सीबीएसई एग्जाम की तैयारी करने के लिए सिर्फ किताबें या नोट्स ही काफी नही है। अगर आप अच्छे नंबर लाना चाहते है तो ये जरूरी है कि आप सैंपल और मॉडल पेपर से प्रैक्टिस भी करें। अगर आप चाहते है कि ज्यादा से ज्यादा नंबर लाए या बोर्ड एग्जाम में टॉप करें तो आपको ज्यादा से ज्यादा सैंपल पेपर सॉल्व करके देखना चाहिए। लेकिन सैंपल पेपर सॉल्व करते समय आपको कुछ सावधानी बरतनी है नही तो आपको फाइनल एग्जाम में नुकसान उठाना पड़ सकता है।
तो आइये जानते है वो कौनसी खास बातें है जिनको आपको सैंपल पेपर सॉल्व करते समय ध्यान रखनी है-
1.लेटेस्ट सैंपल पेपर-
सैंपल पेपर का चयन करते समय इस बात का ख्याल रहे कि वह लेटेस्ट ही हो और इसी साल की परीक्षा के लिए बनाया गया हो। क्योंकि सैंपल पेपर से हमें आने वाली परीक्षा के पैटर्न के बारे में पता चलता है। लेकिन अगर आप किसी पुराने सैंपल पेपर से प्रैक्टिस करेंगे तो आपको परीक्षा के नए पैटर्न के बारे में पता ही नही चल पाएगा। इसलिए पुराने सैंपल पेपर से प्रैक्टिस करने से बचे क्योंकि इससे आपकी प्रैक्टिस की जगह उल्टा नुकसान हो सकता है।
2.प्रकाशन का चयन करते समय सावधानी रखें-
जैसे-जैसे सीबीएसई बोर्ड एग्जाम करीब आते जाते है वैसे-वैसे मार्केट में ढेर सारे प्रकाशनों के सैंपल और मॉडल पेपर उपलब्ध हो जाते है। इसलिए विद्यार्थी कन्फ्यूज हो जाते है कि किसका चयन करें किसका नही। अच्छे प्रकाशन का चयन करने के लिए आपको थोड़ा रिसर्च करना जरूरी है, जैसे आप पहले किसी टॉपर विद्यार्थी से पूछ सकते है कि उसने किस प्रकाशन के सैंपल पेपर से प्रैक्टिस की थी। आप खुद भी सैंपल पेपर का चयन करते समय देख लें कि उसके सवालों या उत्तरों में कोई गलती न हो। इसके अलावा सैंपल पेपर का चयन करते समय ध्यान रखे कि वो न तो ज्यादा सरल हो और न ही ज्यादा कठिन हो।
3.सैंपल पेपर हल करते समय रखे ये सावधानी-
जब भी आप सैंपल पेपर हल करें तो उसे बोर्ड एग्जाम की तरह ही लें। किताबों और नोट्स की हेल्प बिल्कुल नही लें और कोशिश करें कि उस सैंपल पेपर को निर्धारित समय में ही पूरा करें। लेकिन आप बार-बार नोट्स या उत्तरों की मदद लें रहे है तो आपका सैंपल पेपर सॉल्व करने का कोई महत्व नही रह जाएगा।
4.परीक्षा का माहौल और सैंपल पेपर-
अगर आप चाहते है कि सैंपल पेपर हल करने का आपको ज्यादा से ज्यादा फायदा हो तो इसके लिए आप एग्जाम जैसा माहौल बनाकर इसकी प्रैक्टिस करें। जैसे परीक्षा तीन घंटे की होती है तो तीन घंटे के लिए एक ही जगह पर बैठ जाए और ऐसी जगह का चयन करें जहां कोई शौर-शराबा नही हो इस दौरान आपको किसी की भी मदद लेने की जरूरत नही है। बिल्कुल परीक्षा वाले माहौल में ही सैंपल पेपर सॉल्व करना है।
5.सैंपल पेपर सॉल्व करने के बाद एनालिसिस करना नही भूले-
अधिकतर लोग सैंपल पेपर हल करके भूल जाते है लेकिन आपको ऐसा नही करना है आपको सभी सैंपल पेपर हल करने के बाद उनका एनालिसिस भी करना है। इस एनालिसिस में आपको पता लग जाएगा कि आपकी कहां पर कमी रह गई है और कहां पर आपने अपना बेस्ट किया है। एनालिसिस करने से आपको मैन एग्जाम में फायदा मिलेगा, अगर आपको पहले से ही आपनी कमजोरियां और गलतियां पता चल जाए तो आप उस पर जरूर काम करोगे।
ये है कुछ खास बातें जिनका आपको सैंपल पेपर सॉल्व करते समय ध्यान रखना है।