इंजीनियरिंग में करियर बनाने की इच्छा लेकर लाखों लोग ग्रेजुएशन में प्रवेश प्राप्त करते हैं। कुछ नौकरी के लिए चले जाते हैं तो कुछ उच्च शिक्षा को प्राथमिकता देते हैं। उच्च शिक्षा की दिशा में भारत की सरकार भी कई कदम उठा रही है। ताकि उच्च शिक्षा प्राप्त कर छात्र अपने सपनों को पूरा कर सकें। पर्यावरण इंजीनियरिंग एक शाखा है, जिसमें उम्मीदवारों को पर्यावरण संबंधित विषयों, उपकरणों आदि पर गहन अध्ययन करने का अवसर प्राप्त होता है। इस कोर्स में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले यानी एमटेक कोर्स करने वाले छात्रों को एडवांस स्तर की शिक्षा प्रदान की जाती है, जिसमें वह विशेषज्ञता हासिल करते हैं।
पर्यावरण इंजीनियरिंग में एमटेक कोर्स करने वाले उम्मीदवारों को बता दें कि इस कोर्स को पूरा करने के बाद वह पीएचडी कोर्स भी कर सकते हैं। यदि वह आगे बड़े संस्थानों में शिक्षक बनने की इच्छा रखते हैं। इसके अलावा वह पर्यावरण इंजीनियर के साथ-साथ कई अन्य पदों पर कार्य शुरुआती वेतन 4 से 7 लाख रुपये तक का प्राप्त कर सकते हैं। ये वेतन उनके अनुभव के अनुसार बढ़ता जाएगा। अनुभव प्राप्त होने के बाद वह 7 से 15 लाख रुपये तक कमाने योग्य हो जाएंगे। आइए आपको आज इस लेख के माध्यम से कोर्स से जुड़ी पूरी जानकारी दें।
पर्यावरण इंजीनियरिंग क्या है?
पर्यावरण इंजीनियरिंग जिसे अंग्रेजी में एनवायरमेंट इंजीनियरिंग भी कहा जाता है। इसमें गणित, रसायन विज्ञान, पारिस्थितिकी तंत्र, भू-विज्ञान, जीव विज्ञान, जल विज्ञान और सूक्ष्म जीव विज्ञान जैसे कई विषयों की जानकारी दी जाती है। इतना ही नहीं इसमें जीवों के स्वास्थ्य, रक्षा और सुधार को भी शामिल किया गया है। पर्यावरण सभी जीवित जीवों के लिए आवश्यक है और उसकी सुरक्षा करना और उसकी गुणवत्ता पर ध्यान देना भी इसका मुख्य कार्य है।
एक पर्यावरण इंजीनियर के तौर पर आपका प्रमुख कार्य पर्यावरण की बेहतर बनाना है और उसकी सुरक्षा के लिए कार्य करना है। जिसमें मानव स्वास्थ्य की रक्षा, प्रकृति के पारिस्थितिक तंत्र की रक्षा, पर्यावरण की गुणवत्ता से संबंधित कार्यों में वृद्धि करना है और आवश्यक सुधार पर ध्यान देना है। एक पर्यावरण इंजीनियर के तौर पर जल और वायु प्रदूषण को नियंत्रित, जल प्रबंधन, अपशिष्ट निपटान, पुनर्चक्रण और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर की दिशा में ले जाने के लिए सामान तैयार करना है।
एमटेक पर्यावरण इंजीनियरिंग क्या है?
