केंद्रीय मध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं और संगीत, पेंटिंग, ऑटोमोटिव, फूड प्रोडक्शन, क्षेत्रीय भाषाओं समेत कुछ आसान विषयों के पेपर हो भी चुके हैं। अब 21 तारीख से कोर विषयों की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। विषयों के इस कोर ग्रुप में सर्वाधिक संख्या में बच्चे आते हैं। यानि कि अब तनाव का दौर शुरू होने वाला है। तनाव शब्द का इस्तेमाल हम आपको डराने के लिए नहीं कर रहे हैं, बल्कि हमारा उद्देश्य है कि आप तनावरहित होकर परीक्षाएं दें। और इसके लिए हम आपको बताने जा रहे हैं शुरू के 15 मिनट में प्रश्न पत्र को कैसे पढ़ें?
एक समय होता था जब केवल तीन घंटे मिलते थे, बीते कुछ वर्षों से सीबीएसई ने छात्रों को 15 मिनट प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए देना शुरू किए हैं। ध्यान रहे यह 15 मिनट वो समय है, जो आपकी परीक्षा में 10 से 15 अंकों का फर्क ला सकता है। आम तौर पर बच्चे पर्चा मिलते ही एक सिरे से पढ़ना शुरू कर देते हैं, जबकि टॉपर बच्चे ऐसा नहीं करते हैं। टॉपर बच्चे इस 15 मिनट में रणनीति बनाते हैं कि उसके बाद के तीन घंटों में वो क्या करने जा रहे हैं। हमारा यह आर्टिकल मेरठ के वरिष्ठ शिक्षक गंतव्य दरबारी द्वारा दी गई टिप्स पर आधारित है।
तो आइये सबसे पहले नज़र डालते हैं इन 15 में कैसे बनायें रणनीति-
> परीक्षा कक्ष में प्रवेश करते अपने चेहरे पर स्माईल यानि मुस्कुराहट रखें। प्रश्नपत्र मिलते ही टीचर को एक प्यारी सी स्माइल दें। ऐसा करने से आपके मस्तिष्क के न्यूरॉन एक्टिव हो जाते हैं।
> सबसे पहले अपने प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका पर सही से अपना रोलनंबर लिखें। जिस जानकारी को लेकर आपको डाउट है, उसमें समय नष्ट मत करें। बाद में इंविजिलेटर से पूछ सकते हैं।
> प्रश्न पत्र के ऊपर लिखा होता है कि इसमें कितने पेज हैं। ध्यान से सारे पेज की गिनती करें और सुनिश्चित कर लें कि सारे पेज हैं।
> प्रश्न प्रश्नों की संख्या को ध्यान पूर्वक चेक करें, ऐसा तो नहीं प्रिंटिंग मिस्टेक के कारण कोई प्रश्न छूट गया हो। प्रश्नों के क्रम को ध्यान से देखें।
> देखें कि प्रश्न पत्र पर कहीं कोई खराब प्रिंटिंग नहीं होनी चाहिए। अगर कहीं कोई प्रश्न धुंधला छपा है, या क्लियर नहीं है, तो टीचर को तुरंत बदलने को कहें।
> चूंकि आप अपने चेहरे पर पहले ही मुस्कुराहट ला चुके हैं, इसलिए आपका दिमाग इस वक्त पॉजिटिव अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है। ऐसे में कोई प्रश्न अगर ऐसा दिख जाये, जो आपको नहीं आता है, तो तनाव मत लें, वरना बाकी का पेपर खराब हो जाएगा।
