मार्केट में जॉब की क्राइसिस हो या फिर जॉब की भरमार दोनों ही स्थिति में फाइनेंशियल प्लानर्स की जरूरत होती है। आज के कॉरपोरेट वर्ल्ड में फाइनेंशियल एक्सपर्ट या फिर फाइनेंशियल प्लानर्स की अच्छी डिमांड है। उद्योग की आवश्यकताओं को समझने और समस्यों को दूर करने में फाइनेंस से जुड़े लोगों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। फाइनेंस की डिग्री प्राप्त करने के बाद आप अर्थशास्त्र, प्रबंधन और अन्य फाइनेंस सेक्टर से जुड़ी शाखाओं में अपना शानदार करियर बना सकते हैं। शुरुआत में आप कुछ वर्षों तक काम करके किसी विशेष क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको तकनीकी विशेषज्ञता और प्रबंधकीय कौशल को बढ़ाना होगा। जिसके लिए आप एमबीए (वित्त) और एमएस (वित्त) कोर्स को चुन सकते हैं। जिसमें चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट (CFA), चार्टर्ड पब्लिक अकाउंटेंट (CPA), सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (CFP), फाइनेंशियल रिस्क मैनेजर (FRM) सर्टिफिकेशन और अन्य कोर्स शामिल हैं। तो आइए जानते हैं फाइनेंस सेक्टर में करियर कैसे बनाया जा सकता है।
फाइनेंशियल सेक्टर में करियर की संभावनाएं क्या है?
भारत दुनिया की तीसरी सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत आईपीओ के मामले में दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा देश बन गया है। म्युचुअल फंड में भी इसकी ग्रोथ सराहनीय है और आने वाले तीन सालों में इस सेक्टर में 30 परसेंट की ग्रोथ देखी जा सकती है। फाइनेंशियल आउटसोर्सिंग सर्विस के बढ़ने से टैलेंटेड प्रोफेशनल्स की उपलब्धता, ऑफशोर लोकेशन, बेहतर आउटसोर्सिंग स्ट्रेटेजी आदि स भी में इजाफा हुआ है। हाल के वर्षो में जिस तरह से फाइनेंशियल केपीओ सेक्टर बढ़ा है, उसने फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के लिए अवसरों के नए रास्ते खुल गए हैं।
फाइनेंशियल प्लानर बनने के लिए क्या करना होगा?
फाइनेंशियल प्लानर बनने के लिए जरूरी है कि इस क्षेत्र की अच्छी समझ होने के साथ-साथ इस क्षेत्र से संबंधित डिप्लोमा या फिर मास्टर डिग्री हों। कॉमर्स बैकग्राउंड के स्टूडेंट्स के लिए यह अच्छा फील्ड है, लेकिन अन्य स्ट्रीम के स्टूडेंट्स भी इसमें करियर बना सकते हैं। अगर आपने चार्टर्ड अकाउंटेंट, कॉस्ट अकाउंटेंट, सीएस, एमबीए जैसे कोर्स भी किया हुआ है, इस फील्ड में आपको ज्यादा फायदा मिल सकता है।
क्यों इस प्रोफेशन को लेकर क्रेज बढ़ रहा है?
इस प्रोफेशन के हॉट होने का पहला कारण तो यह है कि यह अच्छी जिंदगी से जुड़ा बहुत ही रोचक विषय है और यह दूसरों की जिंदगी के लक्ष्य पूरा करने में मदद करता है। दूसरा बड़ा कारण है कि चाहे मकान बनाने का मामला हो, बच्चों की शिक्षा के लिए बचत करने का मामला हो या फिर रिटायरमेंट के बाद एक अच्छी जिंदगी गुजर-बसर करने की योजना, फाइनेंशियल प्लानर्स की इन स भी कामों के लिए जरूरत पड़ती है। सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (सीएफपी) की जरूरत फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनियों, बैंकों, डिस्ट्रीब्यूशन हाउसेज, इंश्योरेंस कंपनियों, इक्विटी ब्रोकिंग व फाइनेंशियल प्लानिंग फर्म्स में पड़ती है, जो उदार अर्थव्यवस्था में तेजी से फल-फूल रही हैं।
इस फील्ड में किस तरह के स्किल्स की जरूरत होती है?
