रूरल डेवलेपमेंट में पीजी डिप्लोमा कैसे करें, जानिए फीस, जॉब, सैलरी और टॉप कॉलेजों के बारे में

रूरल डेवलेपमेंट में पीजी डिप्लोमा 1 साल की अवधि का कोर्स है, जिसमें की इस छात्रों को ग्रामीण क्षेत्रों के विकास और प्रबंधन और उनके कार्यान्वयन के लिए रणनीतियों की योजना बनाने का एकीकृत ज्ञान प्रदान किया जाता है। यह कोर्स मुख्य रूप से शिक्षार्थियों को ग्रामीण विकास के क्षेत्र में सुसज्जित पेशेवर बनने के लिए प्रशिक्षित करने पर केंद्रित है। पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलेपमेंट में ग्रामीण विकास के सभी पहलुओं को शामिल करने वाली संपूर्ण जानकारी और अनुसंधान शामिल है।

चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर रूरल डेवलेपमेंट में पीजी डिप्लोमा करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में रूरल डेवलेपमेंट में पीजी डिप्लोमा कोर्स करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।

रूरल डेवलेपमेंट में पीजी डिप्लोमा कैसे करें, जानिए फीस, जॉब, सैलरी और टॉप कॉलेजों के बारे में

• कोर्स का नाम- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा मैनेजमेंट इन रूरल डेवलेपमेंट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 1 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम

पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट: पात्रता

  • उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से सांख्यिकी, गणित, जैविक विज्ञान, कंप्यूटर अनुप्रयोग, आदि में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
  • उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
  • उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, मैट, सीएमएटी और एक्सएटी में किसी एक को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
  • अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।

पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट: प्रवेश प्रक्रिया

किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।

पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है

चरण 1: रजिस्ट्रेशन

  • उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
  • ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
  • आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
  • मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
  • आवेदन पत्र सबमिट करें।
  • क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।

चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम

  • यदि उम्मीदवार पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
  • बता दें कि पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, मैट, सीएमएटी और एक्सएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।

चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।

चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट

  • एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
  • इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।

पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट: सिलेबस

  • ग्रामीण विकास भारतीय संदर्भ
  • ग्रामीण विकास कार्यक्रम
  • ग्रामीण विकास - योजना और प्रबंधन
  • ग्रामीण सामाजिक विकास
  • ग्रामीण स्वास्थ्य देखभाल
  • संचार और विस्तार ग्रामीण विकास
  • अनुसंधान और परियोजना कार्य

पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस

  • डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय- फीस 13,860
  • महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, एमजीएएचवी, वर्धा- फीस 3,100
  • राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान, एनआईआरडी, हैदराबाद- फीस 10,000
  • पांडिचेरी विश्वविद्यालय - [पु], पांडिचेरी- फीस 74,718
  • रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय - [आरएनटीयू], भोपाल- फीस 50,000
  • आइसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग- फीस 18,000
  • डॉ. सी.वी. रमन विश्वविद्यालय - [सीवीआरयू], बिलासपुर- फीस 14,000

पीजी डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी

  • एरिया एग्जीक्यूटिव- सैलरी 7-8 लाख
  • कृषि विज्ञानी- सैलरी 4-5 लाख
  • मार्केटिंग और सेल्स मैनेजर- सैलरी 4-5 लाख
  • रिसर्च हेड- सैलरी 7-8 लाख
  • ग्रामीण प्रबंधक- सैलरी 1-3 लाख
  • वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी- सैलरी 4-5 लाख
  • चीनी विश्लेषक- सैलरी 4-5 लाख
  • क्षेत्र प्रभारी- सैलरी 2-3 लाख

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English summary
PG Diploma in Rural Development is a course of 1 year duration, in which the students are provided with an integrated knowledge of development and management of rural areas and planning strategies for their implementation. This course primarily focuses on training the learners to become well equipped professionals in the field of Rural Development.
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