वैसे तो हम अक्सर दोस्तों और फेमिली के ग्रुप में बातचीत करते रहते है लेकिन जब नौकरी के लिए या किसी कॉलेज में एडमिशन के लिए ग्रुप डिस्कशन की बात आती है तो हमारी टेंशन बढ़ने लगती है। आजकल नौकरी के लिए सभी बड़ी कंपनियां इंटरव्यू के साथ ग्रुप डिस्कशन का भी सहारा लेती है ताकि बेहतर से बेहतर एम्पलॉयी को सिलेक्ट किया जा सके। अगर आप भी ग्रुप डिस्कशन में हिस्सा ले चुके है या लेने वाले है तो आपको पता ही होगी कि अगर आपने मजबूती से अपनी बातों को नही रखा तो आप ग्रुप डिस्कशन में फैल भी हो सकते है। यहां पर हम आपको ग्रुप डिस्कशन के लिए 10 असरदार टिप्स देने जा रहे है जिनकी मदद से आप किसी भी ग्रुप डिस्कशन में सफल हो सकते है।
आइये जानते है ग्रुप डिस्कशन के लिए 10 टिप्स-
1.आई कॉन्टेक्ट-
अपनी बात का असर लोगों तक पहुंचाने के लिए आई कॉन्टेक्ट का होना बहुत जरूरी है। यही बात ग्रुप डिस्कशन पर भी लागू होती है। जब आप डिस्कशन में मौजूद सभी लोगों से आई कॉन्टेक्ट बनाएंगे तो न सिर्फ आपकी बातों को ध्यान से सुना जाएगा बल्कि आपकी बात का असर भी पड़ेगा। इसलिए ग्रुप डिस्कशन के वक्त आई कॉन्टेक्ट बनाकर अपनी बात कहना चाहिए।
2.सकारात्मक एटीट्यूड रखे-
आपकी बातों में सकारात्मकता होना जरूरी है कई बार लोग ग्रुप डिस्कशन में ज्यादा असर दिखाने के लिए सामने वाले पर चढ़ने लगते है जो कि सही नही है। उस समय तो आपको लगता है कि आपने उसे चुप करवा दिया लेकिन बाद में आपका दूसरों पर बूरा असर पड़ता है। इसलिए सकारात्मक एटीट्यूड के साथ अपनी बातों को रखे और आपकी बॉडी लैंग्वेज से ऐसा नजर आना चाहिए जैसे आप डिस्कशन में एक महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहे है।
3.दूसरों को ध्यान से सुने-
अगर आप चाहते है कि आपकी बातों को ध्यान से सुना जाए तो आपको भी दूसरों की बातों को ध्यान से सुनना होगा। इसके अलावा दूसरों को ध्यान से सुनने का एक और फायदा ये है कि जब आप कई बार लोगों की बातों को ध्यान से सुनते है तो आपकी बातों से संबंधित लिंक भी मिल जाते है जिससे आपको आगे बेहतर तरीके से अपनी बात रखने के लिए प्वाइंट्स मिल जाते है।
4.समझदारी पूर्वक बोले-
ग्रुप डिस्कशन में आपको बोलने के लिए जो टाइम दिया जाता है उसका समझदारी पूर्वक इस्तेमाल करें सिर्फ अपने हिस्से के समय को काटने के लिए न बोले। जब आपकी बारी आए उससे पहले ही अपने प्वाइंट्स के बारे में सोच लें या नोट में शॉर्ट कट में लिख लें ताकि बोलते वक्त आप किसी प्वाइंट को भूले नही।
5.ज्यादा डिटेल में भी न जाएं-
कई बार ऐसा होता है कि टॉपिक पर ज्यादा तैयारी करने के बाद हम उस पर बहुत कुछ बोलने लगते है जिन बातों की वहां पर जरूरत ही नही होती है। किसी भी टॉपिक पर उतना ही बोले जिसकी वहां पर जरूरत है। आउट ऑफ बॉक्स नही बोले इससे आपकी बातों को सिरियसली नही लिया जाएगा क्योंकि उस समय आप कुछ ऐसा बोल रहे होते है जिसकी जरूरत ही नही होती है।
6.संयम बनाए रखें-
ग्रुप डिस्कशन की शुरूआत से लेकर अंत तक आपकी संयमता को भी परखा जाता है क्योंकि कई बार ऐसा होता है जब कैंडिडेट बहस करते हुए अपना आपा खो देते है। इसलिए पूरे ग्रुप डिस्कशन के दौरान संयमता बरते और शुरू से लेकर आखिरी तक अपनी बात ध्यान से लोगों के सामने रखें।
7.फॉर्मल कपड़ें पहनकर जाए-
अगर आप ग्रुप डिस्कशन के लिए जा रहे तो फॉर्मल कपड़े ही पहने क्योंकि फॉर्मल कपड़ों में आप ज्यादा सिरियस और समझदार लगेंगे। इसके अलावा फॉर्मल कपड़ें आपको एक प्रोफेशनल लुक देने के साथ ही एक गंभीर और महत्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में पेश करते है।
8.बात को घूमा-फिराकर नही बोलें-
अपनी बात को साफ-साफ बोले, डिस्कशन को लंबा खींचने के लिए बातों को ज्यादा घूमा-फिराकर नही बोलें। सिर्फ वही बात बोले जिसकी उस वक्त जरूरत हो उसके अलावा फालतू की बात करके अपना इंप्रेशन खराब नही करें।
9.खुद से करें शुरूआत-
अगर आप ग्रुप डिस्कशन की शुरूआत खुद से करते है तो आपकी बात को ज्यादा तरहीज दी जाती है क्योंकि आप डिस्कशन का एक लेवल सैट कर सकते है। इसलिए डिस्कशन की शुरूआत करना फायदेमंद होता है। लेकिन कई बार खुद से शुरूआत करना नुकसानदायक भी होता है क्योंकि शुरूआत में लोग उम्मीद करते है कि आप अच्छा और ज्यादा बोलेंगे लेकिन अगर आप ऐसा नही करते है तो ये उल्टा भी पड़ सकता है। इसलिए अगर आपकी उस टॉपिक पर अच्छी रिसर्च है तो आप शुरूआत कर सकते है।
10.डिस्कशन को ट्रैक पर लाएं-
कई बार लोग मुद्दे की बात को भूलकर कुछ और ही बात करने लगते है इसलिए जब आपकी बारी आये तो लोगों को टॉपिक याद दिलाकर डिस्कशन को ट्रैक पर लाने की कोशिश करें। आपके ऐसा करने से आप मॉडरेटर की नजरों में आएंगे जो कि आपके लिए फायदमेंद रहेगा।