रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट में एमबीए 2 साल का पूर्णकालिक स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम है जिसे 4 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है। यह पाठ्यक्रम उम्मीदवारों को एक संघ के प्रबंधन के क्षेत्र में व्यवसाय की तलाश करने का अधिकार देता है। इस कार्यक्रम को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि इसमें ऐसी अवधारणाएं शामिल हैं जिन्हें वास्तविक जीवन परिदृश्यों पर लागू किया जा सकता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• अवरेज सैलरी- 3 से 20 लाख तक
• कोर्स फीस- 50,000 से 5 लाख तक
• जॉब फील्ड- अपोलो, मैक्स, फोर्टिस, टाटा, डंकन, विप्रो, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, फोर्टिस हॉस्पिटल लिमिटेड आदि।
एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से सांख्यिकी, गणित, जैविक विज्ञान, कंप्यूटर अनुप्रयोग, आदि में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, मैट, एक्सएटी और सीएमएटी में किसी एक को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट में एमबीए के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, मैट, एक्सएटी और सीएमएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट में एमबीए का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- प्रबंधन की अनिवार्यता
- व्यापार में मात्रात्मक तरीके
- मानव संसाधन प्रबंधन
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
- कंप्यूटर अनुप्रयोग और एमआईएस
- ग्रामीण समाज और संस्थान
- सामाजिक अधिकारिता का प्रबंधन
- वित्तीय और प्रबंधकीय लेखा
सेमेस्टर 2
- वित्तीय प्रबंधन
- अनुसंधान क्रियाविधि
- ई-कॉमर्स
- भारतीय वित्तीय प्रणाली
- एनजीओ और एक्शन रिसर्च का प्रबंधन
- ग्रामीण विकास: अवधारणा, मॉडल और कार्यक्रम
- सतत कृषि का प्रबंधन
- ग्रामीण बाजार और विपणन प्रबंधन
सेमेस्टर 3
- व्यापार कानून
- पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन
- कृषि और उसके प्रबंधन में ऊर्जा की आवश्यकता
- पशुपालन, डेयरी और एक्वाकल्चर का प्रबंधन
- जल विभाजन प्रबंधन
- वैश्विक व्यापार पर्यावरण और ग्रामीण विकास
सेमेस्टर 4
- संगठनात्मक प्रभावशीलता और परिवर्तन
- सतत ग्रामीण विकास के लिए रणनीतियाँ
- उद्योग और कृषि-व्यवसाय
- ग्रामीण अवसंरचना
- हाई टेक बागवानी
- सटीक खेती
एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- एकेएस मैनेजमेंट कॉलेज, लखनऊ- फीस 64,700
- आईपीएम, जौनपुर- फीस 84,500
- केयूएफओएस, कोच्चि- फीस 80,050
- जीवीपी, अहमदाबाद- फीस 12,530
- जीआरआई, डिंडीगुल- फीस 30,620
- एकेटीयू, लखनऊ- फीस 59,700
- एसआरएलटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, इटावा- फीस 70,000
एमबीए इन रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- रूरल डेवलपमेंट ऑफिसर - सैलरी 5.52 लाख
- ऑपरेशन मैनेजर- सैलरी 2.85 लाख
- बैंकिंग एग्जीक्यूटिव- सैलरी 4 लाख
- इवेस्टमेंट एनालिस्ट- सैलरी 3.40 लाख
- फाइनेंस मैनेजर- सैलरी 2.67 लाख
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