इसमें कोई दोमत नहीं है कि यदि आप लॉ के क्षेत्र में अपना चमकीला करियर बनाना चाहते हैं तो आपके लिए क्लैट परीक्षा पास करना बहुत जरूरी है क्योंकि यह एक ऐसी परीक्षा है जिसमें सफल होने के बाद आप लॉ के क्षेत्र में बहुत ऊंचा मुकाम हासिल कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि क्लैट परीक्षा का आयोजन देश की 21 नेशनल लॉ यूनिवर्सिटिज द्वारा रोटेशन के आधार पर प्रतिवर्ष किया जाता है। गौरतलब है कि क्लैट परीक्षा क्लियर करने वाले अभ्यर्थियों का दाखिला देश की प्रतिष्ठित लॉ यूनिवर्सिटी में होता है। क्लैट परीक्षा के आधार पर पाँच वर्षीय बीए-एलएलबी कोर्स में प्रवेश मिलता है। देश के 25 से अधिक अन्य प्राइवेट लॉ स्कूलों में भी क्लैट के स्कोर के आधार पर एडमिशन दिया जाता है। क्लैट परीक्षा 12वीं कक्षा के बाद दी जा सकती है। 12वीं कक्षा मैं उम्मीदवार के न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक होने चाहिए। जो उम्मीदवार 12वीं की परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं वह भी क्लेट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
क्लैट परीक्षा का पैटर्न
क्लैट परीक्षा कुल 2 घंटे की होती है। परीक्षा में ऑब्जेक्टिव टाइप 150 क्वेश्चन्स पूछे जाते हैं और सभी क्वेश्चन्स 1 - 1 अंक के होते हैं परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग भी होती है। परीक्षा में करंट अफेयर्स तथा जनरल नॉलेज, क्वांटिटेटिव टेक्निक्स, लॉजिकल रीजनिंग, लीगल रीजनिंग तथा इंग्लिश तथा कॉम्प्रीहेंशन से संबंधित ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन्स पूछे जाते हैं। एग्जाम पेपर बेस्ड रहेगी। वर्ष 2020 की क्लेट परीक्षा में उम्मीदवार की आंसरशीट की कॉर्बन कॉपी हाथों हाथ मिल पाएगी।
कैसी हो तैयारी की रणनीति
स्टूडेंट्स में तनाव कम करने और उनके बीच स्वस्थ प्रतियोगिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज ने कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट 2020 का पैटर्न बदल दिया है। क्लैट के नए पैटर्न में इंग्लिश, करंट अफेयर्स आदि पर व्यापक सवाल पूछे जाएँगे। वर्बल सेक्शन में भी अब डायरेक्ट एंटोनिम और सिनोनिम की जगह डिडक्टिव रीडिंग और कॉम्प्रिहेंशन से जुडे क्वश्चन पूछे जाएँगे। क्वांटिटेटिव टेक्निक्स में डाटा इंटरप्रिटेशन से जुड़े क्वश्चन पूछे जाएँगे। जनरल नॉलेज सेक्शन में पहले जहाँ जीके और करंट अफेयर्स दोनों से जुड़े सवाल पूछे जाते थे, अब करंट अफेयर्स पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। इससे स्टूडेंट्स अपनी परफॉर्मेस का एनालिसिस कर पाएँगे। अब क्लैट के बदले हुए पैटर्न को देखते हुए विद्यार्थियों को अब नॉलेज बेस एग्जाम की तैयारी के बजाय कैट तथा एमबीए एग्जाम के पैटर्न की तरह तैयारी करनी होगी। इस परीक्षा की तैयारी के लिए एप्टीट्यूट एग्जाम पैटर्न को ध्यान में रखते हुए तैयारी करनी होगी।
वे युवा जो क्लैट परीक्षा के माध्यम से लॉ के क्षेत्र में उजला करियर बनाना चाहते हैं उनके लिए जरूरी है कि वे परीक्षा की स्पष्ट रणनीति बनाएँ और उसके अनुसार तैयारी करें। क्लैट परीक्षा में करंट अफेयर्स तथा जनरल नॉलेज, क्वांटिटेटिव टेक्निक्स, लॉजिकल रीजनिंग, लीगल रीजनिंग तथा इंग्लिश तथा कॉम्प्रीहेंशन से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं, अत: कैंडिडेट को इन विषयों पर बराबर निगाह जमाए रखना चाहिए। इन विषयों का स्पष्ट विभाजन करके परीक्षा में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
करंट अफेयर्स तथा जनरल नॉलेज
