बायोइनफॉरमैटिक्स में एमबीए जैव सूचना विज्ञान की बेहतर समझ हासिल करने के लिए विश्वविद्यालयों द्वारा संचालित दो वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम कार्यक्रम है। एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स कोर्स छात्रों को आगे की प्रक्रिया और अनुसंधान विश्लेषण के लिए जैविक आणविक आनुवंशिकी और जीनोम की जानकारी एकत्र करने और वर्गीकृत करने में कम्प्यूटरीकृत ज्ञान के अनुप्रयोग को सीखने की अनुमति देता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर बायोइनफॉरमैटिक्स में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में बायोइनफॉरमैटिक्स में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 5 से 15 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 3 से 14 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- बायोमेडिकल ऑफिसर्स, टेक्नो कमर्शियल एग्जीक्यूटिव्स, बायोमेडिकल इंफॉर्मेटिक्स ट्रेनर्स, एनालिस्ट्स, मार्केटिंग एक्सपर्ट्स या कंसल्टेंट्स, उद्यमियों आदि।
• जॉब फिल्ड- फार्मा फोर्स, लाइफसेल, एमक्योर, सन फार्मा, ग्लेनमार्क, रैनबैक्सी, ज़ाइडस, अरबिंदो, आईबीएम, जॉनसन एंड जॉनसन आदि।
एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से सांख्यिकी, गणित, जैविक विज्ञान, कंप्यूटर अनुप्रयोग, आदि में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, सीएमएटी या एमएएच सीईटी को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स के लिए एडमिशन प्रोसेस कॉमन एडिमशन टेस्ट (CAT), मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (MAT) और महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (MAH CET) आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- जीवन विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी का परिचय और जैव सूचना विज्ञान का परिचय
- महामारी विज्ञान और जैव सांख्यिकी खुदरा प्रबंधन। खुदरा बिक्री और भारतीय खुदरा बिक्री का परिचय
- विपणन प्रबंधन, प्रबंधन व्यवसाय सांख्यिकी के सिद्धांत, संगठनात्मक व्यवहार
- फार्मास्युटिकल उद्योग प्रबंधन। फार्मा बिजनेस एनवायरनमेंट फार्माकोलॉजी बायोटेक्नोलॉजी का परिचय
- बीपीओ/केपीओ और बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट का परिचय बिजनेस एनवायरनमेंट लॉजिस्टिक्स एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट, लॉजिस्टिक्स का परिचय
सेमेस्टर 2
- फार्मास्यूटिकल्स, जैव रसायन में उपभोक्ता व्यवहार। फिजियोलॉजी और एनाटॉमी, नए उत्पाद लॉन्च और फार्मास्युटिकल्स में ब्रांड बिल्डिंग, फार्मास्युटिकल्स और ऑडिटिंग फार्मास्युटिकल मार्केट्स में रोग प्रबंधन विज्ञापन
- कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी। कम्प्यूटिंग और प्रोग्रामिंग में अवधारणा, डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली का परिचय, संरचनात्मक जैव सूचना विज्ञान, संख्यात्मक तरीके और ऊर्जा अनुकूलन तकनीक 6. आणविक जीव विज्ञान