पर्यावरण इंजीनियरिंग में एमटेक कोर्स की अवधि 2 साल की है। जिसमें उम्मीदवारों को संबंधित विषय का एडवांस स्तर का ज्ञान दिया जाता है। इस कोर्स में उम्मीदवारों को पर्यावरण में सुधार के लिए प्रबंधन, रणनीति निर्माण, डिजाइन आदि के बारे में सिखाया जाता है। किस प्रकार बढ़ते वायु और जल प्रदूषण को रोका जाए, जिससे मानव और अन्य जीवों के स्वास्थ्य पर इसका दुष्प्रभाव न पड़े। साथ ही किस प्रकार से पर्यावरण की गुणवत्ता बढ़ाई जाए और उसके पारिस्थितिक तंत्र को सुधारा जाए।
इस कोर्स में उम्मीदवारों को आपदा प्रबंधन, पर्यावरण नियोजन और प्राकृतिक संसाधनों आदि के बारे में भी पढ़ाया जाता है। कोर्स की अवधि को 4 सेमेस्टर में बांटा गया है। जिसके अंत में परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
एमटेक कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवारों के पास पर्यावरण के इस क्षेत्र में कई रोजगार अवसर उपलब्ध हैं। जिसकी जानकारी विस्तार में लेख में नीचे दी गई है।
एमटेक पर्यावरण इंजीनियरिंग: योग्यता
- भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से संबंधित विषय में बीई या बीटेक की डिग्री करने वाले उम्मीदवार आवेदन के योग्य है।
- आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को बैचलर में 60 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता है।
- भारत सरकार द्वारा आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अंक योग्यता में 5 प्रतिशत की छूट प्राप्त है। जिसके अनुसार उन्हें कम से कम 55 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता है।
- कोर्स में प्रवेश मेरिट के आधार पर भी लिया जा सकता है और प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी।
नोट - कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों को बता दें कि हर संस्थान की कोर्स योग्यता अलग-अलग होती है। उम्मीदवारों की इसकी जानकारी उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर प्राप्त करनी होगी।
एमटेक पर्यावरण इंजीनियरिंग: प्रवेश प्रक्रिया
जैसा की आपको बताया गया है कि इस कोर्स में प्रवेश आप मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के आधार पर प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए छात्रों की सहायता के लिए दोनों के अनुसार प्रवेश प्रक्रिया लेख में दी गई है -
मेरिट के आधार पर प्रवेश
कोर्स में मेरिट के आधार पर प्रवेश प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों के बैचलर में प्राप्त अंक देखें जाएंगे और उनकी के आधार पर उन्हें प्रवेश प्रदान किया जाएगा। उम्मीदवारों को संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर लॉगिन करना है और आवेदन फॉर्म में मांगी कई व्यक्तिगत, शैक्षिक जानकारी को भरना है और आवश्यक दस्तावेज जैसे - फोटो, हस्ताक्षर, मार्कशीट, आदि को अपलोड करना है। आवेदन फॉर्म को जांचने के बाद उम्मीदवार को आवेदन शुल्क का भुगतान कर आवेदन सबमिट करना है और फॉर्म का एक पीडीएफ बनाना है।
प्रवेश परीक्षा के लिए कैसे करें आवेदन
प्रवेश परीक्षा के आधार पर प्रवेश प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को नीचे दिए गए चरणों को फॉलो करना है -
चरण 1 - उम्मीदवार को प्रवेश परीक्षा आयोजित करने वाली कंडक्टिंग बॉडी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है और पंजीकरण करना है।
चरण 2 - पंजीकरण करने के लिए उम्मीदवार को अपनी ई-मेल आईडी का प्रयोग करना है और कुछ आवश्यक व्यक्तिगत जानकारी भर कर एक लॉगिन क्रिएट करना है।
चरण 3 - पंजीकरण के दौरान क्रिएट किए गए लॉगिन विवरण के माध्यम से लॉगिन करना है और आवेदन फॉर्म को भरने की शुरुआत करनी है।
चरण 4 - आवेदन फॉर्म में उम्मीदवार को शैक्षिक जानकारी भरकर दस्तावेजों को अपलोड करना है और सबमिट करने से पहले उसे जांचना है।
चरण 5 - आवेदन फॉर्म भरने के बाद उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क का भुगतान करना है और भरे गए आवेदन फॉर्म का पीडीएफ बनाना है।
एमटेक पर्यावरण इंजीनियरिंग: प्रवेश परीक्षाएं
कोर्स में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को पता होना चाहिए कि वह कौन-कौन सी प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। प्रमुख प्रवेश परीक्षा में उम्मीदवार गेट, डब्ल्यूजेईई, एसआरएमजेईई, एपी पीजीईसईटी और टीएस पीजीईसीईटी आदि में शामिल हो सकते हैं।
एमटेक पर्यावरण इंजीनियरिंग: कॉलेज और फीस
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे - 163600 रुपये
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास - 418400 रुपये
