मार्केटिंग एंड फाइनेंस में एमबीए मार्केटिंग और फाइनेंसिंग के क्षेत्र में रुचि रखने वाले उम्मीदवारों के लिए 2 साल का पोस्ट-ग्रेजुएट प्रोग्राम है। यह कोर्स छात्रों को मार्केटिंग और वित्त के क्षेत्र में एमबीए मार्केटिंग और वित्त पाठ्यक्रमों के माध्यम से प्राप्त ज्ञान के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए तैयार करता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन मार्केटिंग एंड फाइनेंस से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर मार्केटिंग एंड फाइनेंस में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में मार्केटिंग एंड फाइनेंस में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन मार्केटिंग एंड फाइनेंस
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 12,000 से 12 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 2 से 7 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव, रिलेशनशिप मैनेजर, फाइनेंस एनालिस्ट, बिजनेस एनालिस्ट आदि।
• जॉब फील्ड- टाटा महिंद्रा, रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड (आरबीएस), बायोकॉन, एचसीएल, आदि।
एमबीए इन मार्केटिंग एंड फाइनेंस: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए एमबीए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, एक्सएटी, स्नैप, सीएमएटी में से किसी एक को उत्तीर्ण करना होगा।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन मार्केटिंग एंड फाइनेंस: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन मार्केटिंग एंड फाइनेंस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन मार्केटिंग एंड फाइनेंस के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन मार्केटिंग एंड फाइनेंस में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन मार्केटिंग एंड फाइनेंस के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, एक्सएटी, स्नैप और सीएमएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें मार्केटिंग एंड फाइनेंस में एमबीए का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन मार्केटिंग एंड फाइनेंस: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- वित्तीय और प्रबंधन लेखा
- व्यापार संचार
- व्यापर के सिद्धान्त
- मात्रात्मक विधियां
- संगठनात्मक व्यवहार
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
सेमेस्टर 2
- वैश्विक वित्तीय बाजार और उत्पाद
- मानव संसाधन प्रबंधन
- ई-बिजनेस फंडामेंटल
- उपभोक्ता अनुसंधान
- खुदरा विपणन
- सामरिक प्रबंधन और व्यापार नीति
सेमेस्टर 3
- डेरिवेटिव और जोखिम प्रबंधन
- ऐच्छिक
- गर्मियों में प्रशिक्षण
- बैंकों और वित्तीय संस्थानों का प्रबंधन
- सामरिक उत्पाद प्रबंधन
- बहुराष्ट्रीय वित्त
- जनसंपर्क के सिद्धांत
- विज्ञापन और बिक्री संवर्धन
- ग्राहक संबंध प्रबंधन
- विपणन कानून
- आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन
- सामाजिक संचार
सेमेस्टर 4
- बिक्री और वितरण प्रबंधन
- ऐच्छिक
- उन्नत आईटी उपकरण या सूचना प्रणाली और अनुप्रयोग
- सेवा विपणन
- विपणन ऑडिट
- उभरती हुई विपणन अवधारणाएं
- ग्रामीण विपणन
- गैर-लाभकारी संगठन के लिए विपणन
- मौखिक परीक्षा
- अंतरराष्ट्रीय विपणन
- डायरेक्ट और इवेंट मार्केटिंग
- खुदरा खरीद तकनीक
एमबीए इन मार्केटिंग एंड फाइनेंस: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- यूनिवर्सल बिजनेस स्कूल (यूएसबी) कर्जात- फीस 1,098,000
- पूर्णिमा विश्वविद्यालय (पीयू) जयपुर सीएटी- फीस 2,15,000
- रमैया प्रौद्योगिकी संस्थान (आरआईटी) बैंगलोर- फीस 1,08,000
- बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ टेलीकॉम एंड मैनेजमेंट, पुणे- फीस 8,45,000
- एनआईटीटीई मीनाक्षी प्रौद्योगिकी संस्थान, बैंगलोर- फीस 85,390
- जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी, स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मैनेजमेंट (एसबीएम) जयपुर- फीस 3,57,000
- मार्टिन लूथर क्रिश्चियन यूनिवर्सिटी (एमएलसीयू) शिलांग- फीस 2,95,000
- जैन यूनिवर्सिटी (जेयू) बैंगलोर- फीस 9,90,000
- एमएटीएस यूनिवर्सिटी रायपुर- फीस 3,50,000
- शरनाबासव विश्वविद्यालय गुलबर्गा- फीस 1,08,000
एमबीए इन मार्केटिंग एंड फाइनेंस: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- मार्केटिंग मैनेजर- सैलरी 4 से 5 लाख तक
- मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव- सैलरी 2 से 3 लाख तक
- फाइनेंशियल एनालिस्ट- सैलरी 3 से 4 लाख तक
- सेल्स मैनेजर- सैलरी 9 से 10 लाख तक
- डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर- 4 से 5 लाख तक
- बिजनेस एनालिस्ट- सैलरी 5 से 7 लाख तक
- रिलेशनशिप मैनेजर- सैलरी 6 से 7 लाख तक
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