ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी एक डिप्लोमा कोर्स है जिसमें की ब्लड बैंकिंग प्रोसेस से संबंधित चीजें पढ़ाई व सिखाई जाती है क्योंकि एक ब्लड बैंक तकनीशियन का काम ब्लड लेने से लेकर उसे लेबल करने और उसे लेब में जांचने करने के बाद रिपोर्ट बनाने का होता है। जिसके बाद जरूरत पड़ने पर वो ब्लड रोगियों को उनकी जरुरत अनुसार दिया जाता है। ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा के दौरान इम्यूनोलॉजी, जेनेटिक्स, ब्लड ग्रूप, ब्लड ट्रांसफ्यूजन कॉम्पलीकेशन, कलेक्शन एंड स्टोरेज ऑफ ब्लड एंड कॉम्पोनेंट्स, जनरल एडमिनिसट्रेशन, प्रसोनेल एडमिनिस्ट्रेशन एंड ऑटोमेटिड डाटा प्रोसेसिंग जैसे विषय पढ़ाए व सिखाए जाते हैं।
ताकि इस कोर्स में छात्रों को प्राइवेट अस्पताल ब्लड बैंक, कम्युनिटी ब्लड बैंक, ट्रांस फ्यूजन सर्विस, यूनिवर्सिटी एफिलिटेटिड ब्लड बैंक एंड इंडिपेनडेंट लेब में काम करने के योग्य बनाया जाता है। ब्लड बैंक तकनीशियन का काम ब्लड डोनर की जांच करने, ब्लड क्लेक्ट करने, डॉक्यूमेंट्स और रिकॉर्ड बनाने और ब्लड की जांच करना होता है।
ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा क्या है?
ब्लड बैंक तकनीशियनों को फ्लेबोटोमिस्ट के रूप में ट्रेनिंग दी जाती है। जिसमें की छात्रों को विभिन्न परिदृश्यों में कई अलग-अलग प्रकार के रोगियों के साथ काम करने के लिए ट्रेन किया जाता है, जैसे रोगियों के लिए ब्लड क्लक्ट करना। भारत में, पैरामेडिकल कॉलेजों में कुल 19 ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी हैं, जो विशिष्ट विषय प्रदान करती हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देशों में ब्लड बैंक तकनीशियन औसत सैलरी प्रति वर्ष लगभग 32,13,998 तक होती हैं। कुल मिलाकर, भारत में इस कोर्स से संबंधित टॉप कॉलेज एनआईएमएस, जयपुर, एसआरएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल, चेन्नई, महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज आदि हैं।
ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा के लिए एलिजिबिलिटी
• उम्मीदवारों को अंग्रेजी, फिजिक्स, बायोलॉजी और केमेस्ट्री में न्यूनतम 50% के साथ 12वीं कक्षा में किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास होना चाहिए। इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम 17 वर्ष होनी चाहिए जबकि अधिकतम आयु 35 वर्ष होनी चाहिए।
• ओबीसी/एससी/एसटी उम्मीदवारों को इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए 5% अंको की छूट मिलती है।
ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा के बाद करियर और नौकरी के अवसर
इस डिप्लोमा को पूरा करने के बाद छात्र विभिन्न ब्लड बैंक तकनीशियन नौकरियों के लिए आवेदन कर सकता है, जिनमें शामिल हैं:
• प्राइवेट एम्बुलेंस सर्विस प्रोवाइडर, नगरपालिका ईएमएस क्षेत्र, सरकारी अस्पताल और आमतौर पर आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन (ईएमटी), ब्लड बैंक प्रशासक, ब्लड बैंक आरएन, लैब तकनीशियन, रिमोट ब्लड बैंक टेक्नोलॉजिस्ट, ऑपरेटिव ब्लड मैनेजमेंट टेक्नोलॉजिस्ट, मेडिकल लैब को नियुक्त करते हैं।
• इन जॉब के लिए टॉप रिक्रयूर्ट है- एम.पी. बिड़ला अस्पताल, मैक्स अस्पताल, अपोलो अस्पताल, सेवन हिल्स अस्पताल, लता मंगेशकर मेडिकल फाउंडेशन, और अन्य।
• ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा पूरा करने के बाद औसत आय उनकी छात्रों की स्किल्स और अनुभव के आधार पर 5 लाख से 9 लाख रुपये के बीच तक की होती है।
ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा की फीस और अवधि
ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा के लिए औसत फील 50,000 से 1,00,000 के बीच लिया जाता है। इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष है।
आंध्र प्रदेश के टॉप ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा के कॉलेज
- बोलिनेनी पैरामेडिकल स्कूल, आंध्र प्रदेश
- जीएसएल मेडिकल कॉलेज और सामान्य अस्पताल, आंध्र प्रदेश
- महाराजा आयुर्विज्ञान संस्थान, आंध्र प्रदेश
- एनआरआई एकेडमी ऑफ साइंसेज/एनआरआई मेडिकल कॉलेज, आंध्र प्रदेश
- राजीव गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान - रिम्स, आंध्र प्रदेश