भारत में विदेशी भाषा सिखने का बहुत शौक होता है। इन भाषाओं को सिखने के पीछे कई कारण होते है। जैसे कि छात्र को किसी और देश में जाकर पढ़ना है तो उस देश की भाषा आना आवश्यक है। वहां नौकरी करने का मौका मिले तो भी उस देश की बेसिक तौर पर भाषा आनी जरूरी है। इसी के साथ कई ऐसे छात्र होते हैं जो इन देशों के साथ कार्य करे के लिए इस भाषा को सिखते हैं। विदेश की कुछ भाषाओं में भारत डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स करवाता है। इन कोर्सेस में से जिन कोर्स के बारे में हम आज आपको बताने जा रहे हैं वह कोर्स है सर्टिफिकेट इन रशियन लैंग्वेज।
सर्टिफिकेट इन रशियन लैंग्वेज 2 साल का कोर्स होता है जिसे भारत के कुछ अच्छे और बढ़ संस्थानों द्वारा करवाया जाता है। इन बड़े संस्थानों में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय और जामिया मिल्लीया इस्लामिया विश्वविद्यालय ऑफर करते है। दिल्ली के सबसे बड़े संस्थानों में इन नाम आता है इसी के साथ एनआईआरएफ की रैंकिंग में ये तीनों क्रमशः तीसरें, दसवें और ग्यारहवें स्थान पर हैं। इस कोर्स की फीस की बात करें तो कोर्स की फीस संस्थान आधारित होती है। इसलिए इस कोर्स की फीस 8,000 से 1.3 लाख तक जा सकती है। कोर्स पूरा करने के बाद छात्र साल का 2 से 5 लाख तक कमा सकते हैं और अनुभव के साथ कोर्स की फीस में बढ़ौतरी होती जाती है।
सर्टिफिकेट इन रशियन : योग्यता
किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कक्षा 12वीं पास होना अनिवार्य।
कक्षा 12वीं में पढ़ रहे छात्र भी इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस कोर्स के लिए आवेदन केवल वह छात्र ही कर सकता है जो सांइस स्ट्रीम से है।
कोर्स के लिए आवेदन करन के लिए छात्रों को कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने अनिवार्य है।
सर्टिफिकेट इन रशियन : प्रवेश प्रक्रिया
सर्टिफिकेट इन रशियन लैंग्वेज कोर्स में दाखिला मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर लिया जा सकता है। मेरिट बेस पर प्रवेश लेने के लिए शिक्षण संस्थान कक्षा 12वीं के अंकों के आधार पर छात्र को अपने संस्थान में प्रवेश देते हैं और प्रवेश परीक्षा के आधार पर परीक्षा में छात्र के प्रदर्शन के आधार पर दाखिला दिया जाता है।
प्रवेश परीक्षा
दिल्ली विश्वविद्यालय
जामिया मिल्लीया इस्लामिया विश्वविद्यालय
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
इंग्लिश एंड फॉरन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी
सर्टिफिकेट इन रशियन : सिलेबस
- प्रनंसीएशन एंड इंटोनेशन पैटर्न
- फंक्शनल ग्रामर एस पर द प्रिसक्राइबर टेक्स्ट बुक
- लैक्सिकल आइटम फॉर कम्युनिकेशन इन डेली लाइफ सिचुएशन
- ट्रांसलेशन
- ट्रांसलेशन ऑफ एन अनसीन रशियन टेक्स्ट इनटू इंग्लिश एंड हिंदी
- ट्रांसलेशन फ्रॉम इंग्लिश इनटू रशियन ऑफ टेक्सट
सर्टिफिकेट इन रशियन : कॉलेज और फीस
- दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली : 30,000 रुपये
- जाकिर हुसैन कॉलेज, अजमेरी दिल्ली : 1 लाख रुपये
- दीन दयाल उपाध्याय, दिल्ली : 50,000 रुपये
- इग्नू-इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, दिल्ली : 1.5 लाख
- एसजीटीबी खालसा कॉलेज, दिल्ली : 1 लाख रुपये
- भारती कॉलेज, दिल्ली : 60,000 रुपये
- जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली : 40,000 रुपये
- रामजस कॉलेज, दिल्ली : 3000 रुपये
- स्कूल ऑफ फॉरे लैंग्वेज, दिल्ली : 20,000 रुपये
- डीएवीसी-डी ए वी कॉलेज, दिल्ली : 30,000 रुपये
- एलपीयू-लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, दिल्ली : 2 लाख रुपये
सर्टिफिकेट इन रशियन : जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- टीचर : 2 से 3 लाख रुपये सालाना
- पोस्ट सेकेंडरी इंग्लिश टीचर : 3 से 4 लाख रुपये सालाना
- स्प्रिट्स राइटर : 6 से 9 लाख रुपये सालाना
- राइटर : 3 से 4 लाख रुपये सालाना
- कम्युनिकेटर : 6 से 7 साल रुपये सालाना
- पब्लिक रिलेशन ऑफिसर : 2 से 4 लाख रुपये
- पॉलिसी एनालिस्ट : 6 से 9 लाख रुपये सालाना
- आर्ट्स एडमिनिस्ट्रेटर : 5 से 6 लाख रुपये सालाना
सर्टिफिकेट इन रशियन : स्कोप
सर्टिफिकेट इन रशियन कोर्स करने के बाद छात्र इस कोर्स में आगे और पढ़ना चाहता है तो वह इस कोर्स में आगे डिग्री कर सकता है और एमए कर पीएचडी में प्रवेश ले सकता है। कोर्स पूरा करने के बाद छात्र एजुकेटर, ट्रांसलेटर आदि क्षेत्रों में कार्य कर सकते हैं। छात्रों को कोर्स पूरा करने के बाद सरकारी स्कूल, प्राइवेट स्कूल, कोचिंग और प्राइवेट ट्यूटर इंस्टीट्यूट में नौकरी मिल सकती है।