> ध्यान रहे कि यह 15 मिनट आपको पर्चा पढ़ने के लिए दिये गये हैं, इसमें एमसीक्यू हल करने में समय नष्ट मत करें। आम तौर पर टीचर सलाह देते हैं, कि पढ़ने के लिए दिये गये 15 मिनट में MCQ यानि वैकल्पिक प्रश्नों के सही विकल्पों पर टिक करते जायें। जबकि यह बिलकुल गलत स्ट्रैटेजी है। तमाम बच्चे इसमें उलझ जाते हैं और फिर जब तक वो बड़े प्रश्नों पर आते हैं, तब तक समय निकल चुका होता है और तनाव बढ़ने लगता है। कुल मिलाकर दिये गये 15 मिनट की शुरुआत MCQs पढ़ने में नष्ट मत करें।
> इधर-उधर ध्यान मत दें। फोकस केवल अपने पर्चे पर रखें। क्योंकि अगर आप यह देखेंगे कि दूसरे क्या कर रहे हैं, तो आप उलझ जायेंगे और फिर कब तनाव आप पर हावी हो जाएगा, आपको पता ही नहीं चलेगा। इसलिए केवल खुद पर फोकस करें।
> सबसे पहले 4 मार्क वाले प्रश्नों को पढ़ें। उनमें भी इंटरनल ऑप्शन चेक करें और पेंसिल से टिक कर लें कि इंटरनल ऑप्शन में आपको कौन से विकल्प के साथ आगे बढ़ना है। इसके बाद 3 मार्क और फिर 2 मार्क के प्रश्नों को पढ़ें। इसके बाद Reasoning and Assersions पर आयें और देखें कि कौन से आप आसानी से कर सकते हैं। ध्यान रहे, रीज़निंग और एसर्शन को पढ़ने के चक्कर में मत रहें। वो तभी पढ़ें जब आप उस प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार हों।
> यहीं तय कर लें कि आपको सबसे ज्यादा प्रश्न किस सेक्शन से आते हैं। यह सब आपको 10 मिनट में करना है। क्योंकि लास्ट के 5 मिनट आप 1 मार्क के MCQs को देने वाले हैं।
> दिये गये 15 मिनट में आखिरी में वैकल्पिक प्रश्न पढ़ें और सही उत्तर पर टिक करते जायें।
15 मिनट के बाद की स्ट्रैटेजी
> आम तौर पर बच्चे MCQ से शुरू करते हैं, लेकिन आप ऐसा तभी करें, जब आपको अधिकतम
> पहला प्रश्न वही करें जो आपको अच्छी तरह आता है। ध्यान रहे शुरू के चार-पांच पेज में एक भी जगह कट्टा-पिट्टी नहीं होनी चाहिए। शुरुआत में ही काट-पीट देख कर परीक्षक समझ जाता है कि छात्र आधी-अधूरी पढ़ाई के साथ परीक्षा दे रहा है। और वहीं से वो नंबर काटना शुरू कर देता है।
> इन 15 मिनट में आपको यह तय करना है कि आपको पहले कौन सा सेक्शन (section) करना है। ध्यान रहे, उसी सेक्शन को पहले करें जिसमें आपको सबसे अधिक प्रश्न आते हैं। कुछ बच्चे एक सवाल सेक्शन A से, दूसरा B से, तीसरा फिर A से, अगला C से और इस प्रकार आगे बढ़ते जाते हैं। ध्यान रहे इससे कॉपी चेक करने वाले इग्जामिनर irritate हो जाते हैं और आपका इंप्रेशन काफी खराब पड़ता है।
> Reasoning and Assersions के प्रश्न में प्रश्न को पढ़ते समय अपना दिमाग इधर-उधर मत दौड़ायें। क्योंकि यह बेहद ट्रिकी प्रश्न होते हैं, जरा सी चूक से नंबर कट जाते हैं।
> अंतत: सभी प्रश्नों को हल करने के बाद अगर आपके पास समय बचता है, तो पीछे जाकर चेक करें। हो सकता है, आपको कोई गलती मिल जाये। ऐसा होने पर उसे तुरंत ठीक करें।
> परीक्षा देने के बाद जब आप परीक्षा कक्ष से बाहर निकलें तो आपके चेहरे पर स्माइल होनी चाहिए, इससे अगली परीक्षा के लिए कॉन्फीडेंस आता है।
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