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, लखनऊ - 141000 रुपये
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर - 419000 रुपये
- दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, दिल्ली - 332000 रुपये
- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुचिरापल्ली - 169000 रुपये
- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हमीरपुर - 188000 रुपये
- जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली - 31000 रुपये
- एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा - 216000 रुपये
- जीडी गोयनका विश्वविद्यालय - 2,50,000 रुपये
- पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ - 174000 रुपये
- एसआरएम यूनिवर्सिटी, चेन्नई - 320000 रुपये
- मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर - 227000 रुपये
- बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बैंगलोर - 53600 रुपये
- सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत - 175000 रुपये
- उत्तरांचल प्रौद्योगिकी संस्थान, देहरादून - 218000 रुपये
- मणिपाल विश्वविद्यालय, जयपुर - 387000 रुपये
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, मोहाली - 160000 रुपये
- बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा - 486000 रुपये
- सिंहगड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे - 214000 रुपये
- निम्स यूनिवर्सिटी, जयपुर - 200000 रुपये
एमटेक पर्यावरण इंजीनियरिंग: विदेश के टॉप कॉलेज
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया
- इंपीरियल कॉलेज लंदन
- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैसाचुसेट्स
- बर्कले विश्वविद्यालय, कैलिफोर्निया
- कॉर्नेल विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क
- ओटावा विश्वविद्यालय, ओंटारियो
- प्रिंसटन विश्वविद्यालय, न्यू जर्सी
- येल विश्वविद्यालय, कनेक्टिकट
- कोलंबिया विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क
- क्रैनफील्ड यूनिवर्सिटी, यूके
- जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जॉर्जिया
- नॉटिंघम विश्वविद्यालय, इंग्लैंड
- अल्बर्टा विश्वविद्यालय, कनाडा
- न्यूकैसल विश्वविद्यालय, इंग्लैंड
- बाथ विश्वविद्यालय, इंग्लैंड
- एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी, एरिजोना
- आरएमआईटी विश्वविद्यालय, मेलबर्न
- क्वींस यूनिवर्सिटी बेलफास्ट, बेलफास्ट
- ग्रिफ़िथ विश्वविद्यालय, ब्रिस्बेन
- वर्जीनिया टेक, वर्जीनिया
- क्लेम्सन यूनिवर्सिटी, साउथ कैरोलीन
- कार्लटन विश्वविद्यालय, कनाडा
- विंडसर विश्वविद्यालय, कनाडा
- दक्षिणी क्वींसलैंड विश्वविद्यालय, इंग्लैंड
- क्लार्कसन यूनिवर्सिटी, न्यूयॉर्क
- स्ट्रेथक्लाइड विश्वविद्यालय, इंग्लैंड
- रेजिना विश्वविद्यालय, कनाडा
एमटेक पर्यावरण इंजीनियरिंग: जॉब प्रोफाइल
- पर्यावरण इंजीनियर
- बायोरिसर्च असिस्टेंट
- टेक्निकल टेस्ट इंजीनियर
- पर्यावरण अधिकारी
- प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर
- प्रोसेस ऑपरेटर
- हेल्थ एंड सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेटर
ऊपर दिए गए इन पदों पर उम्मीदवार 4 से 7 लाख रुपये तक का वेतन प्राप्त कर सकता है। जिसके लिए वह नीचे दी गई कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन कर सकता है।
एमटेक पर्यावरण इंजीनियरिंग: भर्तीकर्ता
- वायु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
- लैंडफिल का डिजाइन और निर्माण
- भू-पर्यावरण इंजीनियरिंग केंद्र
- खतरनाक अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र
- भूमि प्रबंधन बोर्ड
- सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र
- विकिरण सुरक्षा केंद्र
- ठोस अपशिष्ट निपटान संयंत्र
- विषाक्त सामग्री नियंत्रण संयंत्र
- अपशिष्ट जल प्रबंधन बोर्ड
- एईसीओएम
- मैकटेक
- एसपीएमएल इंफ्रा लिमिटेड
- सिमा लैब्स प्राइवेट लिमिटेड
- कल्पना हाइड्रो कंपनी
- गुडरिक कॉर्पोरेशन
- ब्रुनेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
- प्रिवी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड
- ड्रेसर-रैंड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
- इंडस प्राइवेट लिमिटेड
- भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी)
- तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ओएनजीसी)
- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL)
- भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल)
- राष्ट्रीय उर्वरक लिमिटेड (एनएफएल)
- इंडिया लिमिटेड का पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन