अर्बन मैनेजमेंट में एमबीए 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम है जो कि उन छात्रों के लिए एकदम सही है जो शहरी क्षेत्रों के तेजी से विकास के प्रबंधन के लिए सार्वजनिक क्षेत्रों में अपना करियर बढ़ाने के इच्छुक हैं। इस कोर्स को करने के बाद छात्रों के पास प्रमुख भर्ती क्षेत्रों, जैसे पर्यावरण परामर्श, हाउसिंग एसोसिएट्स, आदि में बहुत सारे संभावित कैरियर के अवसर हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर अर्बन मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में अर्बन मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 70,000 से 11 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 1 से 8 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- अर्बन डिज़ाइनर, एसोसिएट कम्युनिटी ऑर्गनाइज़र, अर्बन प्रोजेक्ट प्लानर, स्टेट प्रोग्राम मैनेजर, असिस्टेंट मैनेजर, जोनल कोऑर्डिनेटर आदि।
• जॉब फील्ड- शैक्षिक संस्थान, पर्यावरण परामर्श, आवास सहयोगी, योजना संगठन, परिवहन एजेंसियां आदि।
एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, सीएमएटी को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस कॉमन एडिमशन टेस्ट (कैट), एक्सएटी, स्नैप और सीएमएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- व्यवसाय प्रबंधन
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
- वित्तीय लेखांकन
- कम्पुटर अनुप्रयोग
- शहरी अवसंरचना और रियल एस्टेट
- शहरी नियोजन और शहरीकरण प्रक्रिया
सेमेस्टर 2
- वित्तीय प्रबंधन
- अनुसंधान क्रियाविधि
- व्यापार कानून
- रियल एस्टेट का व्यवसाय विकास
- रियल एस्टेट अर्थशास्त्र
- रियल एस्टेट मार्केटिंग एंड रिसर्च
- परियोजना प्रबंधन
सेमेस्टर 3
- कूटनीतिक प्रबंधन
- मात्रात्मक तकनीक
सेमेस्टर 4
- प्रबंधन में कार्रवाई, सामाजिक, आर्थिक और नैतिक मुद्दे
एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, बैंगलोर- फीस 1,40,000
- एटिट्यूड बिजनेस स्कूल, भुवनेश्वर- फीस 1,00,000
- जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, भुवनेश्वर- फीस 11,00,000
- एआईएसईसीटी विश्वविद्यालय, भोजपुर- फीस 70,000
- सीईपीटी यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद- फीस 1,61,000
एमबीए इन अर्बन मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- अर्बन डिजाइन- सैलरी 6.94 लाख
- असोसिएट कम्यूनिटी ऑर्गेनाइजर- सैलरी 2.40 लाख
- अर्बन प्रोजेक्ट प्लेनर- सैलरी 5.51 लाख
- स्टेट प्रोग्राम मैनेजर- सैलरी 4.80 लाख
- असिस्टेंट मैनेजर- सैलरी 7.31 लाख
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