जिन छात्रों को बचपन से ही मैडिकल लाइन में जाने का सपना होता है और वो मेडिकल लैब में काम करना चाहते हैं उनके लिए करियर के तौर पर 10वीं कक्षा के बाद ही मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा करना एक बेहतर विकल्प है। चलिए आज के इस आर्टिकल में आपको डीएमएलटी कोर्स सें संबंधित जानकारी से अवगत कराते हैं कि आखिर इस कोर्स में क्या पढ़ाया व सिखाया जाता है और कैसे इस डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लिया जा सकता है। उसके लिए एलिजिबिलिटी क्या है, भारत में ऐसे कौन से कॉलेज है जो ये कोर्स कराते हैं।
मेडिकल लेबोरेटरी टेक्निशियन कोर्स क्या है?
मेडिकल लेबोरेटरी टेक्निशियन डिप्लोमा 3 वर्ष की अवधि का कोर्स है जो कि 10वीं कक्षा पास करने के बाद छात्र कर सकते हैं। इस कोर्स का लक्ष्य छात्रों को मेडिकल लेबोरेटरी में बल्ड टेस्ट सेप्ल लेने से लेकर अन्य शारीरिक तरल पदार्थों का सेप्ल लेना उनका टेस्ट करकर, रिपोर्ट बनाना सिखाया जाता है। इसमें माइक्रोऑर्गेनिज्म स्क्रीनिंग, केमिकल एनालिसिस और सेल काउंट को भी शामिल किया गया है।
मेडिकल लैब टेक्नीशियन और टेक्नोलॉजिस्ट मेडिकल जांच के बारे में जानकारी इकट्ठा करने, सैंपलिंग, टेस्टिंग, रिपोर्टिंग और डॉक्यूमेंटेशन में अहम भूमिका निभाते हैं। डीएमएलटी के इस डिप्लोमा कोर्स में बीमारियों का पता लगाने से लेकर उनका इलाज व उनकी रोकथाम से संबंधित चीजें सिखाई व पढ़ाई जाती है। इस कोर्स में छात्रों को थ्योरिट्कल पढ़ाई के साथ-साथ उन चीजों प्रैक्टिकली करने पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा कोर्स के लिए एलिजिबिलिटी
जो उम्मीदवार मेडिकल लैब तकनीशियन में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए इच्छुक हैं, उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे इस कोर्स को करने के योग्य हो। पात्रता मानदंड नीचे पाया जा सकता है: -
एलिजिबिलिटी: 10वीं के बाद इस डीएमएलटी कोर्स के लिए कक्षा 10वीं में न्यूनतम 50% अंक आवश्यक हैं।
अवधि: 10वीं के बाद डीएमएलटी कोर्स की अवधि 2 से 3 साल है
उम्र: प्रवेश के समय उम्मीदवार की आयु 16 से 28 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
एंट्रेंस एग्जाम: पीएम पॉलिटेक्निक में एडमिशन लेने के लिए आवेदक को एआईई या सीईटी की परीक्षा पास करनी होती है।
इंस्टीट्यूट: 10 वीं के बाद मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा लॉर्ड शिवा कॉलेज ऑफ फार्मेसी- सिरसा द्वारा पेश किया जाता है, और 12 वीं के बाद यही कोर्स जिपमर- पुडुचेरी, एसआरएम- चेन्नई, जीजीएसआईपीयू- नई दिल्ली, आदि द्वारा किया जाता है।
चिकित्सा प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा कोर्स अवधि
मेडिकल लैब टेक्निशियन केयर में डिप्लोमा 6 सेमेस्टर के साथ 3 साल का डिप्लोमा प्रोग्राम है। जिसमें की ब्लड और अन्य शारीरिक तरल पदार्थों के सेप्ल एकत्र करने, संग्रहीत करने और संरक्षित करना सिखाया जाता है।
मेडिकल लैब तकनीशियन (डीएमएलटी) कोर्स में डिप्लोमा
मेडिकल लैब तकनीशियन में डिप्लोमा (डीएमएलटी) का ये कोर्स लैब में की जानी वाली प्रक्रियाओं के बारे में ज्ञान प्रदान करता है।
मेडिकल लैब तकनीशियन में डिप्लोमा (डीएमएलटी): एडमिशन प्रोसेस
ऑल इंडिया इंजीनियरिंग कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एआईई सीईटी) एक नेशनल लेवल का एंट्रेंस टेस्ट है। इसे टेस्ट को क्लिर करने के बाद छात्रों को 100% स्कॉलरशिप के साथ पूरन मूर्ति पॉलिटेक्निक कॉलेज में एडमिशन दिया जाता है। एडमिशन लेने के लिए इच्छुक आवेदकों को नीचे दी गई प्रवेश प्रक्रिया का पालन करना चाहिए: -
• उम्मीदवार आधिकारिक साइट www.aiecet.com से एआईई सीईटी का आवेदन पत्र भर सकते हैं।
• एंट्रेंस टेस्ट क्लिर करने बाद, उम्मीदवार को एआईई सीईटी को अपने अखिल भारतीय रैंक (एआईआर) के अनुसार एडमिशन काउंसलिंग में अपने एडमिशन की पुष्टि करनी होगी।
मेडिकल लैब तकनीशियन में डिप्लोमा (डीएमएलटी) के बाद करियर स्कोप
सरकारी और प्राइवेट लैब में काम करने के लिए मेडिकल लैब टेक्निशियन में डिप्लोमा होना जरूरी है। आजकल मेडिकल लैब तकनीशियन डिप्लोमा के इस कोर्स की छात्रों के बीच अधिक मांग देखने को मिल रही है। क्योंकि भारत में डॉक्टरी की पढ़ाई को सबसे महंगा माना जाता इसलिए जो छात्र किन्हीं वजह से एमबीबीएस की पढ़ाई कर पाने में सक्षम नहीं है वे इस कोर्स को कर सकते हैं। इस कोर्स को करने बाद छात्र भारत में नहीं बल्कि विदेश में इस क्षेत्र में नौकरी या उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, डीएमएलटी का डिप्लोमा करने के बाद खुद की लैब भी खोली जा सकती है। बता दें कि भारत में मेडिकल लैब टेक्निशियन कोर्स लगातार बढ़ती मांग के कारण बहुत तेजी से बढ़ रहा है।
मेडिकल लैब तकनीशियन में डिप्लोमा (डीएमएलटी) कोर्स करने के बाद जॉब प्रॉफाइल
मेडिकल लैब तकनीशियन में डिप्लोमा का कोर्स करने के बाद, उम्मीदवार नीचे दी गई नौकरियों के लिए आवेदन कर सकेंगे-
• मैडिकल तकनीशियन
• लैब तकनीशियन
• पैथोलॉजी तकनीशियन
रोजगार के अवसर मेडिकल लैब तकनीशियन में डिप्लोमा (डीएमएलटी)
डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्निशियन कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार निम्नलिखित संगठनों से जुड़ सकता है-
• सरकारी या प्राइवेट हॉस्पिटल
• डायग्नोस्टिक लैब
• क्लीनिक या नर्सिंग होम
• डॉक्टर क्लिनिक
• सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय
मेडिकल लैब तकनीशियन कोर्स करने के बाद सैलरी पैकेज
मेडिकल लैब तकनीशियन (डीएमएलटी) में डिप्लोमा करने के बाद औसत सैलरी लगभग 20 से 25 हजार प्रति माह है। बता दें कि डीएमएलटी का कोर्स करने के बाद सैलरी पैकेज कंपनी, स्थान और जॉब प्रोफ़ाइल पर डिपेंड करता है।