पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट में एमबीए एक 2 साल का पोस्टग्रेजुएट कोर्स है जो पोर्ट और शिपिंग बिजनेस से जुड़ी विभिन्न प्रक्रियाओं के साथ-साथ इसके लिए सक्षम प्रशासन रणनीतियों को पढ़ाने से संबंधित है। यह कोर्स छात्रों को आवश्यक फील्ड एक्सपोजर से लैस करता है और उन्हें जटिल प्रशासन और संरचनात्मक सुधारों के साथ-साथ इससे संबंधित नियमों और विनियमों से अवगत कराता है जो पोर्ट और शिपिंग व्यवसाय के कामकाज में महत्वपूर्ण हैं और साथ ही उन्हें इस पेशे की आवश्यक सावधानियों और सटीकता से परिचित कराता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 80,000 से 6,00,00
• सैलरी- 5 से 8 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- पोर्ट मैनेजर, पोर्ट्स ऑपरेशन ऑफिसर, शिपिंग मैनेजर और सीनियर शिपिंग ऑफिसर, कार्गो ऑपरेशन मैनेजर, क्रूज शिप मैनेजर।
• जॉब फील्ड- मेर्स्क लाइन, एस्सार शिपिंग, शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, जीई शिपिंग, मैरीटाइम प्रा. सीमित, वैश्विक अपतटीय आदि।
एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए एमबीए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, एक्सएटी, मैट और सीएमएटी में से किसी एक को उत्तीर्ण करना होगा।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT), कॉमन मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट (CMAT), जेवियर एडमिशन टेस्ट (XAT) और मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (MAT) आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट में एमबीए का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- अर्थशास्त्र प्रबंधन और निर्णय
- मात्रात्मक विधियां
- व्यापार संचार
- संगठनात्मक व्यवहार
- संचालन प्रबंधन
- प्रबंधन के सिद्धांत और व्यवहार
- बंदरगाह और टर्मिनल प्रबंधन
- अंतर्राष्ट्रीय समुद्री परिवहन
- बंदरगाह और नौवहन में आईटी अनुप्रयोग
- पोर्ट और शिपिंग उद्योग लेखा
सेमेस्टर 2
- विपणन प्रबंधन
- व्यापार अनुसंधान के तरीके
- मानव संसाधन प्रबंधन
- कार्यकारी संचार
- समुद्री अर्थशास्त्र
- लाइनर और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट
- दुकान दलाली और चार्टरिंग
- पोर्ट और शिपिंग वित्तीय प्रबंधन
- कार्यक्रम वैकल्पिक
- ओपन ऐच्छिक / उद्योग यात्रा
सेमेस्टर 3
- रणनीतिक प्रबंधन
- अर्थमिति
- कार्यकारी संचार प्रो
- बंदरगाह योजना
- जहाज एजेंसी प्रबंधन
- बंकरिंग प्रबंधन
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संचालन और दस्तावेज़ीकरण
- परियोजना प्रबंधन और अनुबंध प्रशासन
- ओपन इलेक्टिव II
- कार्यक्रम वैकल्पिक द्वितीय
- डिसर्टेशन
- गर्मियों में प्रशिक्षण
सेमेस्टर 4
- ग्राहक संबंध प्रबंधन
- समुद्री कानून
- समुद्री एचएसई प्रबंधन
- निबंध द्वितीय
एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- एमआईटीसीओएम, पुणे- फीस 2,50,000
- आईएमयू, चेन्नई- फीस 2,00,000
- श्रीनिवास यूनिवर्सिटी, मैंगलोर- फीस 95,000
- आईएमए, चेन्नई- फीस 80,000
एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- शिपिंग मैनेजर- सैलरी लगभग 4.35 लाख
- पोर्ट मैनेजर- सैलरी लगभग 6 लाख
- ऑपरेशन मैनेजर- सैलरी लगभग 7 लाख
- ऑपरेशन एंड पोर्ट मैनेजमेंट ऑफिसर इन मर्चेंट नेवी- सैलरी 7.78 लाख
- यार्ड ऑफिसर- सैलरी 5.58 लाख
- पोर्ट प्लेनिंग एंड डेवलेपमेंट ऑफिसर- सैलरी 4.87 लाख
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