ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी कोर्स केवल यूजी कोर्स बीएससी इन ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि इच्छुक छात्र इस कोर्स में डिप्लोमा कर सकते हैं। जिसे 12वीं साइंस स्ट्रीम में 12वीं कक्षा पास करने वाले छात्र कर सकते हैं। बता दें कि डिप्लोमा के अनुसार अंडरग्रैजुएट कोर्स की ज्यादा वेल्यू मानी जाती है जबकि डिप्लोमा कोर्स कम अवधि का होने के कारण छात्रों को जल्दी नौकरी प्रदान करने में मदद करता है।
ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा क्या है?
जैसा कि कोर्स के नाम से ही पता चलता है, यह एक डिप्लोमा कोर्स है जो कि ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में छात्रों को प्रैक्टिकल व थ्योरेटिकल नॉलेज देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस डिप्लोमा कोर्स में छात्रों को आंखों से संबंधित बीमारियों व इलाज करने के तरीकों के बारे में सिखाया और पढ़ाया जाता है। आमतौर पर, ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के बाद छात्र आंखों के डॉक्टर के साहयक के रूप में काम करते हैं।
ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा: कोर्स की अवधि
डीओटी (डिप्लोमा इन ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी) कोर्स की अवधि 2 वर्ष की होती है। जिसमें की प्रत्येक वर्ष को दो सेमेस्टर में विभाजित किया जाता है और प्रत्येक सेमेस्टर लिखित परिक्षा और प्रैक्टिकल एग्जाम देने के साथ समाप्त होता है।
ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजीमें डिप्लोमा: एलिजिबिलिटी
• उम्मीदवार को कम से कम 45% अंकों के साथ 12वीं पास होना चाहिए।
• उम्मीदवार ने बायोलॉजी और इंग्लिश के साथ-साथ 11वीं और 12वीं में फिजिक्स और केमेस्ट्री के विषय पढ़े हो।
• उम्मीदवार को राज्य, राष्ट्रीय स्तर या यूनिवर्सिटी लेवल पर होने वाले एंट्रेंस एग्जाम में पास होना अनिवार्य है।
ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा: फीस
ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा सरकारी या प्राइवेट दोनों ही प्रकार के कॉलेज से किया जा सकता है। जिसमें की सरकारी कॉलेज में वार्षिक फीस औसतन 1500 रुपये से शुरु होकर अधिकतम 35000 रुपये तक हो सकती है। दूसरी ओर, प्राइवेट कॉलेजों में वार्षिक फीस न्यूनतम 45000 रुपये से शुरु होकर अधिकतम 175000 रुपये तक हो सकता है।
ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा: सिलेबस
1. बेसिक फिजिक्स ऑफ लाइट
2. बेसिक ह्यूमन साइंस
3. बेसिक ओर्थोपटिक्स
4. विजुअल ऑप्टिक्स
5. कम्यूनिकेशन स्किल्स
6. कंप्यूटर साइंस
7. बेसिक फॉर्माक्लॉजी
8. डिस्पेसिंग ऑप्टिक्स
9. ऑप्टोमेट्री इंस्ट्रयूमेंट्स
10. हॉस्पिटल ट्रेनिंग
11. ऑप्टोमेट्री प्रेक्टिसिस
12. ऑक्यूलर डिसिज एंड कंडिशन
13. कम्युनिटी ऑप्टोमेट्री
14. कॉनटेक्ट लेंस
ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा: नौकरी के अवसर और करियर
यदि आप डीओटी कोर्स पूरा कर चूके हों या करने वाले हो, तो आप आंखों के अस्पतालों, ऑप्टिकल दुकानों, आंखों के क्लीनिकों, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर और हॉस्पिटल एडमिनिसट्रेसन में काम कर सकते हैं। और अगर जॉब प्रोफाइल की करें तो इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र ऑप्थेल्मिक असिस्टेंट, ऑप्थेल्मिक टेक्नीशियन, ऑप्टोमेट्री असिस्टेंट और लैब असिस्टेंट या ऑप्थेल्मिक नर्स जैसे जॉब प्रोफाइल के लिए काम कर सकते हैं।
ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा करने के बाद छात्र प्राइवेट और सरकारी दोनों ही क्षेत्रों में जाने के योग्य हो जाते हैं। जिसमें की प्राइवेट हॉस्पिटल के बजाए सरकारी हॉस्पिटल में अधिक सैलरी व नौकरी करने का अच्छा करियर स्कोप माना जाता है क्योंकि सरकारी क्षेत्र में नौकरी करने से आपके पास जॉब सिक्योरिटी होती है। हालांकि सरकारी क्षेत्र में प्राइवेट क्षेत्र के मुकाबले जॉब लगाना अधिक कठिन माना जाता है।
ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा: सैलरी पैकेज
सामान्य तौर पर, ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को प्रति वर्ष 1,50,000 से 2,50,000 तक की औसत सैलरी मिलती है।
भारत में ऑप्थेलमिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा के टॉप कॉलेजों की सूची निम्नलिखित है
- बीएमसीआरआई बैंगलोर - बैंगलोर मेडिकल कॉलेज और अनुसंधान संस्थान
- बीजेएमसी अहमदाबाद - बीजे मेडिकल कॉलेज
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, सूरत
- राजा राजेश्वरी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, बैंगलोर
- डॉ डीवाई पाटिल मेडिकल कॉलेज, नवी मुंबई मेडिकल कॉलेज, नवी मुंबई
- यूपीयूएमएस सैफई - उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय
- सेंट जॉन्स नेशनल एकेडमी ऑफ हेल्थ साइंसेज, बैंगलोर
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, नागपुर
- सीएसजेएमयू कानपुर - छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय
- संतोष मेडिकल कॉलेज, गाजियाबाद