CBSE Board Exam 2024: क्या आपको भी है Math Phobia? मैथ फोबिया से निपटने के लिए अपनाएं ये टिप्स

10 Tips to Deal With Math Phobia: गणित एक ऐसा विषय है, जिसका डर लगभग हर छात्र को होता है। गणित में जटिल इक्वेशन, थीयोरम, फॉर्मूला आदि के कारण अधिकतर बच्चों में मैथ्स फोबिया होने लगता है। स्कूल, ट्यूशन आदि का सहारा लेकर कई बच्चे अपने अंदर इस मैथ फोबिया या यूं कहें कि गणित के डर को कम करने का प्रयास करते हैं।

विशेषज्ञ कहते हैं कि गणित का भय एक मनोवैज्ञानिक स्थिति है जो गणित के प्रति तीव्र भय या आशंका की विशेषता है। गणित फोबिया का अनुभव करने वाले छात्र गणितीय समस्याओं, अवधारणाओं या कार्यों का सामना करने पर अक्सर चिंतित, तनावग्रस्त और असहज महसूस करते हैं। यह डर विभिन्न कारणों से पैदा हो सकता है, जिसमें गणित से संबंधित गतिविधियों से बचना, शारीरिक परेशानी और गणितीय प्रदर्शन में गिरावट शामिल है।

क्या आपको भी है Math Phobia? मैथ फोबिया से निपटने के लिए अपनाएं ये टिप्स

विशेषज्ञ मानते हैं कि गणित एक ऐसा विषय है जिसमें कई छात्रों में डर की भावना पैदा करने की क्षमता होती है, जिसे आमतौर पर गणित फोबिया के रूप में जाना जाता है। परीक्षा और उससे आगे की सफलता के लिए इस डर पर काबू पाना बेहद आवश्यक और महत्वपूर्ण होता है। आपको बता दें कि सीबीएसई कक्षा 10वीं गणित परीक्षा 11 मार्च 2024 को और सीबीएसई कक्षा 12वीं गणित परीक्षा 09 मार्च 2024 को सुबह 10:30 बजे से लेकर दोपहर 1:30 बजे तक आयोजित किया जायेगा।

यहां गणित के डर या मैथ्स फोबिया को दूर करने के लिए 10 सरल उपाय बताये जा रहे हैं (10 Tips to Deal With Math Phobia)। इन युक्तियों को अपनी परीक्षा तैयारी दिनचर्या में शामिल करके, आप अपने अंदर मैथ्स फोबिया को दूर कर सकते हैं और अधिक आत्मविश्वास और सफलता के साथ अपनी परीक्षा दे सकते हैं। याद रखें, गणित में महारत हासिल करना एक क्रमिक प्रक्रिया है, और आगे बढ़ने वाला प्रत्येक छोटा कदम एक जीत है।

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अपनी मानसिकता बदलें: गणित भय या मैथ्स फोबिया पर काबू पाने के लिए पहला कदम अपनी मानसिकता बदलना है। गणित को मुश्किल और बाधा के रूप में देखने के बजाय, इसे एक चुनौती के रूप में देखें जिसे अभ्यास और समर्पण से दूर किया जा सकता है।

विषय को समझें: गणित विषय को समझना बेहद आवश्यक है। इसे अन्य विषयों की तरह रट नहीं सकते। गणित में प्रत्येक अवधारणा पिछले मैथ्स पर आधारित होती है। अधिक जटिल विषयों पर आगे बढ़ने से पहले सुनिश्चित करें कि आपको बुनियादी बातों की ठोस समझ है। मूलभूत अवधारणाओं की समीक्षा करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ सकता है।

गतिविधि-आधारित शिक्षण दृष्टिकोण अपनाएं: गणित पढ़ाने के पारंपरिक तरीके सभी को पसंद नहीं आते और नतीजा यह होता है कि बच्चे गणित विषय पर से अपनी रुचि खो देते हैं। यह प्रमाणित है कि गतिविधि आधारित शिक्षा गणित भय को कम करने का एक तरीका है। इस पद्धति में विद्यार्थियों को व्यावहारिक और इंटरैक्टिव अभ्यासों में शामिल करके गणितीय अवधारणाओं की कल्पना करना और समझना शामिल है।

नियमित अभ्यास करें: गणित एक ऐसा विषय है, जिसके लिए निरंतर अभ्यास की आवश्यकता होती है। गणित की समस्याओं को हल करने के लिए प्रत्येक दिन समर्पित समय निर्धारित करें। जितना अधिक आप अभ्यास करेंगे, आप विभिन्न प्रकार के प्रश्नों के साथ उतना ही अधिक सहज हो जायेंगे।

