन्हें किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा में पास होना जरूरी है। हालांकि कुछ राज्यों में इंजीनियरिंग कोर्स के लिए भी 12वीं पास जरूरी होता है। यह निर्भर करता है कि आप किस राज्य के पॉलीटेक्निक संस्थान में प्रवेश चाहते हैं।
पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स में लेट्रल एंट्री (बीच में) लेनें के लिए न्यूनतम अर्हता
आवेदक द्वारा किसी मान्यता प्राप्त राज्य बोर्ड से 12वीं कक्षा पूरी की जानी चाहिए। इसके अलावा वे आवेदक दूसरे वर्ष में प्रवेश के लिए आवेदन करने के पात्र होते हैं जिन्होंने आईटीआई डिप्लोमा कोर्स पूरा कर लिया हो। उन्हीं भी सीधे दूसरे वर्ष में प्रवेश मिल सकता है।
पोस्ट-डिप्लोमा कोर्स के लिए न्यूनतम अर्हता
जो आवेदक वैध डिप्लोमा धारक हैं, वे भी विश्वविद्यालय में पोस्ट-डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश पाने के पात्र हैं।
पॉलिटेक्निक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद कौन सी ट्रेड ले सकते हैं?
प्रवेश परीक्षा उत्तीण करने के बाद आप कौन सी ट्रेड ले सकते हैं यह निर्भर करता है आपकी रैंक और सीटों की उपलब्धता पर। अगर आपकी रैंक अच्छी है तो आपको कंम्प्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल जैसी ट्रेड मिल सकती हैं।
1 सिविल इंजीनियरिंग
2 कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग
3 इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
4 मैकेनिकल इंजीनियरिंग
5 इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
6 मत्स्य प्रौद्योगिकी
7 समुद्री इंजीनियरिंग
8 सूचना प्रौद्योगिकी
9 कपड़ा प्रौद्योगिकी
10 चमड़ा प्रौद्योगिकी
11 मुद्रण प्रौद्योगिकी
12 प्रोडक्शन इंजीनियरिंग
13 कंप्यूटर इंजीनियरिंग
14 इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग
15 परिधान प्रौद्योगिकी
16 मेक्ट्रोनिक्स
17 वास्तु सहायक
यह एक राज्य की सूची है, इस प्रकार से अलग-अलग राज्यों में ट्रेड भिन्न हो सकती हैं। या फिर उपर्युक्त ट्रेड के अलावा भी ट्रेड उनकी सूची में शामिल हो सकती हैं।
पॉलिटेक्निक डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा के लिए आवश्यक टिप्स
जेईई मेन की तुलना में डिप्लोमा इंजीनियरिंग परीक्षा बेहद आसान होती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि छात्र इस प्रवेश परीक्षा को बिना- पढ़े पास कर सकते हैं। पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीदवारों को कड़ी मेहनत करना आवश्यक है।
- पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा में पास होने के लिए उम्मीदवारों को सवसे पहले सिलेबस से परिचित होना जरूरी है।
- सिलेबस से परिचित होने के बाद उम्मीदवारों को केवल मुख्य नोट्स बनाने हैं और नियमित रूप से अध्ययन करना है।
- साथ ही बेसिक्स पर ध्यान दें क्योंकि प्रश्न हमेशा बेसिक्स से पूछे जाते हैं।
- इसके अलावा उम्मीदवारों को 10वीं और 12वीं के सभी कॉन्सेप्ट क्लियर होने चाहिए।
- कक्षा 9वीं, 10वीं आदि के लिए एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक पढ़ें और संक्षिप्त नोट्स बनाएं।
- प्रवेश परीक्षा से संबंधित पुस्तकों से अध्ययन करे।
- पिछले वर्ष के प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें क्योंकि 20-30% इनमें से होंगे।
- मूल सूत्र या अवधारणा पर ध्यान केंद्रित करें और एक माइंड मैप बनाएं।
- गति और सटीकता में सुधार के लिए अधिक मॉक टेस्ट पूरा करने का प्रयास करें। उम्मीद है इससे आपको मदद मिलेगी।
