अस्पताल प्रशासन में एमबीए 2 साल का पीजी डिग्री कोर्स है जिसको चार सेमेस्टर में विभाजित किया गया है। इस कोर्स का उद्देश्य स्नातकों को विकसित करना है जो वित्तीय प्रबंधन और सार्वजनिक स्वास्थ्य संरचना के बारे में आवश्यक ज्ञान रखते हैं। अस्पताल प्रशासन में एमबीए करने के बाद स्नातक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों का आयोजन और वित्तपोषण करते हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको अस्पताल प्रशासन में एमबीए से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर अस्पताल प्रशासन में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में अस्पताल प्रशासन में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- अस्पताल प्रशासन में एमबीए
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 1.5 लाख से 7 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 2 से 10 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- हेल्थकेयर फाइनेंस मैनेजर, मेडिकल और हेल्थ सर्विस मैनेजर, हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर, मेडिकल डायरेक्टर, ब्लड बैंक एडमिनिस्ट्रेटर, हॉस्पिटल बिजनेस मैनेजर, फूड एंड बेवरेज मैनेजर आदि।
• जॉब फील्ड- फार्मास्यूटिकल्स, स्वास्थ्य बीमा कंपनियां, सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग, अस्पताल परामर्श फर्म, प्रयोगशालाएं और क्लिनिक, स्वास्थ्य एजेंसियां मानसिक स्वास्थ्य संगठन, नर्सिंग होम आदि।
अस्पताल प्रशासन में एमबीए: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए एमबीए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, मैट, एक्सएटी और सीएमएटी में से किसी एक को उत्तीर्ण करना होगा।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
अस्पताल प्रशासन में एमबीए: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में अस्पताल प्रशासन में एमबीए कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
अस्पताल प्रशासन में एमबीए के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार अस्पताल प्रशासन में एमबीए में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि अस्पताल प्रशासन में एमबीए के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, मैट, एक्सएटी और सीएमएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें अस्पताल प्रशासन में एमबीए का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
अस्पताल प्रशासन में एमबीए: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- विपणन प्रबंधन
- प्रबंधन के सिद्धांत
- व्यावसायिक आंकड़े
- संगठनात्मक व्यवहार
- व्यापार कानून
- वित्तीय लेखांकन
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
सेमेस्टर 2
- वित्तीय प्रबंधन
- विपणन रणनीति और अनुप्रयोग
- व्यापार गणित और संचालन अनुसंधान
- नैदानिक सेवाओं का संगठन और प्रशासन
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों का प्रबंधन
- सामग्री प्रबंधन
- मानव संसाधन प्रबंधन
सेमेस्टर 3
- प्रबंधन सूचना प्रणाली
- व्यापार नीति और सामरिक प्रबंधन
- औषधि प्रबंधन
- गुणवत्ता प्रबंधन
- स्वास्थ्य और अस्पताल के लिए विधान
- स्वास्थ्य शिक्षा और संचार
- विदेशी भाषा
सेमेस्टर 4
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार
- एप्लाइड महामारी विज्ञान
- अस्पताल योजना
- प्रबंधन नियंत्रण प्रणाली
- विदेशी भाषा
- पर्यावरण प्रबंधन और व्यवसाय
- अंतिम परियोजनाएं
अस्पताल प्रशासन में एमबीए: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश- फीस 4.05 लाख
- स्कूल ऑफ मैनेजमेंट कांचीपुरम- फीस 7.1 लाख
- एमजीएम इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च औरंगाबाद- फीस 2.5 लाख
- पीपुल्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च भोपाल- फीस 1.4 लाख
- रॉयल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (आरजीयू) गुवाहाटी- फीस 4.53 लाख
- ए जे इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, मैंगलोर- फीस 2.8 लाख
- सीएमजे विश्वविद्यालय, मेघालय- फीस 1.45 लाख
- गुरु काशी विश्वविद्यालय, भटिंडा- फीस 1.23 लाख
- प्रशांत विश्वविद्यालय, उदयपुर- फीस 1.5 लाख
- प्रबंधन अध्ययन संस्थान, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर- फीस 1.26 लाख
- जेएसएस एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च मैसूर- फीस 3.57 लाख
अस्पताल प्रशासन में एमबीए: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- हेल्थकेयर फाइनेंस मैनेजर- सैलरी 10 लाख
- मेडिकल एंड हेल्थ सर्विस मैनेजमेंट- सैलरी 12 लाख तक
- हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर- सैलरी 5 लाख तक
- मेडिकल डारेक्टर- सैलरी 3 लाख तक
- ब्लड बैंक एडमिनिस्ट्रेटर- सैलरी 11 लाख तक
- एचआर रिक्रूर्ट- सैलरी 2 लाख तक
यह खबर पढ़ने के लिए धन्यवाद, आप हमसे हमारे टेलीग्राम चैनल पर भी जुड़ सकते हैं।