पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट 1 से 2 साल तक की अवधि का पीजी स्तर का कोर्स है। जिसका उद्देश्य उद्योग की आवश्यकता के समानांतर प्रौद्योगिकी, डिजाइन और प्रबंधन का सही समामेलन प्रदान करना है। इस कोर्स में रंगाई तकनीक, छपाई के तरीके, सिलाई और डिजाइन तकनीक, बुने हुए कपड़े के निर्माण और सतह के डिजाइन से संबंधित विषय शामिल हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर टेक्सटाइल मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में टेक्सटाइल मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• अवरेज सैलरी- 3.60 से 7.50 लाख तक
• कोर्स फीस- 50,000 से 4.50 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- डिजाइन एक्जीक्यूटिव, टेक्सटाइल डिजाइनर, इंटीरियर डिजाइनर, टेक्सटाइल फैब्रिक ग्राफिक डिजाइनर, मर्चेंडाइजर, टेक्सटाइल मैनेजर, मर्चेंडाइजर मैनेजर, फैब्रिक सोर्सिंग मैनेजर, क्वालिटी ऑडिटर आदि।
• टॉप रिक्रूटर्स- मार्केटिंग कंपनियां, कपड़ा कंपनियां, ग्राहक संबंध, मानव संसाधन, कपड़ा शोरूम, कपड़ा निर्माण इकाइयां, खुदरा बिक्री केंद्र, होम फर्निशिंग, मीडिया आदि।
पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से सांख्यिकी, गणित, जैविक विज्ञान, कंप्यूटर अनुप्रयोग, आदि में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, एक्सएटी, मैट और सीएमएटी में किसी एक को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, स्नैप, मैट और एक्सएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- वैचारिक प्रारूप
- डिजाइन तकनीक बुनाई
- डिजाइन तकनीक मुद्रण
- रचनात्मक सोच
सेमेस्टर 2
- विजुअल रिसर्च एंड डेवलपमेंट
- कंप्यूटर की मूल बातें
- विपणन और पण्य वस्तु
- डिजाइन अनुसंधान पद्धति
सेमेस्टर 3
- डिज़ाइन स्टूडियो
- रुझान और पूर्वानुमान
- कंप्यूटर एडेड टेक्सटाइल डिजाइन (सीएटीडी) I
- संचार कौशल और प्रस्तुति तकनीक
सेमेस्टर 4
- डिज़ाइन स्टूडियो
- मर्केंडाइजिंग और संग्रह
- कंप्यूटर एडेड टेक्सटाइल डिजाइन (सीएटीडी) II
- आंतरिक डिजाइन परियोजना
पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- गुलशन कुमार फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया- फीस 1,50,000
- सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज- फीस 60,000
- रामरती प्रौद्योगिकी संस्थान- फीस 70,200
- पर्ल अकादमी- फीस 5,00,000
- टी सीरीज स्टेजवर्क्स अकादमी- फीस 1,50,000
- सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल स्कूल ऑफ टेक्सटाइल मैनेजमेंट- फीस 4,40,000
पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- टेक्सटाइल डिज़ाइनर- सैलरी 2.8 से 5.5 लाख तक
- फैशन डिजाइनर- सैलरी 3 से 5.5 लाख तक
- मर्चेंडाइज़र- सैलरी 2.5 से 4.2 लाख तक
- क्वालिटी ऑडिटर- सैलरी 3.5 से 6 लाख तक
- फैब्रिक सोर्सिंग मैनेजर- सैलरी 2.5 से 7 लाख तक
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