- जैव प्रौद्योगिकी के लिए उत्पादन योजना और नियंत्रण के मूल तत्व, हाई-टेक वातावरण में मानव संसाधन प्रबंधन बौद्धिक संपदा अधिकार और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण जैव प्रौद्योगिकी संयंत्र प्रबंधन और सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन उत्पाद और ब्रांड प्रबंधन। उत्पादन प्रबंधन
- कराधान, आउटसोर्सिंग में सिक्स सिग्मा गुणवत्ता, बैक ऑफिस प्रोसेसिंग। ई-ग्राहक संबंध प्रबंधन, टेलीमार्केटिंग केपीओ अनुसंधान एवं विश्लेषण
- समुद्री परिवहन, बंदरगाह योजना और वित्त प्रबंधन, सेवा विपणन, का अर्थशास्त्र। लाइनर ट्रेड एंड मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट, ग्लोबल ट्रेड एंड प्रैक्टिसेज, रेगुलेशन एंड डॉक्यूमेंटेशन
सेमेस्टर 3
- अस्पताल प्रबंधन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों का प्रबंधन, स्वास्थ्य नीति और प्रशासन, नैदानिक सेवाओं का संगठन और प्रशासन, सामग्री प्रबंधन, अनुसंधान एवं विकास प्रबंधन और ज्ञान प्रक्रिया
- जैव सूचना विज्ञान- लागत और प्रबंधन लेखा, व्यवसाय के कानूनी पहलू। उत्पादन प्रबंधन, अनुसंधान पद्धति अनुप्रयोग और जैव प्रौद्योगिकी की पद्धति
- जैव प्रौद्योगिकी-लागत और प्रबंधन लेखांकन व्यवसाय के कानूनी पहलू, उत्पादन प्रबंधन, अनुसंधान पद्धति, जीवन बीमा की प्रमुख अवधारणा
- फार्मास्युटिकल उद्योग प्रबंधन। लागत और प्रबंधन लेखा, व्यवसाय के कानूनी पहलू, उत्पादन प्रबंधन, अनुसंधान पद्धति, फार्मास्युटिकल मार्केटिंग में रणनीतिक मुद्दे, बिक्री प्रबंधन
- विदेशी भाषा
सेमेस्टर 4
- EXIM, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बाजार और निवेश बैंकिंग, अंतर्राष्ट्रीय रसद और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, अंतर्राष्ट्रीय कानून। वैश्विक परियोजना प्रबंधन, बहुराष्ट्रीय निगमों के लिए रणनीति तैयार करना और कार्यान्वित करना, अंतिम परियोजना
- हॉस्पिटल मैनेजमेंट, इंटरनेशनल बिजनेस, एप्लाइड एपिडेमियोलॉजी, हॉस्पिटल प्लानिंग, फाइनल प्रोजेक्ट
- बायोइनफॉरमैटिक्स- इंटरनेशनल बिजनेस, पर्ल प्रोग्रामिंग, मॉलिक्यूलर मॉडलिंग एंड ड्रग डिजाइन, जावा बेसिक्स, बायो मार्कअप लैंग्वेज, विजुअल प्रोग्रामिंग कॉन्सेप्ट और वेब प्रोग्रामिंग, फाइनल प्रोजेक्ट
- जैव प्रौद्योगिकी - अंतर्राष्ट्रीय व्यापार। जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान एवं विकास प्रबंधन, नवाचार और ज्ञान प्रबंधन में सिमुलेशन और अनुकूलन 5. जैव प्रौद्योगिकी में उभरते रुझान, परियोजना प्रबंधन, अंतिम परियोजना
- इंटर्नशिप/प्रोजेक्ट/वाइवा-वॉयस
एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- ग्लोबल बिजनेस स्कूल एंड रिसर्च सेंटर, पुणे- फीस 1,65,000
- डीवाई पाटिल विश्वविद्यालय, नवी मुंबई- फीस 2,37,500
- ग्लोबल ओपन यूनिवर्सिटी, दीमापुर- फीस 14,462
एमबीए इन बायोइनफॉरमैटिक्स: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- बायोइनफॉरमैटिक्स स्पेशलिस्ट- सैलरी 5 से 9 लाख
- बायोइनफॉरमैटिक्स एनालिस्ट- सैलरी 3 से 9 लाख
- क्वालिटी एस्योरेंश मैनेजर- सैलरी 5 से 8 लाख
- मैन्यूफेक्चरिंग मैनेजर- सैलरी 7 से 10 लाख
- सिनियर सेल्स एग्जीक्यूटिव- सैलरी 3 से 7 लाख
- टीचर/रिसर्च एसोसिएट- सैलरी 5 से 9 लाख
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