एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट दो साल का पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम है, जिसको की चार सेमेस्टर में बांटा गया है। एमबीए सिस्टम्स मैनेजमेंट स्नातकों के लिए भारतीय सिस्टम्स क्षेत्र में प्रमुख विशेषता प्रबंधन, ई-कॉमर्स, अनुसंधान और आईटी सेवाएं हैं। सिस्टम मैनेजमेंट में एमबीए पूरा करने के बाद छात्र सिस्टम एनालिस्ट, डेटाबेस मैनेजर, नेटवर्क मैनेजर, सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर या सॉल्यूशन आर्किटेक्ट के रूप में काम करने की उम्मीद कर सकते हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर सिस्टम मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में सिस्टम मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 40,000 से 3.50 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 3 से 16 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- सिस्टम एनालिस्ट, डाटा बेस मैनेजर, नेटवर्क मैनेजर, सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर, सॉल्यूशन आर्किटेक्ट आदि।
• जॉब फील्ड- आईटी कंपनियां, ई-कॉमर्स फर्म, परामर्श फर्म, सरकारी संगठन, बैंकिंग, स्वास्थ्य, मीडिया, शिक्षा आदि।
एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, सीएमएटी या एमएएच सीईटी को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस कॉमन एडिमशन टेस्ट (CAT), मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (MAT), ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (GMAT) और जेवियर एप्टीट्यूड टेस्ट (XAT)आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- विपणन प्रबंधन
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
- प्रबंधकों के लिए लेखा और वित्त
- प्रबंधन के लिए मात्रात्मक तकनीक
- मानव संसाधन प्रबंधन
सेमेस्टर 2
- सामाजिक संचार
- संगठनात्मक व्यवहार के सिद्धांत
- संचालन प्रबंधन
- डेटाबेस प्रबंधन तंत्र
- सॉफ्टवेयर परियोजना प्रबंधन
सेमेस्टर 3
- ई-कॉमर्स
- डेटाबेस प्रबंधन तंत्र
- डेटा माइनिंग और डेटा वेयरहाउसिंग
- एसएपी प्रैक्टिकल का उपयोग कर प्रबंधन में कंप्यूटर अनुप्रयोग
- प्रबंधन के लिए अनुसंधान के तरीके
- सेमिनार
सेमेस्टर 4
- व्यावसायिक पर्यावरण नैतिकता
- ज्ञान प्रबंधन और सूचना प्रणाली
- सूचना सुरक्षा प्रणाली, नियंत्रण और लेखा परीक्षा
- कूटनीतिक प्रबंधन
- उद्यम संसाधन योजना
- परियोजना
एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- बीआईएमएस, बैंगलोर- फीस 3,25,000
- एम्स, बैंगलोर- फीस 2,25,000
- सिनर्जी प्रौद्योगिकी संस्थान, डेमन- फीस 54,700
- सीआईएमटी, कोयंबटूर- फीस 1,20,000
- एबीआईटी - जेआरडी टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, कटक आईएनआर- फीस 76,600
- अल्बर्टियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, कोच्चि- फीस 38,000
- एवी कॉलेज ऑफ साइंस, आर्ट्स एंड कॉमर्स, हैदराबाद- फीस 46,000
- विनोद गुप्ता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, खड़गपुर- फीस 5,71,900
- पीएसजी प्रौद्योगिकी, कोयम्बटूर- फीस 79,800
- डीओएमएस अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई- फीस 20,500
एमबीए इन सिस्टम मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- स्टोरेज स्पेशलिस्ट- सैलरी 10 लाख
- सेल्स मैनेजर- सैलरी 9,97 लाख
- नेटवर्क सिस्टम मैनेजर- सैलरी 2 लाख
- सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर- सैलरी 4 लाख
- सिस्टम एनालिस्ट- सैलरी 7 लाख
- सॉल्यूशन आर्किटेक्ट- सैलरी 16 लाख
यह खबर पढ़ने के लिए धन्यवाद, आप हमसे हमारे टेलीग्राम चैनल पर भी जुड़ सकते हैं।