अर्थक्वेक इंजीनियरिंग कोर्स में छात्रों को भूकंप के जोखिम से मानव निर्मित संरचनाएं जैसे पुल, बिल्डिंग आदि जैसी चीजों को कैसे बचाया जाए आदि की जानकारी दी जाती है। इस कोर्स में छात्रों केवल एमटेक कोर्स कर सकते हैं क्योंकि बीई और बीटेक में इस उपलब्ध नहीं करवाया गया है। आपको बता दें कि अर्थक्वेक इंजीनियरिंग कोर्स सिविल इंजीनियरिंग कोर्स की एक ब्रांच है। जिसमें छात्रों के लिए स्पेशलाइजेशन कोर्स ऑफर किया जाता है। कोर्स में छात्रों को भूकंप प्रिरोधी योजना, सुविधाएं, डिजाइन, निर्माण और मैनेजमेंट सहित कई अन्य विषयों की जानकारी जददी दी जाती है। साथ इसमें लैब के माध्यम से चीजों को सीखाया जाता है। साथ ही साथ कोर्स के दौरान छात्रों को इंटर्नशिप करने की सलाह भी दी जाती है ताकि उन्हें वास्तविकता से रूबरू होने का मौका प्राप्त हो और वह एक अच्छे पेशेवर के तौर पर कार्य कर सकें।
एमटेक इन अर्थक्वेस इंजीनियरिंग कोर्स 2 साक का प्रोग्राम है। इस कोर्स को भारत के कुछ चुनिंदा कॉलेज ही ऑफर करते हैं। कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को इंजीनियरिंग की प्रमुख परीक्षा गेट की परीक्षा में शामिल होना होता है। जब बात आती है मास्टर कोर्स की तो इसमें सबेस प्रसिद्ध परीक्षा गेट की परीक्षा को माना जाता है। कोर्स की फीस की बात करें तो इस कोर्स की फीस 40 हजार से 5 लाख रुपये तक जा सकती है। कोर्स पूरा कर छात्र भारत की टॉप कंपनियों में कार्य कर सकते हैं और सालाना 2 से 10 लाख रुपये का वेतन कमा सकते हैं। कोर्स की योग्यता, कॉलेज और फीस के साथ करियर ऑप्शन की जानकारी छात्रों के लिए लेख में नीचे दी गई है। आइए जाने -
एमटेक इन अर्थक्वेक इंजीनियरिंग : प्रवेश प्रक्रिया
कोर्स में प्रवेश केवल प्रवेश परीक्षा के माध्यम से लिया जा सकता है। प्रवेश परीक्षा का आयोजन संस्थान, राज्य और राष्ट्र स्तर पर होती है। जिसमें छात्रों को परीक्षा आयोजित करने वाली कंडक्टिंग बॉडी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना है।
गेट (GATE)
एसआरएमजेईई (SRMJEE)
डब्ल्यूबीजेईई (WBJEE)
एपी पीजीसीईटी (AP PGECET)
टीएस पीजीईसीईटी (TS PGECET)
एमटेक इन अर्थक्वेक इंजीनियरिंग : योग्यता
- अर्थक्वेक इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को इंजीनियरिंग में बीई या बीटेक की डिग्री कोर्स प्राप्त करनी होगी।
- बीई या बीटेक में छात्र के कम से कम 50 से 55 प्रतिशत अंक प्राप्त होने अनिवार्य है।
- कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य है।
-आरक्षित श्रेणी के छात्रों को सरकार द्वारा जारी गाइडलाइनस के अनुसार 5 प्रतिशत की छूट प्राप्त है। यानी इन छात्रों को कम से कम 45 से 50 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता है।
हर संस्थान की अपनी अगल प्रवेश योग्यता होती है। किसी विशेष संस्थान में प्रवेश के लिए छात्रों को संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। आधिकारिक वेबसाइट दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़े।
एमटेक इन अर्थक्वेक इंजीनियरिंग : सिलेबस
मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी इन अर्थक्वेक इंजीनियरिंग कोर्स की अवधि 2 साल की है। जिसे सेमेस्टर के अनुसार बांटा गया है। सेमेस्टर के माध्यम से छात्रों को इस कोर्स के लिए आसान बनाने का प्रयत्न किया गया है। यहां इस लेख में आपको कोर्स का एक एकिकृत सिलेबस दिया जा रहा है जो कोर्स में छात्रों को पढ़ाया जाएगा। ये कोर्स के कोर विषय हैं।
- एडवांस स्ट्रक्चरल एनालिसिस
- थ्योरी ऑफ वाइब्रेशन
- ऑप्टिमाइजेशन टेक्निक
- फंडामेंटल ऑफ अर्थक्वेक एनालिसिस
- फिनाइट एलिमेंट मेथड
- एनालिसिस एंड डिजाइन आफ टॉल बिल्डिंग
- स्ट्रक्चर लेबोरेटरी
- सिस्मोलोजि लेबोरेटरी
- सिस्मोलोजि एंड जियोटेक्निकल अर्थक्वेक इंजीनियरिंग
- अर्थक्वेक रेजिस्टेंट डिजाइन ऑफ स्ट्रक्चर
- एडवांस आरसीसी डिजाइन
- डेस्रेशन
- डेस्रेशन लैब
- स्ट्रक्चरल डायनमिक्स लैब
- सॉफ्टवेयर लेबोरेटरी सेमिनार
एमटेक इन अर्थक्वेक इंजीनियरिंग : कॉलेज और फीस
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की - 1,05,000 रुपये
इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स, धनबाद - 43,000-86,000 रुपये
विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर - 21,000 रुपये
मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर - 54,300 रुपये
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिलचर - 35,000 - 45,400 रुपये
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, अगरतला - 50,000 रुपये
जामिया मिलिया इस्लामिया - जेएमआई, नई दिल्ली - 36,700 रुपये
एमटेक इन अर्थक्वेक इंजीनियरिंग : करियर ऑप्शन
अर्थक्वेक इंजीनियरिंग में एमटेक कोर्स करने के बाद छात्र पीएचडी कर सकते हैं और चाहें तो वह नौकरी कर सालाना अच्छा वेतन प्राप्त कर सकते हैं। इस कोर्स को पूरा कर छात्र जिन पदों पर और कंपनियों में कार्य कर सकते हैं उसकी जानकारी नीचे दी गई है।
जॉब प्रोफाइल और सैलरी
मॉडल डेवलपमेंट एनालिसिस - 2 से 4 लाख रुपये सालाना
प्रिंसिपल सॉफ्टवेयर इंजीनियर - 6 से 8 लाख रुपये सालाना
रिमोट सेंसिंग इंजीनियर - 3 से 4 लाख रुपये सालाना
सीनियर जोखिम एनालिसिस - 6 से 8 लाक रुपये सालाना
सीनियर जीआईएस इंजीनियर - 5 से 8 लाख रुपये सालाना
सिस्टर एडमिनिस्टर - 3 से 5 लाख रुपये सालाना
टेक्नोलॉजी सर्विस इंजीनियरिंग - 4 से 6 लाख रुपये सालाना
सेस्मिक डाटा कलेक्शन इंजीनियर - 9 से 10 लाख रुपये सालाना
सर्वे जियोलॉजिस्ट - 5 लाख रुपये सालाना
जियो साइंटिस्ट - 5 से 6 लाख रुपये सालाना
मिनरल इंजीनियर - 5 से 7 लाख रुपये सालाना
जीआईएस एनालिस्ट - 2.5 लाख से 3.5 लाख रुपये सालाना
रोजगार क्षेत्र
कॉलेज और विश्वविद्यालय
आर एंड डी संगठन
पुल / राजमार्ग / रेलवे / बंदरगाह
अंतरिक्ष स्टेशन
भर्तीकर्ता
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई)
केंद्रीय भूजल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी)
तेल और प्राकृतिक गैस आयोग (ओएनजीसी)
खनिज और धातु व्यापार निगम (एमएमटीसी)
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड
कोल इंडिया एंड मिनरल एक्सप्लोरेशन लिमिटेड