बायोटेक्नोलॉजी में पीजीडीएम 2 साल की अवधि का कोर्स है जो कि प्रबंधन और विज्ञान का मिश्रण है। जिन छात्रों ने आनुवंशिकी, आणविक जीव विज्ञान, जैव रसायन, भ्रूण विज्ञान और कोशिका जीव विज्ञान जैसे जैव विषयों का ग्रेजुएशन में अध्ययन किया है, वे छात्र बायोटेक्नोलॉजी में करियर बनाने के लिए सबसे उपयुक्त हैं। बता दें कि इस कोर्स में प्रबंधन के बुनियादी सिद्धांतों, कोर जैव प्रौद्योगिकी प्रबंधन-आधारित कौशल, नैतिक और पर्यावरणीय मानकों, जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कानूनों और सिद्धांतों और इन अवधारणाओं के एक अनुकूलित और प्रभावी अनुप्रयोग के लिए अनुसंधान गतिविधियों का अध्ययन शामिल है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर बायोटेक्नोलॉजी में पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट कोर्स करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में बायोटेक्नोलॉजी में पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट कोर्स करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• अवरेज सैलरी- 4.5 से 9 लाख तक
• कोर्स फीस- 90,000 से 5 लाख तक
पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से सांख्यिकी, गणित, जैविक विज्ञान, कंप्यूटर अनुप्रयोग, आदि में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, मैट, एक्सएटी, जीमैट या जेएमईटी में किसी एक को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, मैट, एक्सएटी, जीमैट या जेएमईटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- व्यवसाय के कानूनी पहलू
- व्यापार संचार
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
- सूचना प्रणाली प्रबंधन
- निर्णय विज्ञान
- वित्तीय और लागत लेखा
- विपणन की मूल बातें
- प्रबंधन के सिद्धांत
- बायोकैमिस्ट्री और फिजियोलॉजी
- भौतिक तकनीक और बायोनोटेक्नोलॉजी
- मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी, फार्माकोलॉजी और फार्माकोग्नॉसी
सेमेस्टर 2
- वित्तीय प्रबंधन
- व्यापार संचार द्वितीय
- मानव संसाधन प्रबंधन
- रसद और आपूर्ति श्रृंखला
- बिक्री और वितरण
- बौद्धिक संपदा अधिकार
- विपणन प्रबंधन
- रणनीतिक प्रबंधन
- अनुप्रयुक्त जैव प्रौद्योगिकी
सेमेस्टर 3
- उत्पाद और ब्रांड प्रबंधन
- कर लगाना
- ग्रामीण विपणन
- अस्पताल और स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन
- ओटीसी मार्केटिंग
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार
- विपणन रणनीति
- एकीकृत विपणन संचार
- उपभोक्ता और औद्योगिक क्रेता व्यवहार
- नैदानिक अनुसंधान
- रेगुलेटरी मामले
- जैव सूचना विज्ञान और ड्रग डिजाइनिंग
सेमेस्टर 4
- परियोजना प्रबंधन
- विपणन में मात्रात्मक मॉडल
- कैप्स्टोन परियोजना
पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- एसआईईएस कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट-स्टडीज, मुंबई- फीस 4 से 5 लाख
- मिटकोन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, पुणे- फीस 2 से 3 लाख
- पीआईएमएसआर, मुंबई- फीस 1 से 2 लाख
- निक्को इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी (एनआईबी) कोलकाता- फीस 19,000 से 20, 000
- गवर्नमेंट-पॉलिटेक्निक, फिरोजाबाद- फीस 13, 000 से 15, 000
- डीएन पॉलिटेक्निक, मेरठ- फीस 36,000 से 38,000
पीजी डिप्लोमा मैनेजमेंट इन बायोटेक्नोलॉजी: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- जैव प्रौद्योगिकी परियोजना प्रबंधक- सैलरी 4,50,000 से 11,50,000 तक
- जैव प्रौद्योगिकी बिक्री प्रबंधक- सैलरी 4,80,000 से 5,50,000 तक
- जैव प्रौद्योगिकी उत्पादन प्रबंधक- सैलरी 4,60,000 से 6,00,000 तक
- बायोटेक्नोलॉजी इन्वेंटरी मैनेजर- सैलरी 3,80,000 से 4,50,000 तक
- बायोटेक्नोलॉजी खरीद प्रबंधक- सैलरी 3,90,000 से 4,60,000 तक
- जैव प्रौद्योगिकी रसद प्रबंधक- सैलरी 3,50,000 से 4,50,000 तक
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