बचपन से ही कुछ छात्रों को अलग-अलग कलाओं का शौक होता है जैसे कि डांस करना, पेंटिंग करना, गाने का जिसे वो पढ़ाई के दवाब के कारण पार्ट टाइम करना शुरू कर देते हैं। चूंकि कुछ लोगों को लगता हैं कि इन में आगे कोई करियर स्कोप नहीं है। जिस वजह से छात्र अपने शौक को शौक ही रहने देते हैं और पढाई पर फोक्स करते हैं।
लेकिन ऐसा नहीं है अगर छात्र चाहे तो वो आर्ट्स में ही हायर स्टडिज कर अपने शौक को नौकरी में बदल सकता है। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम बात करते हैं डिप्लोमा इन फाइन आर्ट्स के बारे में कि आखिर इस कोर्स करने के बाद क्या करियर स्कोप इस कोर्स को करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं उनकी फीस क्या है।
डिप्लोमा इन फाइन आर्ट्स क्या है?
कला शुरू से ही भारतीय संस्कृति का एक अनिवार्य हिस्सा रही है। फाइन आर्ट्स एक व्यापक क्षेत्र है जिसमें की विज्युल और प्रफॉर्मिंग दोनो आर्ट्स शामिल है। आम तौर पर ये डिप्लोमा कोर्स 1-2 साल की अवधि का होता है। फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा में दृश्य कला का अध्ययन शामिल होता है जैसे कि प्रिंटमेकिंग, पेंटिंग, ड्राइंग, डिजिटल मीडिया, फोटोग्राफी, आदि। फाइन आर्ट्स को कला का सर्वोच्च रूप माना जाता है, क्योंकि यह बिना किसी बाधा के, एक कलाकार की कल्पना की अभिव्यक्ति और प्रदर्शन की पूर्ण सहजता की अनुमति देता है।
कोर्स स्तर | डिप्लोमा | |
कोर्स की अवधि | 1 साल | |
एग्जाम टाइप | साल के अंत में सेमेस्टर / फाइनल परीक्षा | |
एलिजिबिलिटी | 12वीं में न्यूनतम 50% अंक के साथ पास | |
एडमिशन प्रोसेस | मेरिट आधारित / एंट्रेंस एग्जाम आधारित | |
कोर्स फीस | 10,000 से 1,00,000 तक के बीच | |
शुरुआती दौर में सैलरी | 10,000 से 30,000 तक | |
जॉब क्षेत्र | ग्राफिक डिजाइन, फ्लैश एनीमेशन, टीचिंग, कला अधिकारी | |
जॉब प्रोफाइल | ग्राफिक डिजाइनर, आर्ट टीचर, फ्लैश एनिमेटर, कला संपर्क अधिकारी |
फाइन आर्ट्स में विशेषज्ञता की एक विस्तृत श्रृंखला है, जिसमें पेंटिंग, मूर्तिकला, वीडियो डिजाइन, संगीत रचना और स्थापना कला शामिल है, लेकिन यह इन्हीं तक सीमित नहीं है। इस डिप्लोमा का अध्ययन करने के बाद छात्र अपनी रुचि के क्षेत्र में ही करियर बना सकते हैं। फाइन आर्ट्स डिप्लोमा में नृत्य, संगीत, नाटक और पारंपरिक मार्शल आर्ट जैसे प्रदर्शन कलाओं के बारे में पढ़ाया जाता है।
इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को फाइन आर्ट्स का एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करना है ताकि वे नौकरी के बाजार में अपनी रुचि और स्किल्स के आधार पर आवेदन की मांग का सामना कर सकें और साथ ही वे इस ज्ञान के आधार पर अध्ययन के उच्च स्तर पर निर्माण करने में सक्षम हों।
फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा करने के लिए एलिजिबिलिटी
• उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त राज्य या केंद्रीय बोर्ड से 12वीं कक्षा में कम से कम 50% (आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 40% से 45%) अंकों के साथ पास होना अनिवार्य है।
• उम्मीदवार की किसी भी विषय में कोई बैकलॉग या कम्पार्टमेंट नहीं होनी चाहिए।
• आरक्षित श्रेणी के छात्रों के मामले में, उम्मीदार के लिए लागू लाभों का लाभ उठाने के लिए सक्षम अधिकारियों द्वारा जारी आरक्षण प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।
• फाइन आर्ट्स में एडमिशन के लिए कुछ संस्थान कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) के माध्यम से प्रवेश देते हैं। इन संस्थानों में एडमिशन पाने के लिए उम्मीदवारों को न्यूनतम योग्यता अंक हासिल करके संबंधित एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना अनिवार्य है।
फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा: एडमिशन प्रोसेस
फाइन आर्ट्स में एडमिशन के लिए टॉप कॉलेज में मुख्यत: छात्रों का चयन एंट्रेंस एग्जाम पर आधारित होता है, जिसमें कुछ चुनिंदा संस्थान / कॉलेज सीईटी आधारित प्रवेश के लिए जाते हैं।
जबकि कुछ संस्थान / कॉलेज इस डिप्लोमा में एडमिशन के लिए एक सामान्य प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं, जिसके लिए छात्रों को कॉलेज की वेबसाइट पर परीक्षाओं के लिए आवेदन करना होगा।
एंट्रेंस एग्जाम के आयोजन के बाद, अंतिम रूप से योग्य उम्मीदवारों की एक कट ऑफ लिस्ट तैयार की जाती है और उम्मीदवारों को संबंधित संस्थान या कॉलेज द्वारा प्रवेश प्रक्रिया के लिए आमंत्रित किया जाता है। उम्मीदवार को सीटों के अंतिम आवंटन के बाद, उम्मीदवारों को कोर्स के लिए फीस जमा करने करने के लिए कहा जाता है।
फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा: सिलेबस
फाइन आर्ट्स डिप्लोमा कोर्स को एक वर्ष की अवधि में दो सेमेस्टर में विभाजित किया गया है। इस कोर्स को इस तरह से डिजाइन किया गया है ताकि छात्रों को कोर्स के सभी बुनियादी पहलुओं को क्रमिक तरीके से पढ़ाया जा सके।
फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा के विषय
• भारतीय कला का इतिहास
• स्टील लाइफ (प्रैक्टिकल बेस्ड)
• क्ले मॉडलिंग
• प्रैक्टिकल वर्क
• पोर्ट्रेट पेंटिंग
• लैंडस्केप पेंटिंग (प्रैक्टिकल बेस्ड)
फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा: भारत में टॉप कॉलेज
इंस्टीट्यूट का नाम | फीस | |
एफएडी इंटरनेशनल, पुणे | 30,000 | |
एमआईटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे | 90,000 | |
पैसिफिक यूनिवर्सिटी, उदयपुर | 59,000 | |
दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट, | 7,000 | |
एफएडी इंटरनेशनल, मुंबई | 30,000 | |
हिमांशु कला संस्थान, नई दिल्ली | 81,400 | |
डिजाइन संस्थान, चेन्नई | 35,000 |
फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा करने के बाद जॉब प्रोफाइल निम्नलिखित है
- आर्ट थेरेपिस्ट
- मल्टीमीडिया प्रोग्रामर
- ड्राइंग टीचर
- सेट डिजाइनर
- प्रोडक्शन आर्टिस्ट
- म्यूजिक टीचर
- ग्राफिक डिजाइनर
- क्रिएटिव डायरेक्टर
- विडियो एडिटर
- फर्नीचर डिजाइनर
- आर्ट डायरेक्टर
- 3डी कलाकार
- एनिमेटर