पीजी डिप्लोमा इन फॉरेन ट्रेड 1 से 2 साल तक की अवधि का कोर्स है जो कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार, सेवाओं, वस्तुओं, पूंजी विनिमय, विपणन, वित्त और मानव संसाधन प्रबंधन आदि की नीतियों के अध्ययन से संबंधित है। यह कोर्स छात्रों को विदेश व्यापार के व्यावहारिक पहलुओं को सीखने और आयात/निर्यात प्रबंधन क्षेत्रों, वस्तु बोर्डों और प्रबंधन क्षेत्रों आदि के क्षेत्र में पुरस्कृत नौकरियों को सुरक्षित करने में सक्षम बनाता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीजी प्रोग्राम इन फॉरेन ट्रेड से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर पीजी प्रोग्राम इन फॉरेन ट्रेड करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में पीजी प्रोग्राम इन फॉरेन ट्रेड करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम इन फॉरेन ट्रेड
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• अवरेज सैलरी- लगभग 10,50,000 तक
• कोर्स फीस- लगभग 13,60,000
• जॉब प्रोफाइल- बिजनेस एनालिस्ट/रिस्क एनालिस्ट/इंटरनेशनल मार्केटिंग मैनेजर/सीईओ/डायरेक्टर/मैनेजर/रिसर्च एनालिस्ट आदि।
• टॉप रिक्रूटर्स- टीसीएस/आईबीएम/बैंक/डेलॉयट/वित्तीय फर्म/टाटा/सरकार/निजी आदि।
पीजी डिप्लोमा इन फॉरेन ट्रेड: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से सांख्यिकी, गणित, जैविक विज्ञान, कंप्यूटर अनुप्रयोग, आदि में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, एक्सएटी, मैट और सीएमएटी में किसी एक को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
पीजी डिप्लोमा इन फॉरेन ट्रेड: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीजी प्रोग्राम इन फॉरेन ट्रेड कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीजी प्रोग्राम इन फॉरेन ट्रेड के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीजी प्रोग्राम इन फॉरेन ट्रेड में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एपीजी डिप्लोमा इन फॉरेन ट्रेड के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, एक्सएटी, मैट और सीएमएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें पीजी प्रोग्राम इन फॉरेन ट्रेड का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीजी डिप्लोमा इन फॉरेन ट्रेड: सिलेबस
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
- निर्यात और आयात प्रक्रिया
- विदेशी भाषा भाग I
- विपणन: सिद्धांत और प्रबंधन
- अंतर्राष्ट्रीय रसद
- भारत का आयात-निर्यात व्यापार
- अंतरराष्ट्रीय विपणन
- विदेशी मुद्रा प्रबंधन
- मात्रात्मक विधियां
- वाणिज्यिक भूगोल
- अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन
- परियोजना रिपोर्ट और प्रस्तुति
- अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र (सिद्धांत और व्यावहारिक)
- विदेशी भाषा भाग II
पीजी डिप्लोमा इन फॉरेन ट्रेड: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- भारतीय विदेश व्यापार संस्थान, नई दिल्ली- फीस 8,85,000
- जगदीश सेठ स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, बैंगलोर, कर्नाटक- फीस 12,00,000
- इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, बीएचयू, वाराणसी, यूपी- फीस 45,760
- सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल बिजनेस (एसआईआईबी), पुणे- फीस 15,76,800
- फॉर (फाउंडेशन फॉर ऑर्गनाइजेशनल रिसर्च एंड एजुकेशन) स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, नई दिल्ली- फीस 15,98,000
- बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (बिमटेक), ग्रेटर नोएडा- फीस 12,00,000
- लोयोला इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, एलआईबीए, चेन्नई आईएनआर- फीस 95,000
- केजे सोमैया प्रबंधन संस्थान, सोमैया विद्याविहार विश्वविद्यालय, मुंबई- फीस 7,81,785
- आईएसबीआर (इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बिजनेस एंड रिसर्च) बिजनेस स्कूल, बैंगलोर, कर्नाटक- फीस 9,00,000
- वेलिंगकर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट डेवलपमेंट, माटुंगा, मुंबई- फीस 81,00,000
- पांडिचेरी विश्वविद्यालय, पांडिचेरी- फीस 74,718
पीजी डिप्लोमा इन फॉरेन ट्रेड: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- बिजनेस हेड- सैलरी 9.04 लाख
- ग्लोबल प्रोजेक्ट मैनेजर- सैलरी 8.90 लाख
- पॉलिसी एनालिस्ट- सैलरी 11.43 लाख
- इंपोर्ट/ एक्सपोर्ट मैनेजर- सैलरी 4.80 लाख
- रिस्क एनालिस्ट- सैलरी 6.33 लाख