Competitive Exams Preparation Mistakes: अगर आप प्रतियोगी परीक्षाएं जैसे बैंकिंग, एसएससी, पीएससी, यूपीएससी आदि की तैयारी कर रहे है तो तो आज हम आपकी तैयारी से संबंधित जरूरी टिप्स लेकर आए है। दरअसल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते वक्त कैंडिडेट्स के द्वारा कई गलतियां की जाती है। उम्मीदवारों द्वारा की गई ये छोटी-छोटी गलतियां ही इन परीक्षाओं में सफलता हासिल करने से रोकती है। अगर आप इन खास गलतियों पर ध्यान देंगे तो प्रतियोगी परीक्षा में सफलता पाने के आपके चांस बढ़ जाएंगे। अगर आप भी काफी समय से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है लेकिन फिर भी सफलता नही मिल पा रही है तो हमारे द्वारा बताई गई इन प्रमुख गलतियों पर ध्यान दिजिए। अगर आप इन कॉमन गलतियों पर ध्यान देंगे तो आपको निश्चित ही सफलता मिलेगी। तो आइये जानते है वे कौनसी कॉमन गलतियां जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते वक्त करने से बचना चाहिए।
1.पिछले साल के प्रश्न पत्रों को अनदेखा करना-
अगर आप किसी सरकारी नौकरी का एग्जाम निकालना चाहते है तो ये जरूरी है कि आप उस परीक्षा के पिछले सालों के पेपरों को हल करके देखें। अधिकतर उम्मीदवारों द्वारा ये गलती की जाती है, वे संबंधित परीक्षा के पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों को नही देख पाते है प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने का सबसे सरल तरीका है पिछले साल के पेपरों को हल करके देखा जाएं। अगर आप पिछले साल के प्रश्न पत्रों को हल करके नही देखते है तो इसका मतलब है कि आपको प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी ही नही करना आता है। लगभग सभी टॉपर्स ये बताते है कि उन्होंने पिछले कुछ सालों के पेपरों को हल करके देखा था। पिछले कुछ वर्षों के प्रश्नपत्रों से परीक्षा के पैटर्न और सवालों का आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके अलावा कई प्रश्न ऐसे भी होते है जो रिपीट भी किए जाते है।
2.बहुत ज्यादा पढ़ाई कर लेना-
ऐसे कई कैंडिडेट आपको मिल जाएंगे जो ये कहेंगे कि हमने बहुत ज्यादा पढ़ाई की थी लेकिन फिर भी हमारा सिलेक्शन नही हुआ। लेकिन आपको बता दें कि इन परीक्षाओं में सफलता हासिल करने के लिए आपको बैलेंस तैयारी करना जरूरी है। दरअसल कई बार कैंडिडेट प्रैशर में आ जाते है और वे सब कुछ पढ़ने में लग जाते है जिसका नतीजा ये होता है कि कई बार वे सिलेबस से बाहर भी तैयारी करते रहते है। इस तरह से बिना सिलेबस के बहुत ज्यादा पढ़ाई कर लेने से न सिर्फ समय की बर्बादी होती है बल्कि सिलेबस के अनुसार जो पढ़ना चाहिए वो हम पढ़ भी नही पाते है। इसलिए बहुत ज्यादा नही पढ़ें, बस जितना सिलेबस में है उतना ही पढ़ें।
3.जितनी ज्यादा किताबें उतना ज्यादा कंफ्यूजन-
कई लोग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कई सारी किताबों को पढ़ते है जिसका नतीजा ये होता है कि ये लोग बुरी तरह कंफ्यूज हो जाते है। सही तरीके से तैयारी करने के लिए आपको टॉपर्स द्वारा सुझाई गई किताबों का ही अध्ययन करना चाहिए। दरअसल जितनी ज्यादा किताबें उतना ज्यादा कंफ्यूजन होता है, अब ये जरूरी तो नही की हर किताब में दी गई जानकारियां सही भी हो। अगर आप भी एक ही सब्जेक्ट की तैयारी के लिए कई सारी किताबें पढ़ रहे है तो एक बार जरूर सोचे कि ये किताबें आपको कैसे कंफ्यूज कर रही है। अगर आप वाकई में किसी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल करना चाहते है तो सिर्फ कुछ सिलेक्टेड और अच्छे पब्लिकेशन की किताबें ही पढ़ें।
4.एक साथ कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना-
अधिकतर लोग एक साथ एक से अधिक प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते है, उनका सोचना होता है कि अगर किसी एक प्रतियोगी परीक्षा में सफलता नही मिली तो किसी दूसरी में तो मिल ही जाएगी। हालाँकि काफी हद तक उनका ये सोचना सही भी है लेकिन हर परीक्षा का अपना अलग पैटर्न और सिलेबस होता है इसलिए एक साथ इनकी तैयारी करने से कंफ्यूजन होने लगता है। अगर आप एक साथ कई परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है तो ज्यादा अच्छा रहेगा कि आप किसी एक परीक्षा पर फोकस करें। इसके अलावा बाकी एग्जाम भी देते रहे इसमें कोई बुराई नही है।
5.टाइम मैनेजमेंट नही करना-
प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए टाइम मैनेजमेंट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आपको समय की रणनीति कुछ ऐसे बनानी चाहिए जिससे कि तैयारी के बाद रिवीजन के लिए पर्याप्त समय मिल जाएं। अधिकतर लोग टाइम टेबल नही बनाते है जिसकी वजह से उन्हें रिवीजन का पर्याप्त समय नही मिल पाता है। इसलिए प्रतियोगी परीक्षा में सफलता पाने के लिए टाइम मैनेजमेंट को कभी नही भूले। अगर आप भी प्रतियोगी परीक्षाओं में जल्दी सफलता पाना चाहते है तो आपको ये 5 गलतियां करने से बचना चाहिए।