इस खंड में मुख्य रूप से करंट अफेयर्स, साइंस, सोशल साइंस आदि से संबंधित ज्यादातर क्वेश्चन्स पूछे जाते हैं। अत: कैंडिडेट को इन सभी विषयों से संबंधित जानकारी होना चाहिए। जनरल नॉलेज के क्वेश्चन्स की तैयारी के लिए कैंडिडेट को फिजिक्स, केमेस्ट्री तथा जनरल साइंस का अच्छी तरह से अध्ययन करना चाहिए । उनसे जुड़ी प्रमुख इक्वेशन्स एवं केमिकल फार्मूलों को याद करने की आदत डालना चाहिए । हिस्ट्री एवं ज्योग्रफी के प्रमुख तथ्यों को याद रखना चाहिए। न्यूज पेपर्स तथा कॉम्पीटिटिव एग्जाम्स से जुड़ी मैग्जीन्स जैसे प्रतियोगिता निर्देशिका का नियमित अध्ययन करना चाहिए । जनरल नॉलेज की तैयारी के लिए जो बुक्स उपयोगी हो सकती हैं,वे हैं- एनसीईआरटी की 10वीं, 11वीं और 12वीं की फिजिक्स, कैमिस्ट्री, हिस्ट्री, इकोनॉमिक्स, पोलिटिकल साइंस एवं इकोनॉमिक्स की बुक्स, स्वतंत्रता संग्राम- विपिनचंद्र, भारत का भूगोल- मामोरिया आदि।
क्वांटिटेटिव टेक्निक्स
क्वांटिटेटिव टेक्निक्स के अंतर्गत पूछे जाने वाले क्वेश्चन्स को हल करने के लिए आपको विषय की स्पष्ट समझ होनी चाहिए क्योंकि क्वांटिटेटिव टेक्निक्स के क्वेश्चन्स को फॉर्मूलों की जानकारी के आधार पर ही हल किया जा सकता है। फॉर्मूलों की जानकारी के अभाव में इस विषय के क्वेश्चन्स को हल करना है। इस विषय के प्रश्नों को हल करते समय किसी चीज को रटने की बजाय उसे समझने की कोशिश करें । क्वांटिटेटिव टेक्निक्स के लिए आर.एस. अग्रवाल एवं एम. टायरा की पुस्तकें उपयोगी हैं ।
इंग्लिश तथा कॉम्प्रीहेंशन
इंग्लिश तथा कॉम्प्रीहेंशन के क्वेश्चन्स इस प्रकार के होते हैं जिससे उम्मीदवार की इंग्लिश की समझ और शब्दों के कुशल प्रयोग का परीक्षण हो सके । इसके अंतर्गत ग्रामर और प्रयोग, विविध वाक्येबुलरी,क्लाउज टेस्ट, पेरेग्राफ स्ट्रक्चर, एंटोनिम, सिनोनिम से संबंधित क्वेश्चन्स पूछे जाते हैं । इंग्लिश की तैयारी के लिए वर्ड पॉवर बढ़ाने पर हमेशा जोर डालना चाहिए क्योंकि शब्द से ही वर्ड, वर्ड से सेंटेंस तथा सेंटेंस से पैरेग्राफ बनता है। इंग्लिश का न्यूज पेपर रोज पढऩा चाहिए और कठिन शब्दों का संग्रह करना चाहिए। ग्रामर पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहिए। जनरल इंग्लिश एवं ग्रामर के लिए राजेंद्र प्रसाद सिन्हा तथा मार्टिन एंड नेसफील्ड की इंग्लिश ग्रामर उपयोगी बुक्स हैं।
निरंतर अभ्यास जरूरी
क्लैट परीक्षा में सफल होने के लिए सुनियोजित तैयारी एवं कड़ी मेहनत की दरकार है। इस परीक्षा में वे छात्र बड़ी आसानी से सफलता प्राप्त कर सकते हैं जो एक रणनीति बनाकर निरंतर अभ्यास करते हैं।
परीक्षा पैटर्न को समझें
क्लैट परीक्षा में बैठने से पहले अच्छे से समझ लें कि इस परीक्षा का सिलेबस क्या है और उसमें किस-किस आधार पर सवाल पूछे जाते हैं। पिछले 10 वर्षों के क्लेट परीक्षा के प्रश्नपत्रों को हल करें। इससे आपको एग्जाम पैटर्न समझने में आसानी होगी।
अच्छी रणनीति अपनाएं
पैटर्न जानने के बाद क्लैट परीक्षा के लिए एक रणनीति बनाएं। जिसमें आप यह चिह्नित करें कि आपको किस टॉपिक या किस विषय में दिक्कत है और आप किस क्षेत्र में मजबूत हैं। उसके आधार पर अलग अलग विषयों को टाइम दें और परीक्षा की तैयारियों में जुट जाएं।
टाइम मैनेजमेंट
टाइम मैनेजमेंट में हर विषय को शामिल करें। यदि आप मैथ्स में कमजोर हैं तो आप मैथ्स को अधिक से अधिक समय दें ।
नोट्स जरूर बनाएं
जब आप क्लैट परीक्षा की तैयारी करते हैं तो उसके नोट्स बनाते जाएं, जिससे आपको चीजें अच्छे से याद होंगी और रिविजन के वक्त बहुत आसानी होगी। नोट्स बनते समय टॉपिक्स को पॉइंट वाइज लिखते जाएँ। यदि आप अच्छे अध्ययन संदर्भों के साथ समर्पण से क्लैट परीक्षा की तैयारी करेंगे तो आप इसमें अवश्य सफलता प्राप्त करेंगे। क्लैट परीक्षा से संबंधित विस्तृत जानकारी के लिए आप वेबसाइट www.careerdisha.info तथा www.consortiumofnlus.ac.in विजिट करें।