हेल्थकेयर मैनेजमेंट में पीजी प्रोग्राम छात्रों को हेल्थकेयर, इंश्योरेंस, डायग्नोस्टिक्स आदि के अध्ययन को जोड़ता है। साथ ही उन योग्य पेशेवरों को तैयार करता है जो भारत की अर्थव्यवस्था और शहरी और ग्रामीण दोनों स्वास्थ्य उद्योगों के विकास के लिए काम करते हैं। इस कोर्स की अवधि 2 साल की है और जिसे 6-6 महीने के 4 सेमेस्टर में बांटा गया है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर हेल्थकेयर मैनेजमेंट में पीजी प्रोग्राम करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, मैट, एक्सएटी और स्नैप में किसी एक को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, मैट, एक्सएटी और स्नैप आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- प्रबंधन के सिद्धांत
- वित्तीय लेखांकन
- संचार और साक्षात्कार की तैयारी के मूल तत्व
- मानव संसाधन प्रबंधन
- विपणन प्रबंधन
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
सेमेस्टर 2
- रणनीतिक प्रबंधन
- लागत लेखांकन
- एकीकृत प्रबंधक
- नवाचार प्रबंधन
- साक्षात्कार और नेटवर्किंग कौशल में महारत हासिल करना
- परियोजना कार्य
सेमेस्टर 3
- स्वास्थ्य सेवा प्रशासन की अनिवार्यता
- स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं की योजना और डिजाइनिंग
- अस्पताल का ऑपरेशन
- ग्राहक-केंद्रित संगठन
- हेल्थकेयर में गुणवत्ता प्रबंधन
- प्रोजेक्ट - आईएसआर
सेमेस्टर 4
- हेल्थकेयर में राजस्व चक्र प्रबंधन
- अस्पतालों में एचआर
- सामग्री प्रबंधन और उपकरण प्रबंधन
- हेल्थकेयर प्रोजेक्ट में कानूनी पहलू
पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- भारत के प्रशासनिक स्टाफ कॉलेज- फीस 5.0 लाख
- टीएपीएमआई- फीस 9.5 लाख
- वेलिंगकर- फीस 2.0 लाख
- रत्न बी स्कूल- फीस 3.9 लाख
- आईएस मैनेजमेंट कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर- फीस 4.7 लाख
पीजी प्रोग्राम इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- प्रोजेक्ट मैनेजर- सैलरी 1.8 लाख
- असोसिएट कंस्लटेंट- सैलरी 5.9 लाख
- असोसिएट रिसर्च मैनेजर- सैलरी 8.9 लाख
- बिजनेस एनालिस्ट- सैलरी 8 लाख
- टेरिटरी अकाउंट मैनेजर- सैलरी 4.45 लाख
- डीआई मैनेजर- सैलरी 18.1 लाख
- ऑपरेशन एग्जीक्यूटिव- सैलरी 2.36 लाख
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