- इंजीनियरिंग को दुनिया के सबसे कठिन कोर्स में से एक माना जाता है क्योंकि इसमें अधिकांश छात्रों की तुलना में अधिक गणित और भौतिकी शामिल होती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करने से पहले गणित और भौतिकी पर अधिक ध्यान दें।
- चीजों को टालने के बजाए शंकाओं को तुरुंत दूर करें।
राज्य-वार पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षाओं की सूची निम्नलिखित है-
राज्य | पॉलीटेक्निक परीक्षा के नाम | |
---|---|---|
1 | आंध्र प्रदेश | AP POLYCET 2020 |
2 | अरुणाचल प्रदेश | Arunachal PAT |
3 | असम | Assam Polytechnic (PAT) 2020 |
4 | बिहार | DCECE 2020 |
5 | छत्तीसगढ़ | CG PPT 2020 |
6 | गोवा | Goa Polytechnic Admission 2020 |
7 | गुजरात | Gujarat Polytechnic 2020 |
8 | हरयाणा | Haryana Polytechnic 2020 (DET) |
9 | हिमाचल प्रदेश | HP PAT 2020 |
10 | जम्मू एवं कश्मीर | J&K Polytechnic Entrance Test (PET 2020) |
11 | झारखंड | Jharkhand Polytechnic 2020 PECE |
12 | केरल | Kerala Polytechnic 2020 |
13 | कर्नाटक | Karnataka Polytechnic 2020 |
14 | मध्य प्रदेश | MP PPT 2020 |
15 | महाराष्ट्र | Maharastra Polytechnic 2020 |
16 | मेघालय | Meghalaya Polytechnic exam |
17 | मिजोरम | Mizoram Polytechnic 2020 |
18 | नगालैंड | Nagaland Polytechnic 2020 |
19 | ओडिशा | Odisha DET 2020 |
20 | पंजाब | Punjab JET 2020 |
21 | राजस्थान | Rajasthan Polytechnic 2020 |
22 | सिक्किम | Sikkim Polytechnic 2020 |
23 | तमिलनाडु | Tamil Nadu Polytechnic 2020 |
24 | तेलंगाना | TS Polycet 2020 |
25 | त्रिपुरा | Tripura polytechnic 2020 |
26 | उत्तराखंड | Uttarakhand JEEP 2020 |
27 | उतार प्रदेश | JEECUP 2020 |
28 | पश्चिम बंगाल | JEXPO 2020 |
पॉलिटेक्निक या आईटीआई क्या बेहतर है?
यदि कोई छात्र अधिक अध्ययन करने की इच्छा नहीं रखता है या उसके पास आवश्यक संसाधन नहीं हैं, तो वह आईटीआई कोर्स करके तकनीकी नौकरी प्राप्त कर सकता है। बाकी जो छात्र तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, उनके लिए कम खर्च और कम समय में पॉलिटेक्निक कोर्स करना बेहतर होगा। हालांकि आप आईटीआई करने के बाद पॉलिटेक्निक कोर्स भी कर सकते हैं लेकिन कोई भी छात्र पॉलिटेक्निक करने के बाद आईटीआई नहीं करता है।
पॉलिटेक्निक कोर्स करने के बाद भविष्य की संभावनाएं क्या हैं?
पॉलिटेक्निक कोर्स छात्रों को एक अच्छी कंपनी में अच्छी नौकरी पाकर अपना करियर शुरू करने में भी मदद करता है। अधिकांश संस्थान मुख्य रूप से सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और नई उभरती शाखाओं में पॉलिटेक्निक कोर्स संचालित करते हैं। पॉलिटेक्निक डिप्लोमा वाले छात्रों के लिए सबसे लोकप्रिय विकल्प, विशेष रूप से इंजीनियरिंग डोमेन से आने वालों के लिए, बी.टेक या बी.ई. करना है।
उम्मीदवारों को कॉलेज और कोर्स के लिए संबंधित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होगा, जिसमें वे शामिल होना चाहते हैं। बी.टेक और बी.ई के अलावा पॉलिटेक्निक डिप्लोमा वाले छात्रों के पास तीन साल के नियमित अंडर-ग्रेजुएट कोर्स में शामिल होकर अपने संबंधित अध्ययन डोमेन में स्नातक करने का विकल्प भी है।
बता दें कि पॉलिटेक्निक कोर्स तकनीकी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हैं और व्यावहारिक सीखने के अवसरों के माध्यम से छात्रों को अपने कौशल विकसित करने में मदद करते हैं। यह कोर्स छात्रों को डिप्लोमा पूरा करने पर आपने करियर के लिए बेहतर तरीके से तैयार करने में मदद करता है।
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