डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स फाइन आर्ट्स के क्षेत्र का कोर्स है। परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स के बारे में सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि ये है क्या? परफॉर्मिंग आर्ट्स का वह आर्ट है जो दर्शकों द्वारा साराही जाती है जैसे नाटक, संगीत, डांस आदि। इस तरह के कला को को दर्शकों की जरूरत होती है। परफार्मिंग आर्ट में छात्र डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स करवाए जाते हैं। इस कोर्स में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा छात्र किसी एक स्पेशलाइजेशन में भी कर सकते हैं। जिन छात्रों को संगीत, नृत्य और नाटक जैसे गतिवधियां पसंद है उन छात्रों के लिए ये कोर्स एक बेहतरीन ऑप्शन है। इस कोर्स के माध्यम से छात्र अपनी हॉबी को अपने करियर में भी बदल सकते हैं। क्रिएटिव छात्रों के लिए ये एक अच्छा कोर्स है। छात्र इस कोर्स को करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं और इसके साथ भी किसी कोर्स में डिग्री कर सकते हैं। कई संस्थानों द्वारा इस कोर्स को डिस्टेंस और रेगुलर मोड में भी कर सकते हैं। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स में मुख्यतः कर्नाटक संगीत और भरतनाट्यम के बारे में बताने जा रहे हैं इसके अलावा किन इस कोर्स में और क्या विषय पढ़ाए जाते हैं उनकी जानकारी भी आपको देने वाले है। आइए कोर्स के बारे में और विस्तार में जाने।
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स 1 से 3 साल का कोर्स है। कोर्स की अवधि संस्थान और कोर्स पर आधारित होता है। मुख्य तौर पर डिप्लोमा कोर्स की अवधि 1 साल क होती है लेकिन कोर्स- कोर्स पर इस अवधि में परिवर्तन हो सकता है। इस कोर्स में छात्र मेरिट के आधार पर प्रवेश ले सकते हैं। कक्षा 12वीं के बाद छात्र कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। कोर्स पूरा करने के बाद आप कई पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं और चाहें उच्च शिक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस कोर्स में थ्योरी और प्रैक्टिकल के माध्यम से कोर्स का पूरा ज्ञान दिया जाता है। इस कोर्स में छात्रों को डांस, संगीत और नाटक के इतिहास, योगा और एक्सरसाइज, भारतीय संस्कृतिक नृत्य और सगीत के बारे में सिखाया जाता है।
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स : योग्यता
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स करने के लिए छात्रों को कक्षा 12वीं किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से पास करना अनिवार्य है।
किसी भी स्ट्रीम का छात्र इस कोर्स में प्रवेश ले सकता है।
कक्षा 12वीं में छात्रों के कम से कम 45 प्रतिशत अंक होने चाहिए।
कोर्स में प्रवेश लेने के लिए छात्रों की आयु 15 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स : सिलेबस
भरतनाट्यम का सिलेबस
- थ्योरी
- अदावस
- प्रैक्टिकल वोकल
- कंपोजिंग
- परफॉर्मिंग नवरसा
- थ्योरी
- प्रैक्टिकल वोकल
- अलारिप्पु
- पुष्पांजलि
- स्लोगम
- कंपोजिंग नातिया नदगाम
- कॉस्टयूम एंड मेकअप
- थ्योरी
- प्रैक्टिकल वोकल
- इंट्रोडक्शन के म्यूजिक
- ताल
- म्यूजिक फॉर्म्स
- थ्योरी
- प्रैक्टिकल
- थ्योरी
- प्रैक्टिकल
- म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट
- म्यूजिक फॉर्म्स
- राग
- लक्ष्मण और गमकाशी
- हिस्ट्री ऑफ म्यूजिक डांस एंड ड्रामा
- हिस्ट्री ऑफ इंडियन डांस एंड ड्रामा
- थ्योरी ऑफ क्लासिकल म्यूजिक एंड डांस
- फोल्क म्यूजिक एंड म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट
- वर्ल्ड डांस एंड म्यूजिक
- एसथेटिक एंड एडवांस
- इंडियन कल्चर एंड आर्ट
- योगा एंड एक्सरसाइज
- प्रोजेक्ट
