सर्टिफिकेट इन रूरल डेवलपमेंट एक साल का डिप्लोमा लेवल कोर्स है। गांव या दूर दराज के कई ऐसे इलाके हैं, जहां किसी भी प्रकार की सेवा उरलब्ध नहीं है। वहां के लोगों का जीवन कैसा है और किस तरह से इस कोर्स के माध्यम से आप उनकी सहायता कर सकते हैं, इसके बारे में विस्तार में पढ़ाया जाता है। ये व्यक्तिगत संतुष्टि और मौद्रिक समृद्धि में सुधार करने के तरीकों को सीखाता है। रूरल डेवलपमेंट का मुख्य उद्देश्य प्रांतीय समाज के उन्नति के मुद्दों को समझने एवं उसमे योगदान देना है। इस कोर्स में जियोलॉजी, हुमन साइंस, पोलिटिकल थ्योरी, फाइनेंशियल एस्पेक्ट्स, बिजनेस ऑर्गेनाइजेशन और ब्रेन रिसर्च जैस कई विषय शामिल किए गए है।
सर्टिफिकेट इन रूरल डेवलपमेंट कोर्स के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
रूरल डेवलपमेंट में सर्टिफिकेट करने के लिए आपकों ग्रेजुएट होना आवश्यक है। छात्रों के कम से कम 50 प्रतिशत अंक के साथ ग्रेजुएशन ग्रेजुएट होना अनिवार्य है।
इग्नू से इस कोर्स को करने वालों के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है।
कई संस्थान ऐसे हैं जो मेरिट के आधार पर कोर्स में प्रवेश देते हैं। वहीं कुछ संस्थान ऐसे हैं जो प्रवेश परीक्षा का आयोजन कराते हैं।
सर्टिफिकेट इन रूरल डेवलपमेंट: कॉलेज
केसी दास कॉमर्स कॉलेज, गुवाहाटी
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन विश्वविद्यालय - इग्नू, दिल्ली
प्रवर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, अहमदनगर
गुडविल कॉलेज, फिरोजाबाद
सर्टिफिकेट इन रूरल डेवलपमेंट कोर्स सिलेबस
जो भी छात्र रूरल डेवलपमेंट कोर्स करने वाले छात्रों को कोर्स सिलवस के बारे में जानना जरूरी है उनके लिए ये अत्यधिक आवश्यक है कि आपको कोर्स से जुड़ी पूरी जानकारी हो, उसके साथ कोर्स का सिलेबस भी उतना ही आवश्यक है। आइए जाने रूरल डेवलपमेंट कोर्स का सिलेबस क्या है?
1. रूरल प्लैनिंग एंड डेवलपमेंट
2. पंचायती राज एंड रूरल एडमिनिस्ट्रेशन
3. नेचुरल रिसोर्सेज डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट
4. रूरल मार्केटिंग एंड मैनेजमेंट
5. रूरल एनर्जी प्लानिंग
6. ट्रांसफर एंड मैनेजमेंट ऑफ टेक्नोलॉजी इन्नोवेशन
7. रूरल कम्युनिटी फैसेलिटीज एंड सर्विसेज
8. डेवलपमेंट ऑफ ट्राईबल कम्युनिटी
9. लैंड रिफॉर्म
10. क्रोप, सोइल एंड वाटर मैनेजमेंट
11. लाइवहुड इश्यूज एंड प्रॉब्लम्स
12. विमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट
13. सोशल एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट
14. रूलर इंस्टट्यूशन जेंडर डेवलपमेंट: लाइवहुड इश्यूज
15. सोशल सिक्योरिटी- प्रॉब्लम, पॉलिसी एंड प्रोग्राम
16. आर डी लेबोरेटरी 1
17. आर डी लेबोरेटरी 2
18. डेवलपमेंट ऑफ ह्यूमन रिसोर्सेज
19. ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर
20. ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम
21. इंटरनेट एंड वेब बेस्ड टेक्नोलॉजी
22. प्रोजेक्ट मैनेजमेंट
23. एनवायरमेंटल मैनेजमेंट
24. नेटवर्किंग एंड कम्युनिकेशन
25. ई-कॉमर्स: टेक्नोलॉजी एंड एप्लीकेशन
26. आईटी एंड मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम
27. एग्रो इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट प्लैनिंग
28. वॉटरशेड मैनेजमेंट
29. रिमोट सेंसिंग फॉर लैंड एंड वाटर रिसोर्सेज
30. वाटर लैंड एंड फॉरेस्ट मैनेजमेंट
31. रूरल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट
सर्टिफिकेट इन रूरल डेवलपमेंट रोजगार क्षेत्र
एजुकेशनल इंस्टीट्यूट
रिटेलिंग आउटलेट्स
बिजनेस, डेवलपमेंट सेंटर
रूरल एंड एग्रीकल्चर फाइनेंस सेंटेंस
एनजीओस
नौकरी के प्रकार
बिजनेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव
वॉलिंटियर
रूरल मार्केटिंग मैनेजर
परचेज/ वेंडर डेवलपमेंट मैनेजर
सेल्स/ बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर
रूरल डेवलपमेंट ऑफिसर
रूरल टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट हेड
बिजनेस हेड
रूरल बिजनेस सेल्स ऑफिसर
फाइनेंस एंड अकाउंट हेड
नेशनल सेल्स डेवलपमेंट मैनेजर
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर
टीचर
सर्टिफिकेट इन रूरल डेवलपमेंट : भविष्य में स्कोप
कई छात्र उच्च शिक्षा में रूचि रखते हैं। छात्र एक साल का रूरल डेवलपमेंट कोर्स में सर्टिफिकेट करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। वह आगे की पढ़ाई में एमफिल इन रूरल डेवलपमेंट और पीएचडी के लिए आवेदन कर सकते हैं। पीएचडी करने के बाद आप एक प्रोफेसर के तौर पर कार्य कर सकते है।