एमबीए इन मार्केटिंग कोर्स छात्रों को एनालिटिक्स, स्टोरीटेलिंग, कम्युनिकेशन, कस्टमर बिहेवियर और मैनेजमेंट स्किल्स की मदद से किसी विशेष उत्पाद के बारे ज्ञान और तकनीक प्रदान करता है। दरअसल, एमबीए मार्केटिंग एमबीए की शीर्ष विशेषज्ञताओं में से एक है जो बाजार अनुसंधान, विज्ञापन, ब्रांडिंग और अंतरराष्ट्रीय बाजारों जैसे विषयों पर केंद्रित है। बता दें कि एमबीए मार्केटिंग ने भारत में डिजिटल मार्केटिंग के विकास के साथ एक नया जीवन पाया है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन मार्केटिंग से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर मार्केटिंग में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में मार्केटिंग में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन मार्केटिंग
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 5 से 25 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 5 से 7 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव, डिजिटल मार्केटर, रिटेल मार्केटर आदि।
एमबीए इन मार्केटिंग: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, सीएमएटी या एमएएच सीईटी को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन मार्केटिंग: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन मार्केटिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन मार्केटिंग के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन मार्केटिंग में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन मार्केटिंग के लिए एडमिशन प्रोसेस कॉमन एडिमशन टेस्ट, मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट, महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट, एटीएमए, सीएमएटी, जीमैट, स्नैप, एनएमएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एमबीए इन मार्केटिंग का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन मार्केटिंग: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- प्रबंधन अवधारणाओं
- व्यापारिक वातावरण
- प्रबंधन में मात्रात्मक तकनीक
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
- सांख्यिकीय विश्लेषण और संचालन अनुसंधान
- प्रबंधकीय संचार
- वित्तीय प्रबंधन
सेमेस्टर 2
- लागत और प्रबंधन लेखा
- विपणन प्रबंधन
- ग्राहक बर्ताव
- उत्पादन और संचालन प्रबंधन
- विज्ञापन प्रबंधन
- मानव संसाधन प्रबंधन
- लेखा और प्रबंधकीय निर्णय
सेमेस्टर 3
- कूटनीतिक प्रबंधन
- उद्यमिता विकास
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार
- औद्योगिक विपणन
- खुदरा प्रबंधन
- ई-कॉमर्स
- सेवा विपणन और सीआरएम
सेमेस्टर 4
- प्रबंधन सूचना प्रणाली
- उत्पाद और ब्रांड प्रबंधन
- बिक्री और वितरण प्रबंधन
- एकीकृत विपणन संचार
- रसद और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन
- सम्पूर्ण गुणवत्ता प्रबंधन
- प्रबंधन नियंत्रण प्रणाली
एमबीए इन मार्केटिंग: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), कोझिकोड- फीस 19,00,000
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), रुड़की- फीस 14,50,000
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), मद्रास- फीस 30,00,000
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), तिरुचिरापल्ली- फीस 18,00,000
- एसपी जैन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (SPJIMR), मुंबई- फीस 17,50,000
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), रायपुर- फीस 14,50,000
- सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (SIBM), पुणे- फीस 19,50,000
- ग्रेट लेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, चेन्नई- फीस 16,50,0000
- नरसी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (NMIMS), मुंबई- फीस 6,00,000
- आईसीएफएआई फाउंडेशन फॉर हायर एजुकेशन (IFHE), हैदराबाद- फीस 15,00,000
एमबीए इन मार्केटिंग: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- रिटेल मार्केटिंग फ्रेशर- सैलरी 20,000
- विपणन कार्यकारी- सैलरी 25,000
- मार्केटिंग फील्ड एक्जीक्यूटिव- सैलरी 27,000
- डिजिटल मार्केटर- सैलरी 25,000
- डिजिटल मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव- सैलरी 35,000
- डिजिटल मार्केटिंग एंटरप्रेन्योर- सैलरी 50,000
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