नई जानकारियों की भूख हो और नॉलेज प्रैक्टिकल हो। साथ ही, फाइनेंशियल प्लानिंग के कॉन्सेप्ट के बारे में पैशन होना जरूरी है। इसके अलावा, पर्सनल फाइनेंस की अच्छी समझ भी होनी चाहिए। लोगों से मिलने-जुलने का शौक, आचार-व्यवहार बेहतर हो। अच्छी कम्युनिकेशन स्किल बेसिक जरूरत है।
क्या होता है इनका वर्क प्रोफाइल?
फाइनेंशियल सर्विस से जुडेÞ इस प्रोफेशनल का मुख्य कार्य किसी आॅर्गनाइजेशन के लिए मनी क्रिएट करना और किसी भी इंवेस्टमेंट पर अधिक से अधिक रिटर्न दिलाना है। इसके साथ ही आगे की फाइनेंशियल प्लानिंग भी ये करते हैं। प्लानर किसी भी कंपनी की बैलेंसशीट को एनालाइज करते हैं, ताकि फ्यूचर के लिए फाइनेंस प्लानिंग की जा सके।
फाइनेंशियल प्लानर के लिए कहां-कहां है जॉब ऑप्शन?
इस फील्ड से जुड़े प्रोफेशनल्स को कॉरपोरेट फाइनेंस, इंटरनेशनल फाइनेंस, मर्चेट बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, कैपिटल एंड मनी मार्केट, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, स्टॉक ब्रोकिंग, शेयर, रजिस्ट्री, क्रेडिट रेटिंग आदि में जॉब मिलती है। गवर्नमेंट बैंक्स के अलावा प्राइवेट और फॉरेन बैंक्स की एंट्री होने से फाइनेंशियल एक्सपर्ट, फाइनेंशियल एनालिस्ट, फाइनेंशियल प्लानर आदि की डिमांड बढ़ी है। एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, विदेशी बैंक, जैसे- आरबीएस, सिटीगोल्ड वेल्थ मैनेजमेंट, सिटी बैंक, डच बैंक, एचएसबीसी आदि में बहुत ऑप्शन हैं। इंवेस्टमेंट फर्म जैसे- डीएसपी मैरील लाइंच, कोटक सिक्योरिटीज, आनंद राठी इंवेस्टमेंट और जे.एम. मार्गन स्टेनली में भी जॉब के अवसर हैं। इस फील्ड में एक बार पैर जम जाएं, तो मनी प्रॉब्लम अपने आप खत्म हो जाती है। सैलरी क्वॉलिटी वर्क, एक्सपीरियंस और इंडस्ट्री पर डिपेंड करती है।
फाइनेंस में करियर बनाने के फायदे
अच्छा पैसा और विकास
जब भी आप फाइनेंस सेक्टर से जुड़ी किसी भी शाखा में जाते हैं तो आपको शुरुआत से ही अच्छा वेतन मिलता है। इसके बाद जब आप वित्त क्षेत्र में अपना करियर में व्यवस्थित हो जाते हैं, तो आपके पास अच्छी कमाई करने की क्षमता होती है। इसके अलावा आपका कौशल और क्षमताओं पर आपके करियर की सीढ़ी निर्भर रहती है।
संतुलित जीवन शैली
वित्तीय क्षेत्र में नौकरियां आपको एक संतुलित जीवन शैली प्रदान करती हैं। क्योंकि आप कार्य शेड्यूल के मामले में बेहतर स्थिति में हैं। बेशक शुरुआती दौर में तनावपूर्ण दिन होते हैं, लेकिन कुल मिलाकर जॉब डोमेन बेहतर संतुलन प्रदान करता है।