Startup Online Reselling Business Tips: कोरोनावायरस महामारी कोविड-19 में जॉब्स में कटौती के चलते यूथ का रुझान आंत्रप्रेन्योरशिप की ओर बढ़ा है, ऐसे बिजनेस जिनमें कम लागत में बेहतर फायदे मिल पाएं। ऑनलाइन रिसेलिंग बिजनेस भी एक ऐसा ही विकल्प है। मीशो, शॉपमैटिक, ऑफर अप, पॉशमार्क, फाइव माइल्स डॉट कॉम समेत अब कई ऐसी कंपनियां हैं जो इस बिजनेस की सफल मिसाल बनी हैं। ऐसे में अगर आप भी ऑनलाइन बिजनेस के बारे में सोच रहे हैं तो ऑनलाइन रिसेलिंग एक बेहतर ऑप्शन है। अगर आप छोटे स्तर से शुरू करना चाहते हैं तो पहले से स्थापित कंपनियां जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट, पेटीएम आदि पर अपना प्रॉडक्ट सेल कर सकते हैं।
क्या है ऑनलाइन रिसेलिंग बिजनेस?
प्रॉडक्ट सीधे निर्माताओं या थोक व्यापारियों से खरीदकर उस पर अपना कमीशन जोड़कर ऑनलाइन रिसेल करना ही रिसेलिंग कहलाता है। यह कमीशन 5 से 20 फीसदी तक होता है। साथ ही इस बिजनेस में कोई बाध्यता नहीं है कि आप एक ही प्रॉडक्ट बेचें। आप एक या उससे अधिक प्रॉडक्ट भी सेल कर सकते हैं। इसके लिए आपको खुद की वेबसाइट व ऐप तैयार करना होगा।
डिस्ट्रीब्यूटर्स से अलग है रिसेलिंग
अगर ज्यादा निवेश न करना हो तो प्रॉडक्ट की पैकेजिंग, डिलीवरी व मार्केटिंग आपको खुद करनी होगी। याद रखें डिस्ट्रीब्यूटर प्रॉडक्ट निर्माताओं से प्रॉडक्ट को थोक विक्रेता, खुदरा व्यापारी तक पहुंचाते हैं, वहीं रिसेलर उत्पाद खरीदकर उस पर अपना कमीशन जोड़कर उसे ग्राहकों को बेचते हैं।
स्टार्टअप पर आने वाला खर्च
ऑनलाइन पेमेंट का ऑप्शन देने से ज्यादा खर्च नहीं करना होगा लेकिन कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन देने पर आपको प्रॉडक्ट खरीदने के लिए पूंजी निवेश करनी पड़ सकती है। स्टार्टअप पर आने वाला खर्च आपके प्रॉडक्ट पर निर्भर करेगा।
जॉब के बजाय स्टार्टअप शुरू करना है तो
इस तरह करें शुरुआत : एक प्रॉडक्ट से शुरुआत के बजाय आप कई प्रॉडक्ट कैटेगरी बना सकते हैं जिनमें अलग-अलग उत्पाद हों। उदाहरण के तौर पर कपड़ों के साथ ज्वैलरी, एक्सेसरीज रख सकते हैं। बाजार अनुसार अपने प्रॉडक्ट की कीमत तय करें। टार्गेट ऑडिएंस पर रिसर्च करके मार्केटिंग स्ट्रैटजी बनाएं। बेस्ट पेमेंट पार्टनर चुनें व सही ब्रांडिंग के साथ स्टार्टअप को आगे बढ़ाएं।