माइंड मैप का उपयोग करें: माइंड मैप और संरचित शिक्षण पथ गणितीय अवधारणाओं और उनके अंतर्संबंधों का दृश्य प्रतिनिधित्व प्रदान करते हैं। छात्र जटिल विषयों के मूल सिद्धांतों को छोटे-छोटे घटकों में तोड़कर अधिक प्रभावी ढंग से समझने में सक्षम होते हैं, जिन्हें समझना आसान होता है। इसके अलावा, संरचित शिक्षण पथ छात्रों को उनकी गति से बढ़ती मांग वाले पाठ्यक्रम का पालन करने में मार्गदर्शन करने में मदद करते हैं।

प्रश्नों का अभ्यास करने का प्रयास करें: कोई भी व्यक्ति अभ्यास के माध्यम से बेहतर हो जाता है, खासकर जब गणित की बात आती है। इसलिए, आत्मविश्वास निर्माण और योग्यता विकास के लिए उन प्रश्नों में शामिल होना महत्वपूर्ण है जो कठिनाई के स्तर में भिन्न हों। सरल अवधारणाओं से शुरुआत करने से छात्रों को धीरे-धीरे अधिक जटिल समस्याओं की ओर बढ़ने से पहले बुनियादी अवधारणाओं की अपनी समझ को मजबूत करने में मदद मिलती है। अभ्यास के माध्यम से बाधाओं पर काबू पाने से उपलब्धि की भावना भी पैदा होती है, आत्मविश्वास बढ़ता है और गणित का भय कम होता है।


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क्या आपको भी है Math Phobia? मैथ फोबिया से निपटने के लिए अपनाएं ये टिप्स

दृश्यात्मक अध्ययन का सहारा लें: कई छात्रों को गणितीय अवधारणाओं की कल्पना करना या दृश्यात्मक अध्ययन करना उपयोगी लगता है। समस्याओं को दर्शाने के लिए आरेख, चार्ट और ग्राफ़ का उपयोग करें। दृश्यात्मक अध्ययन जटिल विचारों की स्पष्ट समझ प्रदान कर सकती है। इसे फोटो मेमोरी भी कहा जाता है। हाल के दिनों में इसे लेकर विभिन्न प्लैटफॉर्मों पर चर्चाएं भी हुई।

जटिल समस्याओं को सॉल्व करने के आसान उपाय ढूंढें: परीक्षा के दौरान जटिल गणित की समस्याएं भारी पड़ सकती हैं। उन्हें छोटे, अधिक प्रबंधनीय भागों में तोड़ें। प्रत्येक भाग को चरण दर चरण हल करें। फिर धीरे-धीरे सभी भागों को एक साथ जोड़ते जाएं। यह दृष्टिकोण समस्या-समाधान को कम कठिन बना देता है।

जरूरत पड़ने पर शिक्षकों से मदद लें: बोर्ड परीक्षा सिर पर हो तो किसी से कुछ पूछने में झिझक नहीं होनी चाहिये। खास कर तब जब आप किसी विशेष विषय को लेकर अटक गये हों। शिक्षकों, सहपाठियों या ऑनलाइन संसाधनों से मदद लेने में संकोच न करें। यदि आप किसी चुनौतीपूर्ण अवधारणा के बीच फंसे हुए हैं, तो स्पष्टीकरण मांगें और विशेषज्ञों या जानकारों से मदद अवश्य लें। किसी समस्या के पीछे के सिद्धांतों को समझने से उस विषय के प्रति डर को कम किया जा सकता है।

एप्स की सहायता लें: निरंतर सुधार की मानसिकता अपनाएं। समझें कि प्रयास और दृढ़ता से हर कोई गणित में सुधार कर सकता है। चुनौतियों को सीखने और बढ़ने के अवसरों के रूप में स्वीकार करें। यदि फिर भी कुछ समझ ना आये तो आप इंटरनेट की मदद से एजुकेशनल एप्स की सहायता ले सकते हैं। एजुकेशनल एप्स की सहायता से आपको प्रश्नों को हल करने का सरल उपाय मिलेगा।

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English summary
10 Tips to Deal With Math Phobia: Mathematics is a subject which almost every student fears. Most of the children develop math phobia due to complex equations, theorems, formulas etc. in mathematics. Many children try to reduce this math phobia or rather the fear of mathematics by taking the help of school, tuition etc.Experts say that math phobia is a psychological condition characterized by intense fear or apprehension of mathematics. Students who experience math phobia often feel anxious, stressed, and uncomfortable when faced with mathematical problems, concepts, or tasks. This fear can arise for a variety of reasons, including avoidance of mathematics-related activities, physical discomfort, and decline in mathematical performance.
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