पूरे विश्व में कुल 7,151 भाषाएं हैं। अकेले भारत की बात करें तो पूरे देश में 121 भाषाएं हैं। इन सभी भाषाओं को सिखाना या इनके बारे में कई लोगों को तो पता तक नहीं है। लेकिन आज के छात्र ऐसे हैं जो इन भाषाओं को सिखना चाहते हैं। चाहें वह भारतीय भाषा हो या विदेशी। नई -नई भाषाओं को सिखने का शौक काफी बच्चों को होता है। इन सब भाषाओं में सबसे मुख्य तौर पर लोग अंग्रेजी सीखना चाहते हैं। अब आपको ये भी बता दें की अंग्रेजी में केवल ये ही नहीं फंक्शनल इंग्लिश भाषा भी है जिसे छात्र सिखना चाहते हैं। ताकि इस प्रयोग वह रोजमरा जीवन में कर सकें। इन भाषाओं में कई सर्टिफिकेट कोर्स हैं। उन्हीं में से एक कोर्स है सर्टिफिकेट इन फंक्शनल इंग्लिश है। आइए कोर्स के बारे में और जाने।
सर्टिफिकेट इन फंक्शन इंग्लिश 6 महीने से 1 साल की अवधि का कोर्स होता है। मुख्य तौर पर ये कोर्स 6 महीने का होता है, लेकिन कुथ संस्थान हैं जो इस कोर्स को 1 साल की अवधि में ऑफर करते हैं। इस कोर्स को छात्र कक्षा 12वीं के बाद कर सकते है। सर्टिफिकेट इन फंक्शन इंग्लिश में छात्र मेरिट बेस पर प्रवेश ले सकते हैं। इस कोर्स की फीस की बात करे तो कोर्सेस की फीस संस्थान पर आधारित होती है। इस कोर्स की फीस 3 हजार से 8 हजार तक जा सकती है। कोर्स करने के बाद एक आप कई प्रोफाइलों पर 50 हजार से 2 लाख तक कमा सकते हैं। इन जॉब प्रोफाइल के बारे में इस लेख में नीचे विस्तार में दिया गया है। आइए कोर्स के बारे में और जाने-
सर्टिफिकेट इन फंक्शनल इंग्लिश : योग्यता
सर्टिफिकेट इन फंक्शनल इंग्लिश कोर्स करने के लिए छात्र को किसी भी मान्यत प्राप्त संस्थान से कक्षा 12वीं या उसके बराबर की कोई शिक्षा प्राप्त होनी चाहिए।
इस कोर्स को करने के लिए आपको स्कूली स्तर पर 6 साल तक इंग्लिश पढ़ी होनी आवश्यक है।
किसी भी स्ट्रीम के छात्र इस कोर्सी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सर्टिफिकेट इन फंक्शनल इंग्लिश कोर्स
6 महीने की अवधि वाले इस कोर्स में छात्रों को संचार के छह पहलुओं के बारे में पढाया जाता है। इस कोर्स छात्रों को पब्लिक स्पीकिंग एप्लीकेशन इन टेक्निकल फील्ड रिटन कम्युनिकेशन, लिसनिंग स्किल्स, पॉलिशिंग, फोनेटिक्स और ग्रामर सिखाई जाती है। इस कोर्स को करने बाद आप एक ट्यूटर और ट्रांसलेटर के साथ अन्य प्रोफाइल के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के लिए भारत के कई बड़े संस्थान हैं जो इस कोर्स को ऑफर करते हैं।
सर्टिफिकेट इन फंक्शनल इंग्लिश : कॉलेज और फीस
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू), नई दिल्ली : 2,500 रुपये
- डीएवी कॉलेज हरियाणा
- इंपीरियल कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, मध्य प्रदेश : 3000 रुपये
- मद्रास विश्वविद्यालय, चेन्नई : 3815 रुपये
- वर्धमान महावीर मुक्त विश्वविद्यालय, राजस्थान : 5,000 रुपये
- मुंबई विश्वविद्यालय, मुंबई : 3500 रुपये
- शिवाजी विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र
- गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, पंजाब
- अग्रवाल कॉलेज, हरियाणा : 2500 रुपये
- बी.एम. रुइया गर्ल्स कॉलेज, मुंबई : 3000 रुपये
- पीएनजी गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, उत्तराखंड : 3500 रुपये
- श्री नारायण गुरु कॉलेज ऑफ कॉमर्स, मुंबई : 2,500 रुपये
सर्टिफिकेट इन फंक्शनल इंग्लिश : सिलेबस
लिसनिंग
स्पीकिंग
रीडिंग
राइटिंग
सर्टिफिकेट इन इंग्लिश : जॉब प्रोफाइल और सैलरी
टूर गाइड : 2 से 3 लाख रुपये सालाना
पब्लिक स्पीकिंग/मोटिवेशनल स्पीकर : 5 से 6 लाख रुपये
जूनियर लेवल टीचर : 2 से 4 लाख रुपये
इंग्लिश स्पीकिंग ट्यूटर : 3 से 5 लाख रुपये
ट्यूटर टीचर : 2 से 3 लाख रुपये
लैंग्वेज ट्रांसलेटर : 3 से 4 लाख रुपये
टॉप भर्तीकर्ता
एकेडमिक
टूरिज्म
एंबेसीज
यूनिवर्सिटी
सर्टिफिकेट इन इंग्लिश : स्कोप
इस कोर्स को करने के बाद छात्र यदि उच्च शिक्षा के इच्छुक हैं तो वह आगे इंग्लिश में बीए और फीर एमए कर सकते हैं। इसी के साथ ऊपर दिए गए जॉ प्रोफाइल के लिए आवेदन कर सकते हैं।