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश
- सुभारती कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स एंड फैशन डिजाइन, उत्तर प्रदेश
- डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय, असम
- इंस्टीट्यूट ऑफ विजुअल एंड परफार्मिंग, उत्तर प्रदेश
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
- साउथन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट एंड डिजाइन (एसआईएडी), तमिलनाडु
- इंडियन एकेडमी ऑफ ड्रैमेटिक आर्ट्स, नई दिल्ली
- तमिल विश्वविद्यालय, तमिलनाडु
- ललित कलाक्षेत्र रविराज इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट एंड कल्चर, तमिलनाडु
- आर्टेमिसिया कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड डिजाइन (एसीएडी), इंदौर
- सर्वजनिक कॉलेज ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स, गुजरात
- आदित्य कॉलेज ऑफ डिजाइन स्टडीज,
- जुइलियार्ड स्कूल, यूएस : 1,11,68,142 से 1,54,51,289 रुपये
- रॉयल कॉलेज ऑफ म्यूजिक, यूके : 27,21,241 रुपये
- हांगकांग एकेडमी ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स : 3,81,726 रुपये
- यूनिवर्सिटी ऑफ मोजार्टम साल्ज़बर्ग, ऑस्ट्रिया : 1,40,562 रुपये
- इंडियाना यूनिवर्सिटी ऑफ ब्लूमिंगटन, यूएस : 28,02,798 रुपये
- कर्टिस इंस्टीट्यूट ऑफ म्यूजिक, यूएस : 1,30,456 रुपये
- एबिलीटी टू फोकस एंड कंसंट्रेट
- पैशनेट
- प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स
- एबिलिटी टू रिस्पांस स्पॉन्टेनियसली
- इनोवेटिव
- ऑब्जर्वर
- आर्टिस्टक एबिलिटी
- वर्क एथिक्स
- एक्टर : 5 लाख से 10 लाख (शुरुआती सैलरी)
- डांसर : 1.5 लाख से 4 लाख (शुरुआती सैलरी)
- म्यूजिक प्रोड्यूसर : 3 लाख से 5 लाख रुपये (शुरुआती सैलरी)
- कोरियोग्राफर : 2 लाख से 5 लाख रुपये (शुरुआती सैलरी)
- थिएटर डायरेक्टर : 6 लाख से 10 लाख रुपये (शुरुआती सैलरी)
- म्यूजिशियन : 7 लाख रुपये सालाना
- ऑडियो इंजीनियर : 2.90 लाख सालाना
- कंपोजर : 6 लाख से 9 लाख रुपये
- टीचर : 2.95 लाख रुपये
- असिस्टेंट म्यूजिक एडिटर : 3.52 लाख रुपये
- आर्टिस्ट मैनेजर : 4.50 लाख रुपये
- डिस्क जॉकी : 4 लाख रुपये
कर्नाटक संगीत का सिलेबस
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स : विषय
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स : कॉलेज
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स : विदेश के कॉलेज और फीस
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स : स्किल्स
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स : जॉब प्रोफाइल और सैलरी
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स : स्कोप
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स करने के बाद छात्र चाहें तो ऊपर दिए गए पदों के लिए आवेदन कर साल का 2 से 10 लाख रुपये कमा सकते हैं। इसके अलावा यदि छात्र उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करना चहाते हैं जो वह परफॉर्मिंग आर्ट्स में डिग्री और पीजी डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स कर सकते हैं। कोर्स करने के बाद आप आगे जाकर पीएचडी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
समय और समाज में लगातार हो रहे बदलाव के बाद से डांस, म्यूजिक, एक्टर और डायरेक्टर आदि बनने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए इस क्षेत्र में कई ऑप्शन मिल रहे हैं साथ ही साथ अब माता- पिता भी अपने बच्चों के इस सपने को पुरा करने के स्पोर्ट में है। यूके द्वार किए एक सर्वे से पता चलता है की करीब 76 प्रतिशत बच्चे परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स करने के बाद इसी क्षेत्र में नौकरी करते हैं और 4 प्रतिशत बच्चे किसी और क्षेत्र में नौकरी करते हैं।